दिल्ली हाई कोर्ट ने वयस्क लड़कियों के अधिकार पर अहम बात कही
KBC-12 में तीसरी करोड़पति भी एक महिला
मसाबा गुप्ता ने बताया, किस तरह से रंगभेद का सामना किया
इन सबके बारे में जानेंगे, ऑडनारी के स्पेशल न्यूज बुलेटिन WIN, यानी विमन इन न्यूज में. इसमें हम बात करते हैं महिलाओं से जुड़ी खबरों की, खबरों में रहने वाली महिलाओं की. बढ़ते हैं पहली खबर की ओर.
# दिल्ली हाई कोर्ट ने वयस्क लड़कियों के अधिकार पर अहम बात कही
दिल्ली हाई कोर्ट ने 25 नवंबर को एक मामले की सुनवाई के दौरान बेहद अहम टिप्पणी की. कोर्ट ने कहा कि एक बालिग लड़की अपनी मर्ज़ी से कहीं भी और किसी के भी साथ रहने के लिए आज़ाद है. दरअसल, हाई कोर्ट में एक परिवार ने याचिका डाली थी. कहा था कि उनकी बेटी 12 सितंबर से घर से लापता है. उसे कोई लड़का बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है. कोर्ट ने इस मामले में पुलिस को जांच के आदेश दिए. जांच में पता चला कि परिवार वालों ने जिस लड़के पर शक जताया था, उस लड़के से लड़की ने शादी कर ली है. कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए लड़की ने बताया कि उसने अपनी मर्ज़ी से घर छोड़ा था, और अब शादी कर ली है. कोर्ट ने चेक किया तो पता चला कि लड़की का जन्म साल 2000 में हुआ था. इस हिसाब से अब वो 20 बरस की हो चुकी है. यानी बालिग है. ऐसे में कोर्ट ने याचिका का निपटारा करते हुए वयस्क लड़की के अधिकारों के बारे में बड़ी बात कह दी.

# KBC-12 में तीसरी करोड़पति भी एक महिला
कौन बनेगा करोड़पति यानी KBC. इसका 12वां सीज़न चल रहा है. 25 नवंबर को टेलिकास्ट हुए एपिसोड में तीसरा करोड़पति मिला. अनुपा दास के तौर पर. अनुपा 42 बरस की हैं. छत्तीसगढ़ के बस्तर की रहने वाली हैं. पेशे से टीचर हैं. अनुपा ने शो के दौरान अपनी ज़िंदगी के स्ट्रगल के बारे में भी बात की. बताया कि शादी के एक महीने बाद ही उनका तलाक हो गया था. उसके बाद वह अपने पैरेंट्स के साथ रहने लगीं. पिछले साल उन्हें तब ज़ोरदार झटका लगा, जब उनकी मां को थर्ड स्टेज का कैंसर होने की जानकारी मिली. अनुपा ने बताया कि मां के इलाज में सारा पैसा खत्म हो चुका है. उन्होंने कहा कि शो में मिले एक करोड़ रुपए का इस्तेमाल भी वह मां के इलाज में करेंगी. KBC के इस सीज़न में तीन लोगों ने एक-एक करोड़ जीते हैं और तीनों ही महिलाएं हैं. अनुपा से पहले इतनी रकम नाज़िया नसीम और मोहिता शर्मा ने जीती थी.

# मेगन मार्कल ने बताया, इस साल जुलाई में गर्भपात का सामना किया
ब्रिटेन की शाही बहू और एक्ट्रेस मेगन मार्कल. हाल ही में इनका एक आर्टिकल ‘न्यू यॉर्क टाइम्स’ में पब्लिश हुआ, ‘The Losses We Share’ टाइटल के साथ. इसमें मेगन ने बताया कि इस साल जुलाई में उन्हें गर्भपात हुआ था. मेगन ने लिखा,
“वो जुलाई का एक दिन था. बाकी दिनों जैसा, आम दिन. मैंने नाश्ता बनाया, कुत्तों को भी खिलाया. विटामिन्स ली. अपने बाल बांधे और आर्ची (मेगन का पहला बच्चा) को पालने से उठाया. उसका डाइपर बदलने लगी, तभी अचानक से क्रैम्प महसूस किया. आर्ची को गोद में लेकर फर्श पर गिर गई. समझ गई कि कुछ गलत हो रहा है. मैं जानती थी कि जिस तरह मैंने अपने पहले बच्चे को जकड़कर रखा था, दूसरे को खो रही हूं.”

मेगन ने आगे लिखा कि एक बच्चे को खोना असहनीय दर्द है. इसे बहुत से लोग महसूस करते हैं, लेकिन इस पर बात बहुत कम लोग करते हैं. उन्होंने आगे लिखा,
“इस पीड़ा में हमें पता चला कि 100 औरतों से भरे एक कमरे में 10 से 20 औरतें गर्भपात का शिकार होंगी. फिर भी इस दर्द पर बात करना टैबू बना हुआ है.”
# मसाबा गुप्ता ने बताया, किस तरह से रंगभेद का सामना किया
मसाबा गुप्ता. फेमस फैशन डिज़ाइनर हैं. एक्ट्रेस नीना गुप्ता और वेस्ट इंडीज के पूर्व क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स की बेटी हैं. खबरों में इसलिए हैं क्योंकि रंगभेद को लेकर खुलकर बात की है. मसाबा ने जर्नलिस्ट बरखा दत्त को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि त्वचा के रंग और शारीरिक बनावट की वजह से किस तरह की बातें उन्हें सुननी पड़ीं. मसाबा ने कहा,
“दोस्त और पहचान वाले वो लोग, जिनके बारे में आप सोचते हैं कि वे आपके साथ हैं, उनके रिएक्शन्स प्रभावित करते हैं. मेरी एक करीबी दोस्त थी, जो हर वक्त बातों में मेरे स्किन कलर को बीच में ले आती थी. जैसे अगर मैं उससे पूछती कि क्या पहनूं, कौन-सा सब्जेक्ट लूं, कौन-सा स्पोर्ट्स चुनूं? इन सारे मुद्दों पर वो मेरे स्किन कलर पर बात करने लगती थी. दूसरा- मैं स्कूल में प्रोफेशनल टेनिस खेलती थी. मुझे क्लास में देरी से आने की परमिशन थी, क्योंकि मैं स्टेट लेवल पर खेलती थी. तब क्लास के लड़के मेरा बैग खोलते. मेरा शॉर्ट्स निकालकर उसे उछालते. मज़ाक बनाते. कहते कि शॉर्ट्स अंदर से पूरा ब्लैक हो गया होगा, मेरी त्वचा के रंग की वजह से.”

इसके अलावा मसाबा ने ये भी बताया कि उनके पैरेंट्स के रिलेशनशिप की वजह से भी उन्हें कई बार आपत्तिजनक शब्द सुनने पड़ते थे.
# 62 बरस का पुजारी रेप के आरोप में गिरफ्तार
कर्नाटक के बेंगलुरु शहर के बाहरी इलाके से पुलिस ने 62 बरस के एक पुजारी को गिरफ्तार किया है. पुजारी पर 10 साल की बच्ची का रेप करने का आरोप है. ये वारदात पुजारी ने अपनी बेटी के घर पर अंजाम दी, जहां कुछ दिन रहने के लिए वो आया था. ‘इंडिया टुडे’ के नागार्जुन द्वारकानाथ की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना 24 नवंबर की है, पुजारी ने बच्ची को घर के सामने खेलते हुए देखा, मिठाई का लालच देकर अंदर ले गया और उसका रेप किया. डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) सी.के. बाबू ने बताया, कि मंदिर के सामने फूल बेचने वाली एक महिला ने बच्ची को पुजारी के घर जाते देखा था. बच्ची के परिवारवाले जब उसे खोजते हुए आए, तो फूल बेचने वाली महिला ने ये बात उन्हें बताई. बच्ची के पैरेंट्स पुजारी के घर पहंचे तो देखा कि बच्ची रोते हुए बाहर निकल रही है. फिर पुलिस को सूचना दी गई. पुजारी इस वक्त पुलिस की गिरफ्त में है.

# स्वरा भास्कर ने ‘अ सूटेबल बॉय’ के विरोधियों को करारा जवाब दिया
नेटफ्लिक्स की सीरीज़ ‘अ सूटेबल बॉय’. इसका कुछ लोग बहुत विरोध कर रहे हैं. दरअसल, सीरीज़ के एक सीन में लड़का-लड़की मंदिर प्रांगण में एक-दूसरे को किस करते दिख रहे हैं, बैकग्राउंड में आरती बज रही है. लोग इसी से नाराज हैं. कह रहे हैं, ये सब सहन नहीं किया जा सकता. अब इसी मुद्दे पर एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने ट्वीट करके विरोध करने वालों पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा,
“अगर आठ साल की बच्ची के कठुआ के मंदिर के अंदर हुए गैंगरेप से आपका खून नहीं खौला था, तो आपको मंदिर के अंदर एक किस के काल्पनिक चित्रण का विरोध करने का कोई अधिकार नहीं है.”
If the actual #Kathua gangrape of an 8 year old child inside a temple didn’t make your blood boil and soul shrivel; you have no right to be offended about a fictionalised depiction of a kiss in a temple. #fact #ASuitableBoy #BoycottNetflixIndia
— Swara Bhasker (@ReallySwara) November 25, 2020
दरअसल, जनवरी 2018 में जम्मू-कश्मीर के कठुआ में मंदिर परिसर में आठ साल की बच्ची का गैंगरेप और मर्डर का मामला सामने आया था, इसी मामले का ज़िक्र स्वरा कर रही थीं.
# ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए लॉन्च हुआ ये खास पोर्टल
सरकार ने ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों के लिए एक खास नेशनल पोर्टल लॉन्च किया है. इसके ज़रिए ट्रांसजेंडर अपने जेंडर आइडेंटिटी सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. इस पोर्टल को ‘नेशनल पोर्टल फॉर ट्रांसजेंडर पर्सन्स’ नाम दिया गया है. केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने इसे लॉन्च किया. पोर्टल के ज़रिए ट्रांसजेंडर अपने जेंडर की घोषणा करते हुए एफिडेविट अपलोड कर सकेंगे. इसके बाद उन्हें ज़िला मजिस्ट्रेट की ओर से पहचान प्रमाण पत्र जारी किया जा सकेगा. इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री ने ट्रांसजेंडर्स के लिए एक शेल्टर होम का भी उद्घाटन किया, जिसका नाम गरिमा गृह है.
आज ‘ट्रांसजेंडर लोगों के लिए नेशनल पोर्टल’ का ई-शुभारंभ और गुजरात में ट्रांसजेंडर लोगों के लिए एक आश्रय स्थल, गरिमा गृह का ई-उद्घाटन किया। pic.twitter.com/u39ylZI2zT
— Thawarchand Gehlot (@TCGEHLOT) November 25, 2020
# आर्मी की महिला अधिकारियों ने परमानेंट कमीशन के प्रोसेस का विरोध किया
कुछ दिन पहले एक खबर आई थी कि इंडियन आर्मी ने 422 महिला अधिकारियों को परमानेंट कमीशन के लिए चुना है. यानी रिटायरमेंट की उम्र तक उन्हें सेवा करने का मौका मिलेगा. अब इस मुद्दे पर आर्मी की 17 महिला अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है. ‘बार एंड बेंच’ की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला अधिकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी 50 फीसद से भी कम महिलाओं को परमानेंट कमीशन मिला है. ये भी आरोप लगाया कि योग्य महिलाओं को इससे वंचित रखने के लिए मनमाना क्राइटेरिया रखा गया था.

महिला अधिकारियों ने अपनी अर्जी में कहा है कि आर्मी ने बताया था कि 615 में से 422 महिला अधिकारियों को परमानेंट कमीशन के लिए फिट पाया गया है. इन 422 में से कुछ अधिकारी ऐसी हैं, जो ये कमीशन नहीं ले रहीं. कुछ ऐसी हैं, जिनके नतीज़े कुछ-कुछ कारणों से रोक दिए गए हैं. ऐसे में परमानेंट कमीशन पाने वाली महिला अधिकारियों की असल संख्या 277 ही है. खैर, सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा है. अगली सुनवाई दिसंबर में होगी.
# आज की ऑडनारी
यहां हम उन महिलाओं या लड़कियों की बात करते हैं, जो हम और आप जैसी आम महिला होती हैं, लेकिन उनसे हर कोई कुछ अच्छा सीख सकता है.
आज की ऑडनारी हैं अपर्णा राजावत. कराटे चैम्पियन हैं. और अब महिलाओं को सशक्त बनाने का काम कर रही हैं. दो-तीन साल पहले अपर्णा ने ‘पिंक बेल्ट मिशन’ शुरू किया था. तब से लेकर अब तक अपर्णा औरतों को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखा रही हैं. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, अपर्णा के 2000 ट्रेनर्स अब तक 12 राज्यों में डेढ़ लाख औरतों को ट्रेनिंग दे चुके हैं. इस साल फरवरी में पिंक बेल्ट मिशन ने गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी नाम दर्ज़ कराया था. ये रिकॉर्ड सबसे बड़ी ट्रेनिंग क्लास ऑर्गेनाइज़ करने के लिए इनके नाम रहा. आगरा में 7401 लड़कियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई.

तो ये थी आज की खबरें. अगर आप भी किसी ऐसी महिला को जानते हैं, जिससे हर कोई कुछ सीख सकता है, तो हमें ज़रूर बताएं. आप हमें मेल कर सकते हैं lallantopwomeninnews@gmail.com पर.
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