बारिश के मौसम में झड़ते, फूले हुए बालों का पक्का इलाज
मानसून में बारिश अधिक होने के कारण हवा और मौसम में नमी बनी रहती है. बहुत ज़्यादा नमी बालों के नेचुरल ऑइल को खत्म कर देती है. इस वजह से बाल बहुत ज़्यादा उलझ जाते हैं.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
बारिश का मौसम आया नहीं कि बालों का चिपचिपाना शुरू हो गया. सिर्फ़ चिपचिपाहट ही नहीं, इस मौसम में बाल एकदम फ्रिज़ी लगने लगते हैं यानी एकदम उजड़े हुए दिखते हैं. मानों जैसे किसी ने करंट लगा दिया हो. कई लोगों को इस मौसम में हेयर लॉस की भी बहुत समस्या रहती है. जब से बारिश का मौसम शुरू हुआ है, हमें सेहत पर लगातार लोगों के मेल्स आ रहे हैं. सबकी समस्या एक. बारिश के मौसम में बाल झड़ रहे हैं, ड्राई हो रहे हैं, बहुत फ्रिज़ी हो रहे हैं, क्या करें.
भई मैं इन सभी लोगों से पूरी हमदर्दी रखती हूं, क्योंकि मेरा भी यही रोना है. बारिश के मौसम में बाल इतने ज़्यादा उजड़े हुए लगते हैं कि क्या बताएं. कुछ समझ में ही नहीं आता क्या किया जाए. तो यही सवाल हमने पूछा डॉक्टर्स से. अब उन्होंने क्या हल बताया, वो सुनने से पहले ये जान लेते हैं कि बारिश के मौसम में बालों का ऐसा हाल हो क्यों जाता है.
मानसून में बाल फ्रिज़ी क्यों हो जाते हैं, झड़ते क्यों हैं?ये हमें बताया डॉक्टर गोविंद भारतीय ने.

-मानसून में बारिश अधिक होने के कारण हवा और मौसम में नमी बनी रहती है.
-इस नमी की वजह से बालों की जड़ें हाइड्रोजन ज़्यादा सोखने लगती हैं.
-जिसकी वजह से बालों का झड़ना ज़्यादा बढ़ जाता है.
-बहुत ज़्यादा नमी बालों के नेचुरल ऑइल को खत्म कर देती है.
-इस वजह से बाल बहुत ज़्यादा उलझ जाते हैं.
-फ्रिज़ी यानी उजड़े हुए लगने लगते हैं.
-जब बाल सूखते हैं तो बहुत ज़्यादा ड्राई लगते हैं.
-मानसून में बाल आम मौसम के मुकाबले 30 प्रतिशत ज़्यादा झड़ते हैं.
-जैसे आमतौर पर रोज़ 50-100 बाल गिरना आम बात है.
-इसे नॉर्मल समझा जाता है.
-पर बारिश के मौसम में ये आकड़ा बढ़कर 150-200 हो जाता है.
-जो एक सामान्य बात है.
मानसून में बालों का ख्याल कैसे रखें?-बहुत सिंपल चीज़ें करनी हैं.
-जैसे बारिश में ज़्यादा भीगना अवॉइड करें.
-बारिश में भीगने के बाद बालों को डायरेक्टली सुखाना शुरू न करें.
-बालों को सही पोषण दें.
-बालों का ढककर रखें.
-गीले बालों में कंघी न करें.
-बालों को नेचुरल तरीके से सूखने दें.
-अगर प्रॉब्लम ज़्यादा बढ़ रही है तो डॉक्टर से सलाह लें.
-अपने बालों का टाइप पता करें.

-आपके बालों को जो प्रोडक्ट्स सूट करें, ऐसे ही शैम्पू और कंडीशनर इस्तेमाल करें.
-इस मौसम में बालों में तेल ज़रूर लगाएं, क्योंकि तेल आपके बालों के नेचुरल ऑइल को बचाकर रखता है.
-स्कैल्प की नमी को बचाकर रखता है.
-अगर बाल बारिश में भीग गए हैं तो उन्हें सुखाने से पहले शैम्पू से बाल धोएं और कंडीशन करें.
-बालों को अपने आप सूखने दें.
-बालों को तौलिए से रगड़ने से अच्छा है हल्के-हल्के हाथों से बालों को पोंछे.
-सूखने के बाद ही कंघी करें.
-कंघी करते वक़्त लकड़ी या नीम की कंघी इस्तेमाल करें.
-दिन में 2-3 बार बालों को कंघी करें.
-हफ़्ते में ज़्यादा से ज़्यादा 2 बार गुनगुने तेल में कॉटन भिगाकर, उस कॉटन से बालों के स्कैल्प को मसाज करें.
-गुनगुना तेल बालों के नेचुरल ऑइल को बचाकर रखता है.
-जिससे बालों का टूटना और उलझना कम हो जाता है.
-खूब पानी पिएं.

-मानसून के मौसम में हम कम पानी पीते हैं, जिससे बालों की नमी कम हो जाती है.
-पानी बालों की नमी को बनाकर रखता है.
-ऑइल-बेस्ड सिरम इस्तेमाल करें.
-कॉफ़ी, चाय का कम इस्तेमाल करें.
-बालों को ड्राई करने वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें.
-खाने में भरपूर पोषण होना चाहिए.
-खाने में प्रोटीन की कमी न होने दें.
-जितना आपका वज़न है, उतना ही ग्राम प्रोटीन आपको रोज़ खाना चाहिए.
-इस मौसम में ब्लीचिंग, हेयर स्ट्रेटनिंग, हेयर कलरिंग, ज़्यादा स्टाइलिंग, ज़्यादा केमिकल के इस्तेमाल से बचें.
बारिश के मौसम में अपने बालों को कैसे बचाएं, ये तो डॉक्टर साहब ने बता दिया. पर अगर आपको सब कुछ ट्राई करने के बाद भी कोई फ़ायदा नहीं होता है, तो सुने-सुनाएं नुस्खों पर भरोसा न करें. न ही इन्हें झट से ट्राई करें. उससे बेहतर है आप एक डॉक्टर को दिखाएं जो आपके हिसाब से, आपके बालों के हिसाब से सही इलाज बताएं.
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