The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Oddnaari
  • Lakhimpuri Kheri Principal thrashes Shikshamitra with shoes video goes viral

लखीमपुरी खीरी: प्रिंसिपल ने महिला शिक्षामित्र को जूतों से पीटा, वीडियो वायरल

वीडियो वायरल होने के बाद प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है.

Advertisement
principal beats female shikshamitar
वायरल वीडियो से ली गई तस्वीर (फोटो-आजतक)
pic
मनीषा शर्मा
24 जून 2022 (Updated: 28 जून 2022, 12:12 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी का एक वीडियो 24 जून को वायरल हुआ. इस वीडियो में एक स्कूल का प्रिंसिपल एक महिला शिक्षामित्र को जूतों से मारता नज़र आ रहा है.  वीडियो वायरल होने के बाद प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है. कहा जा रहा है कि प्रिंसिपल और शिक्षा मित्र के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था और वही विवाद मारपीट में तब्दील हो गया.

आजतक से जुड़े अभिषेक वर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिंसिपल का नाम अजीत कुमार और महिला शिक्षामित्र का नाम सीमा देवी है. दोनों महंगू खेड़ा गांव के सरकारी स्कूल में तैनात हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, किसी बात को लेकर प्रिंसिपल और शिक्षामित्र की बहस चल रही थी. बहस बढ़ते-बढ़ते लड़ाई में बदली और उसके बाद मारपीट तक पहुंच गई. मारपीट का जो वीडियो सामने आया है उसमें कुछ छात्र भी दिख रहे हैं. वीडियो में प्रिंसिपल शिक्षामित्र को जूतों और हाथ से बेरहमी से पीटता दिख रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि स्कूल का स्टाफ बीच-बचाव की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है.

मारपीट के आरोपी प्रिंसिपल अजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी कांत पांडे ने इस मामले में कहा,

"महंगू खेड़ा प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल अजित कुमार और उनकी शिक्षामित्र सीमा देवी के बीच सुबह विवाद हुआ और जिसमें अजीत द्वारा जूतों से मारपीट की गई है. हमारे पास वो वीडियो आने के बाद अजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. और सीमा देवी के प्रार्थना पत्र पर उन्हें दूसरे स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया है."

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिक्षामित्र की तरफ से इस मामले में पहले कोई शिकायत नहीं की गई थी. उन्होंने कहा कि सुबह दोनों के बीच हुई किसी कहासुनी की वजह से मारपीट हुई है. उन्होंने कहा कि प्रिंसिपल का काम निंदनीय है.

Advertisement