हार्ट अटैक (Heart Attack). इस शब्द को सुनकर ही लोगों की चिंता बढ़ने लगती है. हमारे सामने हिंदी फिल्मों के वे सीन आते हैं जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति अपने सीने को हाथ से पकड़ लेता है, उसे पसीना आता है और दर्द के मारे चेहरा लाल हो जाता है. फिल्मों के मुताबिक ये हार्ट अटैक का लक्षण हैं. लेकिन इसके अलावा भी दिल के दौरे के कई लक्षण (Symptoms of Heart Attack) होते हैं. जरूरी नहीं कि हर बार सीने में तेज दर्द उठने से ही हार्ट अटैक आएगा.
हार्ट अटैक जानलेवा भी हो सकता है. ऐसे में जरूरी है कि मरीज के लक्षणों को देखते हुए उसे तुरंत सही मेडिकल मदद मिले. और ऐसा तब होगा जब हम हार्ट अटैक के छोटे से छोटे लक्षण को भी इग्नोर न करें.
किन-किन बातों का रखें ख्याल?
इन छोटे-छोटे लक्षणों के बारे में हमें डॉक्टर ऋत्विक ने जानकारी दी. डॉक्टर ऋत्विक राज भूयान फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में डायरेक्टर हैं और कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जन हैं. उन्होंने बताया कि सही समय पर लक्षणों को पहचान कर दिल के मरीज की जान बचाई जा सकती है. सीने में तेजी से भयंकर दर्द उठना हार्ट अटैक का एक बहुत आम लक्षण है.
यह भी देखा गया है कि हार्ट अटैक में हर बार अचानक, तेजी से सीने में भयंकर दर्द नहीं उठता. कई बार लक्षण दिखाई ही नहीं देते हैं. खासतौर पर उन लोगों में जिन्हें डायबिटीज है. ऐसे में धीरे-धीरे, हल्का दर्द और असहजता महसूस होती है. यह उस समय हो सकता है जब आप आराम कर रहे हों या कई बार तब भी जब आप कुछ काम कर रहे हों. इस दर्द की गंभीरता काफी हद तक व्यक्ति की उम्र, जेंडर और मेडिकल हिस्ट्री पर निर्भर करती है.
हार्ट अटैक के लक्षण महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग हो सकते हैं. इन्हें देखकर हार्ट अटैक को भांप लेना फर्स्ट ऐड के लिए ज़रूरी होता है. ये लक्षण हैं सीने में काफी बेचैनी और दबाव महसूस होना. भारीपन या बार-बार ऐसा दर्द उठना जो आता-जाता रहता है. शरीर के ऊपरी भागों में, एक या दोनों बाजुओं में, पीठ, गर्दन, पेट, दांतों और जबड़ों तक में दर्द हो सकता है. बिना वजह सांस फूलना, जिसमें सीने में तकलीफ हो सकती है या नहीं भी हो सकती है. इन सबके अलावा बाकी लक्षण हैं ठंडा पसीना आना, जी मितलाना या उल्टी होना, सिर घूमना, स्ट्रेस, अपच या बिना किसी वजह के थकान महसूस होना.
फर्स्ट ऐड में कर सकते हैं ये काम
अगर आपको या आपके साथ मौजूद किसी व्यक्ति को ये लक्षण महसूस हों तो तुरंत 102 पर कॉल करें या फिर एंबुलेंस बुलाएं. मरीज़ को किसी नज़दीकी अस्पताल ले जाएं. शांत रहने की कोशिश करें. ख़ुद को ज्यादा थकाएं नहीं. अगर आप घर पर हैं तो तुरंत अपने ब्लशड प्रेशर और पल्स की जांच करें. अगर ब्लड प्रेशर कम हो तो ज़्यादा से ज़्यादा फ्लूड्स लें. अगर हाइ ब्लेड प्रेशर है तो डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का इस्तेमाल करें.
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