(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
रितिका 49 साल की हैं. कानपुर की रहने वाली हैं. लगभग 5 साल पहले उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया था. उनको उस प्रेग्नेंसी में कोई ख़ास दिक्कत नहीं हुई. डिलीवरी भी बिना किसी परेशानी के हो गई. पिछले 2 सालों से वो दूसरे बच्चे के लिए ट्राई कर रही हैं. पर प्रेग्नेंसी नहीं हो पा रही है. डॉक्टर से जांच करवाने पर पता चला है कि उनके ट्यूब में ब्लॉकेज आ गई है. रितिका जानना चाहती हैं कि महिलाओं में ये समस्या क्यों होती है? पहली प्रेग्नेंसी आसानी से होने के बाद, दूसरी प्रेग्नेंसी में किन कारणों से दिक्कत आती है? साथ ही इसका इलाज क्या हो सकता है? तो सबसे पहले बात करते हैं इसके कारणों के बारे में.
कारण
ये हमें बताए डॉक्टर प्रिया अगरवाल ने.

-पहली प्रेग्नेंसी के बाद जब कोई कपल दूसरी प्रेग्नेंसी के लिए ट्राई करता है
-लेकिन 6 महीने से 1 साल बीतने के बाद भी प्रेग्नेंसी नहीं हो पाती है
-तब डॉक्टर से मिलकर जांच करवानी चाहिए
-जिससे पता चलेगा क्या कारण हो सकते हैं जिनकी वजह से प्रेग्नेंसी नहीं हो रही
-कई कारण ऐसे होते हैं जिनका इलाज संभव होता है
-कुछ कारण ऐसे होते हैं जिनका इलाज नहीं हो सकता
-जैसे ट्यूब ब्लॉक होना
-या ओवरी जो अंडे बनाती है उनकी क्वालिटी खराब हो जाना
-जिसका पता सिरम AMH से चलता है
-अगर इसका लेवल कम हो जाता है तो महिलाओं को IUI की ज़रुरत पड़ती है
-यानी इंट्रायूटेराइन इनसेमिनेशन
-या IVF की ज़रुरत पड़ सकती है
-ज़्यादा वेट गेन से बचना चाहिए
-पहली प्रेग्नेंसी ज़्यादा आसानी से हो जाती है
-पर दूसरी प्रेग्नेंसी करने में ज़्यादा दिक्कत होती है
-पहली प्रेग्नेंसी और दूसरी प्रेग्नेंसी के बीच गैप एक बड़ी वजह है
-ज़्यादा उम्र में ओवरी की अच्छी क्वालिटी के अंडे बनाने की कैपेसिटी कम हो जाती है
-जिसकी वजह से प्रेग्नेंसी होने में दिक्कत होती है
-पहली प्रेग्नेंसी के बाद बहुत ज़्यादा वेट गेन होना एक बड़ा कारण है

-जिसकी वजह से PCOD पॉली सिस्टिक ओवेरी डिसऑर्डर हो सकता है
-पीरियड्स देर से होने लगते हैं
-थायरॉइड हो सकता है
-जिसके कारण शरीर में हॉर्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है
-शरीर में अंडा रिलीज़ नहीं होता
-प्रेग्नेंसी होने में बहुत दिक्कत होती है
-बहुत बार देखा गया है कि डिलीवरी के बाद ट्यूब ब्लॉक हो जाती हैं अपने आप
-कोई ख़ास वजह नहीं होती
-10-20 प्रतिशत केसेस में देखा गया है कि ट्यूब ब्लॉक होने की वजह से प्रेग्नेंसी नहीं हो पाती
-इसके लिए आगे इलाज लेना पड़ता है
-कुछ केसेस में पति की बढ़ती उम्र के कारण स्पर्म की क्वालिटी पर असर पड़ता है
-पहली प्रेग्नेंसी के बाद बहुत ज़्यादा वेट गेन न होने दें
-हेल्दी डाइट फॉलो करें
-प्रोटीन, फल, विटामिन-सी लेना चाहिए
-एक्सरसाइज करें
इलाज
-अगर दूसरे बच्चे की प्लानिंग है तो बहुत सालों तक इंतज़ार करना अवॉइड करें
-पहली डिलीवरी के बाद पर्सनल हाइजीन का ख्याल रखें
-साफ़ सैनिटरी नैपकिन इस्तेमाल करें
-आयरन, कैल्शियम लें
-जिससे इम्युनिटी मज़बूत रहे
-क्योंकि आप बच्चे को दूध पिला रहे हैं
-इसलिए आपके शरीर से कैल्शियम जाने लगता है

-डॉक्टर ने जो एंटीबायोटिक, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन पाउडर दिए हैं उन्हें लें
-इसके बाद भी दिक्कत हो रही है तो डॉक्टर से मिलें
-इलाज करवाएं
-अल्ट्रासाउंड करवाएं
-पता करें कि कहीं आपके गर्भाशय और ट्यूब में प्रॉब्लम तो नहीं है
-डिस्चार्ज तो नहीं हो रहा
-इन प्रॉब्लम के हिसाब से इलाज किया जाता है
पहली प्रेग्नेंसी के बाद, दूसरी प्रेग्नेंसी न हो पाने के कई कारण होते हैं. जैसे डॉक्टर्स ने बताया, कई कारण ऐसे हैं जिनका इलाज संभव है. पर कई कारण ऐसे भी हैं जिसमें इलाज संभव नहीं होता. ऐसे में आर्टिफिशियल इन्सेमिनेशन की ज़रुरत पड़ती है. आप अपने डॉक्टर्स से विकल्प डिस्कस कर सकते हैं.
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