'मेरी बहन...', करियर बेस्ट परफॉर्मेंस के बाद आकाश दीप ने ऐसा क्या कहा कि सब इमोशनल हो गए!
Akash Deep ने बर्मिंघम टेस्ट में पहली पारी में चार और दूसरी पारी में छह विकेट लिए. वो भारतीय टीम की जीत की बड़ी वजह रहे. आकाश दीप ने ये जीत और अपना करियर बेस्ट प्रदर्शन अपनी बहन को डेडिकेट किया है.
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एक खिलाड़ी जब मैदान पर उतरता है, टीम को जीत दिलाता है, तो लोगों को केवल उसका प्रदर्शन नजर आता है. लेकिन कई बार खिलाड़ी अपने दिल में ग़म का बड़ा बोझ लेकर खेल रहा होता है, जिसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल होता है. आकाश दीप सिंह ने एजबेस्टन में 10 विकेट लिए, टीम को जीत दिलाई. उनकी जश्न की तस्वीरें देखकर शायद ही कोई अंदाजा लगा पाया होगा कि पिछले दो महीनों से वह कितने दर्द में हैं.
आकाश दीप हुए भावुकबर्मिंघम टेस्ट में 10 विकेट लेने वाले आकाश दीप मैच के बाद पुजारा से बात करने पहुंचे. पुजारा ने उनसे परिवार के बारे में बात करते हुए पूछा कि घर पर सब खुश होंगे. यह सुनकर आकाश दीप का गला भर आया. इसके बाद उन्होंने कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर कोई भी भावुक हो सकता है. उन्होंने कहा,
मैंने ये बात किसी को अब तक नहीं बताई. मैं ये जीत अपनी बड़ी बहन को डेडिकेट करना चाहता हूं, जो दो महीने से कैंसर से लड़ रही हैं. सबसे ज़्यादा खुशी उन्हें होगी. पिछले दो महीने में उन्होंने जितना कुछ सहा है, उसके बाद मैं उनके चेहरे पर मुस्कान लाना चाहता था.
इसके बाद पुजारा ने आकाश दीप से पूछा कि वो अपनी बहन को क्या मैसेज देना चाहेंगे. अपने आंसू छिपाते हुए उन्होंने कहा,
ये परफॉर्मेंस बहन, तुम्हारे लिए है. मैं जब-जब गेंद पकड़ रहा था, मेरी आंखों के सामने तुम्हारा ही चेहरा था. मैं तुम्हारे चेहरे पर खुशी देखना चाहता था. ये तुम्हारे लिए था. हम सब तुम्हारे साथ हैं.
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गिल ने क्या कहा?शुभमन गिल ने भी टीम की तारीफ की. उन्होंने कहा,
आकाश दीप की भावुक कर देने वाली कहानीपहले मैच के बाद हमने जितनी भी बातें कीं, वो सब इस मैच में करके दिखाया. हमारी गेंदबाजी और फील्डिंग देखने लायक थी. हमें पता था कि अगर हम इस तरह के विकेट पर 400-500 रन बना लेते हैं, तो हम खेल में बने रहेंगे. हर बार हम इतने सारे कैच नहीं छोड़ेंगे. आकाश दीप ने बहुत दिल से गेंदबाजी की. जिस एरिया और लेंथ पर उन्होंने बॉल डाली, वह गेंद को दोनों तरफ मूव कर रहा था.
आकाश दीप सिंह पहले ही अपने परिवार के दो सदस्यों को खो चुके हैं. कोरोना के दौरान उन्होंने महज छह महीने में अपने पिता और बड़े भाई को खो दिया था. इस वजह से उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा था. हालांकि उन्होंने फिर वापसी की और टीम इंडिया तक का सफर तय किया.
इंग्लैंड दौरे पर आकाश दीप प्लेइंग इलेवन के लिए पहली पसंद नहीं थे. यही वजह थी कि लीड्स टेस्ट में उन्हें मौका नहीं मिला. इसके बाद बर्मिंघम टेस्ट में जब स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया, तब आकाश दीप को मौका मिला. इस खिलाड़ी ने मौके को भुनाया और अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ टीम को जीत दिलाई, बल्कि अपनी बहन को मुस्कुराने की एक वजह भी दे दी.
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