पूरी नींद सोने के बाद आंखों के नीचे गड्ढे क्यों पड़ जाते हैं?
डॉक्टर से जानिए इलाज और इससे बचने के तरीके.
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यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.
हम आपसे रोज़ कहते हैं कि अगर आपकी कोई हेल्थ प्रॉब्लम है तो आप हमसे शेयर करिए. हम उसके बारे में बात करेंगे. हमें रोज़ कई मेल्स भी आते हैं. हमारी कोशिश रहती है कि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की दिक्कत पर बात की जाए. अब एक प्रॉब्लम ऐसी है जिसके बारे में पढ़कर लगा ये जगत परेशानी है. डार्क सर्कल्स. यानी आंखों की नीचे काले घेरे. बहुत आम हैं. मेरे भी हैं. अब बहुत लोग चाहते हैं हम इनके बारे में बात करें. लोग जानना चाहते हैं कि पूरी नींद लेने के बावजूद डार्क सर्कल्स क्यों होते हैं? इनसे बचने का कोई तरीका है? और सबसे बड़ी चीज़. इनका इलाज. तो चलिए इस जगत परेशानी का हल ढूंढते हैं.
क्यों होते हैं आंखों के नीचे काले घेरे?
डॉक्टर ज़ेबा छपरा, डर्मटॉलजिस्ट, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई
-जेनेटिक वजहों से. यानी अगर आपके माता-पिता के डार्क सर्कल्स हैं तो आपको भी हो सकते हैं.
-विटामिन्स की कमी. एनीमिया.
-फ़ोन, लैपटॉप का ज़्यादा लंबे समय तक इस्तेमाल. वो भी बिना ब्रेक लिए
-लाइफस्टाइल हैबिट्स. पानी कम पीते हैं, नींद पूरी नहीं लेते, स्मोकिंग और ड्रिंकिंग करते हैं तो आंखों के नीचे कालापन बढ़ जाता है
-उम्र. उम्र के साथ आंखों के नीचे झुर्रियां पड़ जाती हैं. स्किन पतली हो जाती है. और फैट पैड्स कम हो जाते हैं. इस वजह से भी डार्क सर्कल्स हो जाते हैं
बचाव:
-ब्लड टेस्ट करवाते रहिए. ताकि पता चल सके कि आपको एनीमिया है या नहीं. उसका इलाज हो सके
-पानी ज़्यादा पीजिए
-नींद पूरी लें. 6 से 8 घंटे की नींद होनी चाहिए
-स्क्रीन टाइम कम करिए. ब्लू लाइट फ़िल्टर इस्तेमाल कर सकते हैं
-स्क्रीन की ब्राइटनेस कम कर सकते हैं
सोने से पहले अंधेरे में स्क्रीन पर आंखें न गड़ाएं
-आधा घंटा काम करने के बाद, 5 मिनट का रेस्ट लीजिए. ताकि आपकी आंखें थके न. और डार्क सर्कल्स न बनें
-आंखों के आसपास जो स्किन है उसका ख्याल रखना ज़्यादा ज़रूरी है
-आप अगर मेकअप लगाते हैं तो सोने से पहले उसे ज़रूर साफ़ कर लें
-मॉइस्चराइज़र लगाएं
-सनस्क्रीन का इस्तेमाल ज़रूर कीजिए
डार्क सर्कल्स क्यों होते हैंइससे बचने के क्या तरीके हैं. इन सवालों का जवाब तो मिल गया. अब जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में जो आपके बड़े काम आ सकते हैं. साथ ही अगर घरेलू नुस्खों से काम नहीं बन रहा. तो क्या किया जाए?
घरेलू उपचार:
रुचिता शाह, स्किनकेयर एक्सपर्ट, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई
-कोई भी घरेलू उपचार इस्तेमाल करने से पहले ये समझना होगा कि आंखों के नीचे वाली स्किन बहुत नाज़ुक होती है
-कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले उस एरिया को मॉइस्चराइज़ करें
-मॉइस्चराइज़ करने के लिए नारियल का तेल, एलोवेरा जेल या शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं
-पहले एलोवेरा जेल को लगाना है फिर पांच मिनट तक सूखने दें
-उसके बाद आलू को क्रश करके उसका जूस निकालें. रूई को उसमें भिगोकर फ्रिज में रख दें दो घंटे के लिए
-उसके बाद इसे आंखों पर लगाएं और 10 से 20 मिनट तक के लिए छोड़ दें
-दो से चार लीटर पानी पीजिए
इलाज:
-घरेलू नुस्खों के बाद भी असर न दिखे तो डॉक्टर से पास जाना चाहिए
-डॉक्टर दो चीज़ें टेस्ट करते हैं. जैसे आपको पिग्मेंटेशन की प्रॉब्लम है, अंडर ऑय हॉलोनेस है या गड्ढे हैं
-अगर आपको पिग्मेंटेशन की प्रॉब्लम है तो डॉक्टर आपको केमिकल पील करवाने के लिए बोल सकते हैं
-क्यूस्विच लेज़र का इस्तेमाल भी कर सकते हैं
आधा घंटा काम करने के बाद, 5 मिनट का रेस्ट लीजिए. ताकि आपकी आंखें थके न. और डार्क सर्कल्स न बनें
-इंजेक्टाबेल ट्रीटमेंट जैसे पीआरपी, मिज़ो थरैपी भी किया जा सकता है
-पिग्मेंटेशन के ट्रीटमेंट को चार से पांच सेशन लगते हैं
-अगर पिग्मेंटेशन नहीं हैं गड्ढे हैं तो डॉक्टर्स आपको हाइल्यूरॉनिक एसिड (Hyaluronic Acid) के इंजेक्शन दे सकते हैं. इससे गड्ढों को भरा जाता है
-इसका असर आपको छह से नौ महीनों तक दिखने को मिलता है
तो भई जितने लोग डार्क सर्कल्स से परेशान हैं, वो इन बातों पर ज़रूर तवज्जों दें. ये ट्रिक्स अपनाएं. और हमें ज़रूर बताएं कि कितना फ़ायदा हुआ.
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