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दाद होना आम बात है, पर इससे बचने के लिए इन बातों का रखें खास ख्याल

रिंगवर्म इंफेक्शन में स्किन पर लाल रंग के गोल चकत्ते हो जाते हैं.

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रिंगवर्म एक तरह का स्किन इंफेक्शन होता है. (सांकेतिक फोटो)
9 नवंबर 2023 (Published: 05:58 PM IST) कॉमेंट्स
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आपने कभी रिंगवर्म (Ringworm) का नाम सुना है? रिंगवर्म किसी कीड़े-मकौड़े का नाम नहीं, बल्कि एक तरह का स्किन इनफेक्शन है. इसे आम भाषा में दाद बोलते हैं. ये इनफेक्शन हमारे देश में बहुत आम है. हमें सेहत पर मेल आया है हमारे व्यूअर नितिन का, जिनको एड़ी के पास खुजली शुरू हुई. देखते ही देखते वहां लाल रंग का चकत्ता पड़ गया. ये गोल था और उस पर ड्राई स्किन की परत थी. नितिन ने बिना डॉक्टर को दिखाए, उस पर कोई क्रीम लगानी शुरू कर दी. कुछ समय में वो थोड़ा और फैल गया. तब जाकर नितिन ने डॉक्टर को दिखाया. पता चला उन्हें रिंगवर्म हुआ है. दवाइयों से इनफेक्शन सूख तो गया पर निशान कभी नहीं गया. नितिन चाहते हैं कि हम अपने शो पर दाद के बारे में बात करें. लोगों को इसके बारे में जानकारी दें ताकि कोई गलत दवा न इस्तेमाल करे. तो सबसे पहले ये जान लेते हैं दाद किन वजहों से होता है और इससे कैसे बच सकते हैं. 

रिंगवर्म क्या होता है?

ये हमें बताया डॉक्टर मोनिका चाहर ने.

(डॉ. मोनिका चाहर, डायरेक्टर, स्किन डेकोर, नई दिल्ली )

- रिंगवर्म एक तरह का स्किन इनफेक्शन होता है. ये इनफेक्शन स्किन की सबसे ऊपरी परत पर होता है.

- ये इनफेक्शन एक फंगस की वजह से होता है, जिसका नाम है डर्माटोफाइट (Dermatophyte).

- रिंगवर्म इनफेक्शन एक आम संक्रमण है और भारत में बड़ी संख्या में इसके मामले पाए जाते हैं, क्योंकि यहां के वातावरण में काफी गर्मी और नमी है.

कारण और लक्षण

- रिंगवर्म इनफेक्शन शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है.

- लेकिन ये ज्यादातर उन हिस्सों में होता है जो कपड़ों से ढके नहीं होते या उन जगहों पर जहां स्किन फोल्ड होती है जैसे गर्दन और कांख.

- रिंगवर्म इनफेक्शन में स्किन पर लाल रंग के गोल चकत्ते हो जाते हैं.

- इन चकत्तों में खुजली भी हो सकती है और इनके किनारे उठे हुए दिखाई देते हैं.

- रिंगवर्म इनफेक्शन उन लोगों में ज्यादा होता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है.

- इसके अलावा डायबिटीज, आयरन की कमी या कुछ दवाइयों के कारण भी ये इनफेक्शन हो सकता है.

- बच्चों और बूढ़े लोगों में रिंगवर्म इनफेक्शन के मामले ज्यादा देखे गए हैं.

- कई बार रिंगवर्म इनफेक्शन आनुवंशिक भी होता है.

बचाव और इलाज

- जब भी रिंगवर्म इनफेक्शन हो तो किसी डर्मेटोलॉजिस्ट से ही इसका इलाज कराएं.

- ये इनफेक्शन स्किन पर लगाने वाली क्रीम से या टैबलेट के जरिए भी ठीक हो सकता है.

- टैबलेट को 2 से 3 हफ्ते खाने के लिए कहा जाता है.

- कई बार लोग डॉक्टर को दिखाए बगैर किसी दवाई की दुकान से रिंगवर्म इनफेक्शन की दवा लेते हैं.

- अक्सर इन दवाइयों में एंटीफंगल और स्टेरॉइड दोनों चीजें होती हैं.

- इस वजह से इस दवाई से इनफेक्शन से तो राहत मिलेगी, लेकिन इनफेक्शन जड़ से खत्म नहीं होगा.

- इसलिए किसी डर्मेटोलॉजिस्ट से ही रिंगवर्म इनफेक्शन का इलाज कराएं.

- इसके अलावा मरीजों को ढीले कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है.

- स्किन को ड्राई रखें, खासकर उन जगहों को जहां स्किन फोल्ड होती है.

- क्योंकि अगर वो हिस्सा गीला होगा तो वहां इनफेक्शन हो सकता है.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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