डेविड बेहकम और रोनाल्डिन्हो जैसा गोल कर वायरल हेमराज ने क्या अपील की?
हेमराज जौहरी के एक गोल ने तहलका मचा दिया है.

फुटबॉल में एक टर्म होता है - ओलंपिक गोल. इसका मतलब होता है कार्नर से सीधे गोल करना. इसके लिए प्लेयर को बॉल को बहुत कर्ल करवाना होता है. डेविड बेहकम और रोनाल्डिन्हो जैसे महान फुटबॉलर्स ने ये कारनामा कई बार किया है. इंडियन सुपर लीग की बात करें तो हाल ही में एफसी गोवा के कप्तान एडु बेदिया ने ये कारनामा केरेला ब्लास्टर्स के खिलाफ़ किया था.
Courtesy: Indian Super League
ये कारनामा अब एक ऐसे भारतीय लड़के ने कर दिखाया है. जिसे कोई नहीं पहचानता. इस प्लेयर का नाम है हेमराज जौहरी. उत्तराखण्ड के मुनस्यारी से आने वाले हेमराज ने ये गोल एक टूर्नामेंट के दौरान किया. ये टूर्नामेंट मुनस्यारी के जोहार क्लब में हो रहा था. इस कमाल के गोल के बाद हेमराज का ये वीडियो सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से वायरल हो गया. लोग हेमराज को 'इंडियन मेसी' और 'उत्तराखण्डी रोनाल्डो' कहकर भी बुला रहे हैं. ये वीडियो इतना वायरल हुआ की उत्तारखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इसे ट्वीट किया. ट्वीट के साथ धामी ने लिखा -
‘उत्तराखण्ड राज्य में युवा प्रतिभा की कोई कमी नही है, सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी के हेमराज जौहरी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं. राज्य सरकार नई खेल नीति के माध्यम से ऐसे प्रतिभावान युवाओं को उचित मंच प्रदान करने का कार्य कर रही है. हेमराज को उज्ज्वल भविष्य हेतु ढेरों शुभकामनाएं.’
धामी का ट्वीट देखने के बाद हेमराज ने एक वीडियो मेसेज के ज़रिए मुख्यमंत्री से एक अनोखी मांग भी की है. आज तक के संवाददाता राकेश पंत से खास बात करते हुए इस वीडियो में हेमराज ने कहा,
क्या इंटरनेशनल लेवल पर ये गोल किया जा सकता है?‘मैं 10 साल की उम्र से फुटबॉल खेलता आ रहा हूं. पहले मेरे पास फुटबॉल के जूते नहीं थे. मुझे मुनस्यारी बॉयज़ ने फुटबॉल के बूट्स दिए. मेरे सभी कोच ने मुझे बहुत सिखाया. इसके बाद मेरा महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में चयन हुआ. मेरे आगे बढ़ने मे मेरे पिता का बहुत सपोर्ट रहा हैं. मैं मुख्यमंत्री जी से कहना चाहता हूं कि मुनस्यारी में जोहार क्लब को छोड़कर एक और ग्राउंड बनवा दें. ताकि और बच्चे भी अच्छे से खेल पाएं और अपना हुनर भी दिखा पाएं.’
वैसे तो जिस तरह से हेमराज जौहरी ने ये गोल किया ये काबिल-ए-तारीफ है. लेकिन क्या इंटरनेशनल लेवल इस तरह से गोल किया जा सकता है. लल्लनटॉप के दर्शकों को बता दें कि ये गोल इंटरनेशनल लेवल पर करना और भी मुश्किल हो जाता है. हेमराज ने जो गोल किया है, उसमें गोलकीपर की भी गलती है. उसकी पोज़ीशन और बॉडी शेप और बेहतर होनी चाहिए थी. गोलकीपर का बॉडी मोमेंटम भी बाहर की तरफ था. जबकि इंटरनेशनल लेवल पर गोलकीपर ऐसी पोज़ीशन में नहीं होता.
हालांकि इससे हेमराज की तारिफ में कमी नहीं आनी चाहिए. युवा हेमराज ने बॉल को कमाल का कर्ल दिया और गोल अपने नाम किया. वर्ल्ड फुटबॉल में इस तरह के कर्ल के लिए डेविड बेकहम मशहूर थे. हेमराज के पिता टेलर हैं और उन्होंने हमेशा हेमराज का साथ दिया है.
उत्तराखण्ड ने पिछले कुछ सालों में इंडियन फुटबॉल को कई बड़े नाम दिए हैं. देहरादून से आने वाले अनिरूद्ध थापा न सिर्फ इंडियन टीम का अहम हिस्सा हैं, बल्कि टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं. साहिल पंवार इंडियन सुपर लीग में ओडिशा एफसी के लिए खेल रहे हैं. 19 साल के रोहित दानू को कई लोग इंडियन फुटबॉल का अगला स्टार मानते हैं. रोहित ने इसी साल हैदराबाद एफसी के साथ ISL टाइटल जीता है. देखना ये होगा कि क्या हेमराज अगला कदम लेकर टॉप लेवल क्लब फुटबॉल में खेलते हैं या नही.
बायरन कैस्टिलो कोलंबियाई से हैं या इक्वाडोर से, जल्द फैसला सुनाएगा फीफा