सिर से जुड़ीं बहनों ने इंटर की परीक्षा में कमाल किया, कहानी रुला देगी
इनका ऑपरेशन बेहद रिस्की है, CA बनना चाहती हैं दोनों बहनें.
ऊपर तस्वीर में मुस्कुराते हुए दिख रहीं इन दो बहनों के नाम वीणा और वाणी हैं. आपस में सिर से जुड़ीं इन दोनों बहनों ने फर्स्ट डिवीज़न से बारहवीं की परीक्षा पास की है. तेलंगाना स्टेट बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन ने 28 जून को इंटर फर्स्ट ईयर और सेकेंड ईयर के रिज़ल्ट जारी किए. दोनों बहनों को तेलंगाना की आदिवासी एवं महिला बाल कल्याणा मंत्री सत्यवती राठौड़ ने बधाई दी है.
तेलंगाना सरकार ने दोनों की पढ़ाई का जिम्मा उठायाइंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, वाणी को 1000 में से 712 मार्क्स मिले हैं वहीं वीणा 707 नंबरों के साथ पास हुई है. दोनों बहनों ने कॉमर्स, इकॉनोमिक्स और राजनीति विज्ञान को मेन सब्जेक्ट के तौर पर चुना था. फिलहाल अंग्रेजी और तेलुगु में दोनों बहनों ने अच्छे नंबर स्कोर किए हैं. न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, वीणा और वाणी तेलंगाना के महबूबनगर जिले की रहने वाली हैं. साल 2003 में वीणा और वाणी का जन्म हुआ था. उनके सिर आपस में जुड़े हुए थे. परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि इन दोनों बहनों का इलाज करवाया जा सके. 12 की उम्र तक वीणा और वाणी एक अस्पताल में रहीं और उसके बाद दोनों को स्टेट होम में शिफ्ट कर दिया गया. 2019 में तेलंगाना सरकार ने दोनों बहनों की पढ़ाई की जिम्मा उठाया.
वीणा और वाणी का इलाज़ काफी रिस्की हैसिर से आपस में जुड़ीं दोनों बहनों को डॉक्टर्स ने कई बार अलग करने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई. न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों बहनों के ऑपरेशन के खर्च में करीब 10 करोड़ रुपए खर्च होने का अंदाज़ा लगाया गया है. बताया जा रहा है कि दोनों की नसें आपस में इतनी उलझी हुई हैं कि इनका ऑपरेशन काफी जोखिम भरा साबित हो सकता है.
द क्विंट के मुताबिक, वीणा और वाणी को एग्ज़ाम में एक्स्ट्रा टाइम का विशेषाधिकार मिला था. मतलब ये कि दोनों बहनें अन्य परीक्षार्थियों के मुकाबले ज्यादा देर तक एग्ज़ाम दे सकती थीं लेकिन दोनों बहनों ने इस प्रिविलेज़ को लेने से इनकार कर दिया. इंटर के अलावा हाईस्कूल की परीक्षा भी वीणा और वाणी ने अच्छे नंबरों से पास की थी. अब इंटर पास करने के बाद दोनों बहनें चार्टड अकाउंटेंट बनना चाहती हैं.
तेलंगाना स्टेट बोर्ड के इंटरमीडिएट के एग्ज़ाम मई में हुए थे. सेकेंड ईयर की परीक्षा में करीब 4,42,895 छात्रों ने हिस्सा लिया था. इनमें से करीब 67.82 फीसदी छात्र परीक्षा में पास हुए हैं.