बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ. जिसे वायरल नहीं होना चाहिए था. जिसमें कैद हुई घटना असल में होनी ही नहीं चाहिए थी. घटना 29 और 30 दिसंबर की रात की है. जब सर्दी में सड़क के किनारे सो रहीं मां और बेटी का कुछ लोगों ने रेप किया. और वीडियो बना लिया. मां और बेटी कूड़ा बीनकर घर चलाती थीं.
क्या है मामला?
इंडिया टु़डे के वरिष्ठ संवाददाता अरविंद कुमार ओझा के अनुसार-
“यह पूरा घटनाक्रम उत्तर पश्चिमी दिल्ली के भारत नगर इलाके का है. दो युवकों ने एक 35 साल की महिला और उसकी 18 साल की बेटी का सड़क पर बलात्कार किया. एक तीसरे युवक ने वीडियो बनाया. महिला का पति उससे झगड़ा करके गांव चला गया था. जिसके बाद वह किराए के मकान से सड़क पर आ गई और कूड़ा बीनकर अपना और अपनी बेटी का गुजारा कर रही थी.”
ओझा ने आगे बताया-
“दोनों मां बेटी सड़क पर लेटी थीं. हाड़ कंपा देने वाली ठंड की वजह से उन्हें नींद नहीं आ रही थी. तभी इलाके के नशेड़ी युवकों की नजर उनपर पड़ी. दो युवकों ने उनका बलात्कार किया. तीसरे ने वीडियो बनाया. बाद में यह वीडियो प्रदीप कोली नाम के एक सामाजिक कार्यकर्ता को मिला. जिसने इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.”
वीडियो में क्या है?
उस वीडियो में सबसे पहले सफेद रंग का स्वेटर और जींस पहने हुए एक युवक नजर आता है. उसने अपने सर पर एक चमकीली टोपी लगाई हुई है. उसके हाथ में एक बड़ा सा पत्थर है. वह महिला और उसकी बेटी को मारने की धमकी दे रहा है. महिला और बेटी बार-बार उससे ऐसा ना करने की भीख मांग रही हैं. बदले में आरोपी युवक उनसे कपड़े उतारने को कह रहा है. दोनों पीड़िताएं उससे ‘भैया भैया’ कहकर ऐसा ना करने की बात कह रही हैं. लेकिन युवक को तो जैसे कुछ सुनाई नहीं पड़ता है.
वीडियो में आगे एक दूसरा युवक दिखाई देता है. जिसने नीले रंग का हूड और जींस पहन रखी है. वो महिला का रेप करता है. दोनों आरोपी युवक बारी-बारी से महिला और उसकी बेटी का रेप करते हैं. इस बीच दोनों पीड़िताएं मदद के लिए चिल्लाती रहती हैं. एक बार तो महिला अपने पति का नाम लेकर भी खुद को बचाने की गुहार लगाती है.
वीडियो में दोनों युवक अपने मुंह पर मास्क लगाए हुए दिखते हैं.
पुलिस का क्या कहना है?
जब वीडियो सामने आया तो आनन फानन में आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें बनाई गईं.
उत्तर पश्चिमी दिल्ली की डीसीपी विजयत्ना आर्या के अनुसार-
“वीडियो देखने के हमने पीड़िताओं को खोजने के लिए टीम बनाईं. काफी मशक्कत के बाद हमने उन्हें खोज निकाला. दोनों के बयान रिकॉर्ड करने के बाद उनकी मेडिकल जांच कराई गई. दो अज्ञात आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया.”
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने इलाके के 20 से 30 की उम्र की संदिग्धों की लिस्ट बनाई. आसपास की सीसीटीवी फुटेज देखने और काफी पूछताछ के बाद तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया. आरोपियों की पहचान सोनू (22 वर्ष), अमित (24 वर्ष) और ऋतिक (18 वर्ष) के तौर पर हुई है. सोनू जहांगीरपुरी का और अमित और ऋतिक वजीरपुर की जेजे कॉलोनी के रहने वाले हैं. पुलिस के मुताबिक ऋतिक ने वीडियो बनाया था. तीनों के ऊपर आईपीसी की धाराओं 323, 341, 354, 376, 506, 509 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
डीसीपी आर्या ने यह भी बतााया कि पुलिस ने सोशल मीडिया से वीडियो को हटाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से संपर्क भी किया है.
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