Gautam Gambhir के सामने हैं ये 4 बड़ी चुनौतियां, आखिरी वाली से निपटना तो बहुत मुश्किल होगा!
Gautam Gambhir टीम इंडिया के हेड कोच बनाए जा चुके हैं. वो साल 2027 तक इस पद पर रहेंगे. इस दौरान उनके सामने कई चुनौतियां है.
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) टीम इंडिया के हेड कोच (Head Coach of team India) बनाए जा चुके हैं. इसका आधिकारिक ऐलान भी किया जा चुका है. वो राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की जगह ये जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंभीर साल 2027 तक इस पद पर बने रहेंगे. 42 साल के गंभीर टीम इंडिया के सबसे युवा हेड कोच बने हैं. उनके कंधों पर भी टीम इंडिया को नई बुलंदियों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी है.
गंभीर के कोच बनने से ठीक पहले टीम इंडिया ने लंबे समय से चले आ रहे ICC ट्रॉफी ना जीत पाने के सूखे को खत्म किया. हाल ही में इंडियन टीम ने T20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. इसके ठीक बाद कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने T20I क्रिकेट को अलविदा कह दिया. वहीं रविंद्र जडेजा ने भी T20I क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी. ऐसे में गंभीर के सामने इन दिग्गजों के बिना अब T20I क्रिकेट में टीम बनाना आसान नहीं होगा. आइए, जानते हैं कि बतौर हेड कोच गंभीर के सामने कौन-कौन सी बड़ी चुनौतियां आने वाली हैं.
जैसा कि हमने पहले ही बताया कि विराट कोहली और रोहित शर्मा T20I क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर चुके हैं. ऐसे में गंभीर को अब युवा खिलाड़ियों के साथ T20I फॉर्मेट में नई टीम को तैयार करना होगा. विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ही प्लेयर्स इस फॉर्मेट में लगातार इंडियन टीम के लिए शानदार प्रदर्शन करते आए हैं. हाल ही में समाप्त हुए T20I वर्ल्ड कप के दौरान भी दोनों प्लेयर्स का रोल बेहद अहम रहा था. रोहित शर्मा इस टूर्नामेंट के दौरान टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले प्लेयर रहे. उन्होंने 8 मुकाबलों के दौरान 36.71 की औसत और 156.70 की स्ट्राइक रेट से 257 रन बनाए. जबकि विराट कोहली ने फाइनल मुकाबले में 76 रन की बेहद महत्वपूर्ण पारी खेली थी. जिसकी बदौलत टीम इंडिया 176 रनों के अच्छे स्कोर तक पहुंची थी. अब ये दोनों प्लेयर्स T20I क्रिकेट में नहीं दिखेंगे.
रोहित शर्मा T20I क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में टॉप पर हैं जबकि विराट कोहली दूसरे नंबर पर. रोहित के नाम 159 मैच में सबसे ज्यादा 4231 रन है. वहीं विराट के नाम 125 मैच में 4188 रन. इनके अलावा ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के संन्यास लेने से भी गंभीर के सामने युवा खिलाड़ियों के साथ टीम को खड़ा करना बड़ी चुनौती होगी.
बड़े ICC टूर्नामेंट्सगंभीर के सामने अगली चुनौती बड़े ICC टूर्नामेंट्स में टीम इंडिया को सफलता दिलाने की होगी. इंडियन टीम ने भले ही T20I वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया है, लेकिन वनडे और टेस्ट फॉर्मेट को जीतना अभी भी बाकी है. टीम इंडिया ने आखिरी बार वनडे फॉर्मेट में साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था. जबकि साल 2011 में टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप अपने नाम किया था. इसके बाद से टीम एक बार वनडे वर्ल्ड कप और एक बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है. जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा. वहीं टेस्ट फॉर्मेट की बात करें तो इंडियन टीम दोनों बार WTC फाइनल में पहुंची है. जिसमें एक बार उसे न्यूजीलैंड और एक बार ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे में टीम की कोशिश साल 2025 में होने वाले WTC फाइनल में पहुंचने और इसे जीतने की होगी. इसके अलावा गंभीर की कप्तानी में टीम इंडिया T20 वर्ल्ड कप 2026 और वर्ल्ड कप 2027 में भी हिस्सा लेगी.
सीनियर प्लेयर्स के साथ तालमेलगौतम गंभीर को लेकर अक्सर ऐसा बताया जाता है कि उन्हें टीम में स्टार कल्चर पसंद नहीं होता. ऐसे में टीम इंडिया के सीनियर प्लेयर्स के साथ तालमेल बिठाना गंभीर के लिए एक चुनौती साबित हो सकती है. विराट कोहली के साथ गंभीर की अनबन को लेकर लगातार खबरें सामने आती रही हैं. हालांकि, इस IPL 2024 के दौरान विराट-गंभीर काफी देर तक सहजता के साथ बातचीत करते हुए नजर आए थे. इसको लेकर इंडिया टुडे के स्पोर्ट्स एडिटर निखिल नाज बताते हैं,
अलग-अलग कप्तान के साथ खेलना“गंभीर को, कभी भी किसी प्लेयर से कोई दिक्कत नहीं रही है. चाहे वो विराट हों या कोई और. विराट के साथ जो हुआ था वो सिर्फ हीट ऑफ द मूमेंट था. जो कई बार प्लेयर्स अपनी टीम को डिफेंड करने के लिए ऐसा करते हैं. हां, ये बात जरूर है कि पिछले कुछ कोच पर्दे के पीछे रहकर काम करते हुए नजर आए हैं. कई बार वो कप्तान के ऊपर फैसला छोड़ देते हैं. जबकि गंभीर को टीम और प्लेइंग इलेवन को लेकर अपना ओपिनियन देना पसंद होता है. इसमें देखना होगा कि वो कप्तान के साथ कैसे तालमेल बिठा पाते हैं.”
गंभीर के लिए अगली चुनौती अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान के साथ खेलने की हो सकती है. फिलहाल रोहित शर्मा टेस्ट और ODI में टीम इंडिया की कप्तानी करते रहेंगे. जबकि T20I क्रिकेट में ये जिम्मेदारी हार्दिक पंड्या को दी जा सकती है. हालांकि, रोहित की उम्र को ध्यान में रखते हुए ये माना जा रहा है कि वनडे और टेस्ट में भी टीम इंडिया को कुछ समय बाद नया कप्तान मिल सकता है. हार्दिक टेस्ट क्रिकेट से दूर रहे हैं. ऐसे में इस फॉर्मेट में जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाया जा सकता है. जबकि हार्दिक को वनडे की भी कप्तानी सौंपी जा सकती है. ऐसे में अलग-अलग कप्तान के साथ खेलना गंभीर के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है.
बताते चलें कि गंभीर की मेंटॉरशिप में कोलकाता नाइट राइडर्स ने हाल ही में IPL 2024 का खिताब अपने नाम किया था. जबकि लखनऊ सुपरजाएंट्स ने भी उनकी मेंटॉरशिप में अच्छा प्रदर्शन किया था. ऐसे में देखना होगा कि टीम इंडिया गंभीर के मार्गदर्शन में किन बुलंदियों को छूती है.
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