यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछ लें. लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.
होली आने वाली है. ज़ाहिर सी बात आप रंगों से खेलेंगे. पर खेलने के बाद ये रंग छुड़ाना अपने आप में एक बहुत मुश्किल काम है. रंगों से पड़े हुए धब्बों को जाने में समय लगता है. कई बार रंगों से स्किन एलर्जी भी हो जाती है. तो हमने सोचा कि क्यों न होली से पहले आपको कुछ टिप्स दे दी जाए, ताकि आपकी स्किन और बालों को रंगों से नुकसान न पहुंचे.
होली में किन तरह के रंगों से खेलना चाहिए?
ये हमें बताया डॉक्टर अप्रितम ने.

होली के रंग स्किन पर आकर लगते हैं इसलिए स्किन सेफ़ रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए. पहले के समय में होली फूलों से खेली जाती थी, धीरे-धीरे ये प्रथा बदलती गई. जब रंगों से खेलना शुरू किया गया तो ये रंग घरों पर बनते थे, जैसे गुलाल. ये गुलाल मैदे से बनता था. अब जो होली के रंग इस्तेमाल किए जाते हैं उनमें इंडस्ट्रियल केमिकल इस्तेमाल होते हैं. इन रंगों में कांच के टुकड़े भी पीसे जाते हैं. कोशिश करें कि आप रंग घर पर बनाएं या फिर किसी अच्छी दुकान से ख़रीदें. कोशिश करिए ड्राई रंगों से खेलें. हर्बल रंग स्किन के लिए सबसे सेफ़ होते हैं.
आजकल मार्केट में जो रंग आते हैं उनमें इंडस्ट्रियल केमिकल, फ़िनॉल, हाइड्रोकार्बन और लेड, आर्सेनिक जैसे मेटल भी मिले होते हैं
इन रंगों से स्किन को क्या नुकसान पहुंचता है?
-जिन लोगों को एक्ने हैं, उनमें एक्ने और ज़्यादा बढ़ सकता है
-रोज़ेशिया भी बढ़ सकता है
-नॉर्मल स्किन पर भी दाने निकल सकते हैं
/GettyImages-495237901-5a4b46960d327a00372ec269.jpg)
-रंगों में मिले हुए केमिकल के कारण स्ट्रॉन्ग स्किन रिएक्शन भी हो सकता है यानी एलर्जी, ड्राई स्किन, सूजन, लाल हो जाना, यहां तक कि फोड़े भी हो सकते हैं.
-ये रंग सिर्फ़ आपकी स्किन ही नहीं, सूंघने पर लंग्स में भी जा सकते हैं. इससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
– आंखों में रंग जाने से आंखों की रोशनी जा सकती है.
– अगर बालों पर रंग रह जाता है और उसमें बहुत टॉक्सिक डाई या केमिकल है तो आपको हेयरलॉस भी हो सकता है
रंग को आसानी से स्किन और बालों से कैसे छुड़ाएं?
ये हमें बताया डॉक्टर ज़ेबा ने.

-होनी खेलने के बाद स्किन को स्क्रब बिलकुल न करें
-स्क्रब करने से रंगों में मौजूद पार्टिकल स्किन के अंदर जा सकते हैं
-इससे स्किन में इरीटेशन होती है
-रंग को निकालने के लिए कॉटन की एक बॉल लीजिए
-उसपर नारियल का तेल या कोई भी तेल ले लीजिए
-उसे हलके हाथों से स्किन पर लगाएं
-उसके बाद एक फोमिंग फेसवॉश इस्तेमाल करें
-फौरन बाद नमी के लिए क्रीम लगाएं
-इससे आपकी स्किन में कोई एलर्जी नहीं होगी
टिप्स
-अगर रंगों से एलर्जी है तो पूरी बांह के कपड़े पहनें
-इससे रंग डायरेक्ट आपकी स्किन पर नहीं लगेंगे
-अगर पूरे कपड़े नहीं पहनने हैं तो अपनी स्किन को तैयार करें
-तैयार करने के लिए सनस्क्रीन, क्रीम और तेल

-क्योंकि होली बाहर खेलते हैं इसलिए सनस्क्रीन लगाना बहुत ज़रूरी है
-स्किन को नमी देना बहुत ज़रूरी है
-तेल लगाने से स्किन पर एक परत बन जाती है स्किन और रंगों की बीच
-तेल की वजह से रंग आसानी से निकल भी जाते हैं
-नाख़ूनों को बचाने के लिए वैसलीन या तेल लगा सकते हैं
-नेल पेंट भी लगा सकते हैं
-पुरुष ट्रांसपेरेंट नेल पेंट लगा सकते हैं
-बालों पर जितना तेल लगा सकें उतना अच्छा है. इससे रंग स्कैल्प पर नहीं टिकेगा
-बाल लंबे हैं तो बांध लें
-होली खेलने से पहले स्किन को साफ़ रखें, मेकअप बिलकुल न लगाएं
-लूज़ कॉटन के कपड़े पहनें
-टाइट सिंथेटिक कपड़े न पहनें
-सेंसिटिव एरिया जैसे कानों के पीछे, आंखों, होंठों के आसपास एक्स्ट्रा तेल या वैसलीन लगाएं
-आंखों के अंदर की स्किन बहुत पतली होती है इसलिए चश्मा पहन कर रखें
चलिए, उम्मीद है डॉक्टर ने जो टिप्स बताई हैं वो आपके काम आएंगी. इन्हें ज़रूर ट्राई करिएगा. और आप सभी को अ वैरी हैप्पी एंड सेफ़ होली. पर हां, कोरोना का दौर है और केसेज़ वापस तेज़ी से बढ़ रहे हैं तो सावधानी ज़रूर बरतिएगा.
वीडियो