डोले-शोले बनाने वाले प्रोटीन पाउडर खरीदने से पहले ये बातें जरूर जान लें, नहीं तो दिक्कत हो जाएगी
आपको किस तरह का प्रोटीन लेना चाहिए, उसके लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
जो लोग जिम जाते हैं या बॉडी बनाने की कोशिश कर रहे होते हैं, वो अक्सर मसल्स बनाने के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट या स्टेरॉइड का इस्तेमाल करते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो पहले कुछ बातें जान लीजिए. हाल में FSSAI यानी फूड सेफ्टी स्टैण्डर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एक सर्वे किया. FSSAI का काम होता है बाजार में खाने की मिलने वाली चीजों की सेफ्टी तय करना. यानी वो आपके इस्तेमाल के लिए सेफ हैं या नहीं.
इस सर्वे में पता चला कि 15% फूड आइटम्स जैसे प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट्स जो हिंदुस्तान में एथलीट्स और बॉडी बिल्डर्स इस्तेमाल करते हैं, वो सेफ नहीं हैं या सब-स्टैण्डर्ड हैं. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि प्रोटीन पाउडर या सप्लीमेंट लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. जानिए डॉक्टर्स क्या कहते हैं.
सप्लीमेंट खरीदते वक्त ध्यान रखेंसप्लीमेंट खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? ये हमें बताया डॉक्टर मीनाक्षी जैन ने.

-मार्केट में खाने के लिए बहुत सारे सप्लीमेंट उपलब्ध हैं
-पर सभी सप्लीमेंट सेफ नहीं होते
-अलग-अलग लोगों को अलग-अलग सप्लीमेंट की जरूरत होती है
-जैसे अगर प्रोटीन सप्लीमेंट लेना है तो ये देखना होगा कि कितने ग्राम प्रोटीन कितने ग्राम सप्लीमेंट में मिलेगा
-आपके शरीर को प्रोटीन की कितनी मात्रा चाहिए
-अगर आप हेल्दी हैं, कोई मेडिकल प्रॉब्लम नहीं है, जिम जाते हैं
-तो आप 60-120 ग्राम प्रोटीन ले सकते हैं
-अगर किसी सप्लीमेंट में इससे ज्यादा प्रोटीन है तो इससे आपकी किडनी को नुकसान पहुंच सकता है
-अगर सप्लीमेंट में प्रोटीन की मात्रा कम है तो उसके हिसाब से मात्रा में बदलाव करना चाहिए
-व्हे प्रोटीन की जरुरत है या किसी और तरह के प्रोटीन की जरुरत है, ये सप्लीमेंट देखकर तय होता है
-ये ध्यान रखना है कि प्रोटीन में क्रिएटिनिन की मात्रा ज्यादा न हो
-अगर जिम के लिए प्रोटीन इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसमें एनाबॉलिक स्टेरॉइड न हो
-क्योंकि जिम जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोटीन से लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है
-अगर किसी प्रोटीन या दूध से एलर्जी है तो उसे अवॉइड करें
-उसके बदले सोया प्रोटीन लें
-अगर थायरॉइड की समस्या है तो सोया प्रोटीन अवॉइड करें
-उसके बदले केसीन प्रोटीन लें
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-आपको किस तरह का प्रोटीन लेना चाहिए, उसके लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें
-अगर बाजार से कोई सप्लीमेंट ले रहे हैं तो देखें कि वो अच्छी कंपनी का हो
-अगर आपको लिवर, किडनी की कोई बीमारी है तो ऐसे सप्लीमेंट अवॉइड करें जिसमें अज्ञात हर्बल प्रोडक्ट्स हैं
-इनसे किडनी और लिवर को और नुकसान पहुंच सकता है
-सप्लीमेंट इंडियन न्यूट्रिशनल स्टैण्डर्ड को पूरा करता हो
-हद से ज्यादा सप्लीमेंट न लें
-क्योंकि कुछ विटामिन जैसे विटामिन A, विटामिन D ज्यादा लेने से ये शरीर में जमा हो जाते हैं
-इससे लिवर खराब हो सकता है
-शरीर में स्टोन बन सकते हैं
-शरीर में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा हो जाती है

-कुछ सप्लीमेंट जैसे आयरन, कैल्शियम एक साथ लेने से शरीर उन्हें सोख नहीं पाता
-बहुत सारे सप्लीमेंट पेट को खराब कर देते हैं
-लूज़ मोशन, डायरिया हो सकता है
-ये देखें कि सप्लीमेंट फूड सेफ्टी एजेंसी से अप्रूव हुआ है या नहीं
-फूड अथॉरिटी ऑफ इंडिया से अप्रूवल मिला होना चाहिए
ये तो हुई बात कि प्रोटीन पाउडर या सप्लीमेंट खरीदते हुए किन बातों का ख्याल रखना चाहिए. अब आते हैं दूसरे सवाल पर, अगर आप सब-स्टैण्डर्ड या ऐसे प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं जो FSSAI से अप्रूव नहीं है, उनसे किन तरह का खतरा हो सकता है?
सब-स्टैण्डर्ड प्रोडक्ट्स के खतरे-अनसेफ प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने से लिवर, किडनी पर असर पड़ सकता है
-कई बार कुछ स्टेरॉइड आगे जाकर नुकसान करते हैं
-जो लोग जिम जाते हैं और ज्यादा प्रोटीन लेते हैं, उनकी मांसपेशियों में कमजोरी होने लगती है
-किडनी पर असर के साथ कमजोरी, सिर दर्द, उल्टियां होती हैं
-कोई भी सप्लीमेंट लेने से पहले अच्छे से चेक करें
अगर आप अच्छी बॉडी की चाह में ऐसे प्रोडक्ट्स इस्तेमाल कर रहे हैं जो फूड सेफ्टी स्टैण्डर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया से पास नहीं हुआ तो लेने के देने पड़ सकते हैं. इसलिए ऐसा कुछ भी खरीदने से पहले बेहतर है आप किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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