वैक्सिंग के बाद स्किन पर हो जाते हैं दाने तो ट्राई करें ये घरेलू उपाय
कुछ लोगों को वैक्सिंग करवाने के बाद इरिटेशन और छोटे-छोटे दाने नज़र आने लगते हैं. ये काफी पेनफुल होते हैं. कुछ होम रेमेडीज़ इस परेशानी से आपको बचाने में मदद कर सकती हैं

स्लीवलेस टॉप पहनना हो या अपनी फेवरेट क्यूट लिटिल ब्लैक ड्रेस. सबसे पहला कंसर्न ये रहता है कि कहीं हाथ-पैरों या अंडरआर्म्स में हेयर ग्रोथ तो नहीं. कुछ लोग इस हेयरग्रोथ के साथ कम्फर्टबल होते हैं, उन्हें इससे फर्क ही नहीं पड़ता. लेकिन कुछ लोग कम्फर्टबल नहीं होते हैं. वो लोग हेयर रिमूवल के लिए अलग-अलग तरीके ट्राई करते हैं. सबसे अच्छा और पॉपुलर तरीका है वैक्सिंग. ज़्यादातर लोग वैक्सिंग कराना इसलिए प्रेफर करते हैं क्योंकि इससे बाल तो हटते ही हैं इसके अलावा स्मूद और सिल्की स्किन भी मिलती है.
अब ये तो हम सब जानते ही हैं कि हर किसी की स्किन अलग होती है. किसी को वैक्सिंग करवाने के बाद पता भी नहीं चलता है, तो वहीं कई लोग ऐसे होते हैं जिनकी स्किन बहुत सेंसिटिव होती है और उन्हें वैक्सिंग करवाने के बाद स्किन इरिटेशन, रैशेज़ या किसी और तरह की एलर्जी एक्सपीरियंस करनी पड़ सकती है. सैलून में वैक्सिंग सेशन के बाद अगर आपको रेडनेस या ड्राय स्किन जैसी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं तो ये घरेलू नुस्खे आपके काम आ सकते हैं.
अगर आपके घर में एलोवेरा प्लांट है तो आप इसके नरिशिंग बेनिफिट्स को एंजॉय कीजिये. एलोवेरा की एक पत्ती तोड़िये, उसका जैल निकालिए और सीधा अपनी स्किन पर उस जगह मसाज करिए जहां आपने वैक्सिंग करवाई है. हेल्थलाइन में छपे एक आर्टिकल में बताया गया है कि एलोवेरा वैक्सिंग की वजह से स्किन में हुए इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद कर सकता है. ये आप रोजाना दिन में तीन बार कर सकते हैं.
टी ट्री ऑयल भी वैक्सिंग के बाद आपकी स्किन की इरिटेशन को कम करने में मदद करता है. वैक्सिंग करने के पहले और दूसरे दिन अगर आप ऑयल का इस्तेमाल करेंगे तो ये आपके पोर्स को बंद कर सकता है और आपको छोटे-छोटे दाने नज़र आ सकते हैं. इसलिए इस रेमेडी को दो या तीन दिन बाद ही ट्राई करें.
इसके लिए टी ट्री एसेंशियल ऑयल को किसी दूसरे ऑयल जैसे ऑलिव ऑयल या कोकोनट ऑयल के साथ मिलाकर ही इस्तेमाल करें. इसके लिए एक पैच टेस्ट ज़रूर कर लें और अगर 24 घंटों तक किसी तरह का कोई रिएक्शन ना हो तो आप इसको अपनी स्किन पर लगा सकते हैं.
हेल्थलाइन में छपे एक आर्टिकल में बताया गया है कि ACV नैचुरल एंटीसेप्टिक है. एक कॉटन पैड को एप्पल साइडर विनेगर में भिगो लें और जिस जगह पर इरिटेशन हो रही है वहां पर लगा लें. आप ऐसा दिन में तीन बार कर सकते हैं. इससे इंफेक्शन होने के चांसेस कम हो जायेंगे और हीलिंग भी तेज़ी से होगी.
खीरा अपनी एंटीऑक्सीडेंट और कूलिंग प्रोपर्टीज़ के लिए जाना जाता है. ये स्किन की रेडनेस को कम करता है. इसके लिए आपको करना ये है कि एक खीरे को पतली स्लाइस में काटना है और उसे थोड़ी देर के लिए फ्रिज में रखना है. इन स्लाइस को उस एरिया पर रब करें जहां आपको रेडनेस या इरिटेशन नज़र आ रही हो. आप खीरे का एक पेस्ट बनाकर भी वैक्सिंग वाले एरिया पर लगा सकते हैं.
दही एक प्रोबायोटिक फूड है, ये वैक्सिंग के बाद होने वाली रेडनेस को कम कर सकता है. दही को अपने हाथों और पैरों पर अच्छे से लगाकर मसाज करें और कुछ देर उसे सूखने दें. इसके बाद ठंडे पानी से धो लें. आपको काफी आराम मिलेगा.
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