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आरसीबी की इनिंग्स की आखिरी बॉल पर जो हुआ, भज्जी और हनुमा विहारी बड़ा सवाल खड़ा कर गए

IPL 2025: भारतीय क्रिकेटर हनुमा विहारी ने DRS के लूप होल्स पर सवाल उठाते हुए इसमें बदलाव की मांग की है. उनसे पहले भी कई पूर्व क्रिकेटर LBW से जुड़े DRS के नियमों पर सवाल उठा चुके हैं.

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Hanuma vihari aakash chopra decision review system
हनुमा विहारी ने डीआरस से जुड़े नियम में बदलाव की मांग की है. (इंडिया टुडे)
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आनंद कुमार
8 अप्रैल 2025 (Updated: 8 अप्रैल 2025, 10:00 AM IST) कॉमेंट्स
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डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) आने के बाद से क्रिकेट को काफी फ़ायदा हुआ है. अंपायर के फ़ैसले से असंतुष्ट बल्लेबाज़ों या गेंदबाज़ों के पास अपील का एक विकल्प मिल जाता है. लेकिन इसमें कुछ कमियां भी हैं, जिनकी ओर भारतीय क्रिकेटर हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने ध्यान दिलाया है और इसमें बदलाव की मांग की है. विहारी को इस मामले में पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह का भी सपोर्ट मिला है. 

RCB और मुंबई के बीच 7 अप्रैल को खेले गए मुकाबले में DRS की यह कमी एक बार फिर उजागर हुई. RCB की पारी की आखिरी गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने जितेश शर्मा को एक यॉर्कर फेंकी. जितेश शॉट खेलने में चूक गए और गेंद उनके पैड पर लगी. MI के खिलाड़ियों की अपील पर अंपायर ने उंगली उठा दी. इस दौरान जितेश रन के लिए दौड़ गए और एक रन पूरा भी कर लिया. फिर उन्होंने इस निर्णय को रिव्यू किया.

थर्ड अंपायर के रिप्ले में पता चला कि गेंद ऑफ-स्टंप के बाहर पिच हुई थी और इम्पैक्ट भी आउटसाइड ऑफ था. चूंकि जितेश ने इस गेंद पर शॉट खेलने की कोशिश की थी, इसलिए अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया. लेकिन फिर भी जितेश और RCB के खाते में वह रन नहीं जुड़ा जो उन्होंने इस गेंद पर पूरा किया था, क्योंकि क्रिकेट के नियमों के मुताबिक, ग्राउंड अंपायर के निर्णय के बाद गेंद को 'डेड' मान लिया जाता है. अगर उसके बाद रन भी आते हैं, तो उन्हें गिना नहीं जाता.

भारतीय बल्लेबाज़ हनुमा विहारी ने इस नियम की ओर ध्यान दिलाते हुए इसमें बदलाव की मांग की है. उन्होंने 'एक्स' पर लिखा,

नियम में बदलाव की ज़रूरत है. अगर आपने RCB की पारी की आख़िरी गेंद देखी हो, तो जितेश को आउट दिया गया था. उन्होंने रिव्यू लिया और ग्राउंड अंपायर को अपना फ़ैसला बदलना पड़ा, क्योंकि गेंद ऑफ स्टंप के बाहर थी. अब इसमें दिक्कत यह है कि रन नहीं गिना जाएगा, लेकिन अगर अंपायर ने पहले ही आउट नहीं दिया होता, तो वही रन गिना जाता.

उन्होंने आगे सवाल उठाते हुए लिखा, 

 क्या होता अगर यह दूसरी पारी होती और 1 बॉल पर 2 रन चाहिए होते? फिर मैच का रिजल्ट अंपायर के फैसले से तय होता. सोचने वाली बात है?

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पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी हनुमा विहारी से सहमति जताते हुए उनके इस पोस्ट को रिट्वीट किया है. भज्जी और हनुमा विहारी से पहले पूर्व क्रिकेटर और कॉमेंटेटर आकाश चोपड़ा भी  लगातार LBW से जुड़े DRS के नियमों में बदलाव की मांग करते रहे हैं.

वीडियो: क्रिकेटर हनुमा विहारी की कहानी, जिनको लोग अगला द्रविड़ और लक्ष्मण बता रहे हैं

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