चेहरे को 'जवान' रखने वाले इंजेक्शन में एक गलती अंधा बना सकती है?
युवा दिखने के लिए लोग इंजेक्शन लगवा रहे मगर...

फिलर्स… आपने इस शब्द के बारे में टीवी या सोशल मीडिया पर सुना होगा. अक्सर ये दावा किया जाता है कि फलां-फलां एक्टर या सेलेब्रिटी ने फिलर्स लिए हैं, ताकि उनका चेहरा जवान दिखे. वो कम उम्र के दिखें. आम लोगों में भी फिलर्स को लेकर काफ़ी उत्सुकता रहती है.
हमें सेहत पर कई बार फिलर्स से जुड़े मेल आए, पर जिस मेल ने हमें इस टॉपिक पर बात करने के लिए मजबूर किया, वो हमें भेजा है वंदना ने. 42 साल की हैं. वो कुछ समय से फिलर्स लेने के बारे में सोच रही हैं. पर उन्हें सही जानकारी नहीं मिल रही. उनका कहना है कि वो गूगल पर इसके बारे में पढ़ रही हैं और जल्द फिलर्स लेने वाली हैं. अब कोई भी कॉस्मेटिक प्रोसीजर करवाने से पहले, ज़रूरी है कि सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह ली जाए. न कि गूगल के भरोसे फ़ैसला लें. ये क्या होता है, कैसे काम करता है, इसके क्या साइड इफेक्ट्स हैं, इसकी सही और साफ़ जानकारी होना बेहद ज़रूरी है. फिर फ़ैसला आपका कि आपको ये करवाना चाहिए या नहीं.
फिलर्स क्या होते हैं और किस चीज़ के बने होते हैं?ये हमें बताया डॉक्टर देबराज शोम ने.

-फिलर्स वो जादूई छड़ी है जो आजकल कई लोग इस्तेमाल कर रहे हैं युवा दिखने के लिए
-कई सारे स्टार्स 60 साल की उम्र में भी 30 साल के लगते हैं
-ये फिलर्स के कारण ही है
-फिलर्स इंजेक्शन होते हैं जो स्किन के अंदर दिए जाते हैं
-फिलर्स उस पदार्थ से बनते हैं, जिससे हमारी स्किन के टिशू बने होते हैं
-स्किन के अंदर जो कोलेजन होता है, उसमें हायलूरॉनिक एसिड नाम का मॉलिक्यूल होता है
-इसी मॉलिक्यूल से फिलर्स भी बनाए जाते हैं, फिर इंजेक्ट किए जाते हैं
-जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, चेहरे में मौजूद कोलेजन कम होने लगता है जिसके कारण चेहरा बूढ़ा दिखता है
-स्किन नीचे की तरफ़ लटकने लगती है और झुर्रियां पड़ने लगती हैं
-स्किन में उम्र के साथ जो कोलेजन कम हुआ है, फिलर्स की मदद से कोलेजन वापस डाला जाता है
-इसके कारण इंसान युवा दिखता है
-हायलूरॉनिक एसिड नेचुरल तौर पर स्किन में मौजूद रहता है, इसलिए फिलर्स को सेफ़ माना जाता है

-चेहरे में 30 साल के बाद कोलेजन नहीं बनता है
-इसलिए जब फिलर्स के इंजेक्शन दिए जाते हैं, तो वो घटते हुए कोलेजन को बढ़ाते हैं
-जहां-जहां झुर्रियां और लाइन्स दिख रही हैं, उसको भरते हैं
-इस भराव की वजह से चेहरे की स्किन फिर से उठी हुई दिखती है
-ये नॉन-सर्जिकल फ़ेस लिफ्ट जैसा है
-जिससे चेहरे की स्किन जो नीचे लटक गई थी उम्र के साथ, वो फिर से ऊपर की तरफ़ खिंचाव महसूस करती है
ज़्यादा फिलर्स लेने के नुकसान-कभी-कभी बहुत ज़्यादा फिलर्स इंजेक्ट कर दिए जाते हैं
-ऐसे में इंसान जब हंसता है तो होंठ साइज़ में बड़े लगते हैं
-या हंसने की कोशिश करने पर स्किन खिंची सी लगती है
-ये इसलिए होता है क्योंकि बहुत ज़्यादा फिलर्स इंजेक्ट किए गए हैं
-जितनी ज़रुरत है, फिलर्स केवल उतने ही इंजेक्ट करने चाहिए
-सही हाथों और सही ट्रेनिंग वाले एक्सपर्ट से ही इन्हें करवाना चाहिए
फिलर्स लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखें-फिलर्स लेने से पहले जांच करिए कौन फिलर्स देने वाला है
-ये एक मेडिकल ट्रीटमेंट है
-इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं

-अगर फिलर्स गलत जगह दे दिए गए तो अंधापन तक हो सकता है
-इसलिए ठीक से इंजेक्ट करना बेहद ज़रूरी है
-ज़रूरी है कि डॉक्टर ने फिलर्स इंजेक्शन में ट्रेनिंग ली हो और कई पेशेंट्स को फिलर्स दिए हों
-सही जगह से फिलर्स लें, डॉक्टर्स से सही सवाल पूछें
-दूसरा सवाल है कि फिलर्स कहां से लिए जाएंगे
-फिलर्स से इन्फेक्शन भी हो सकता है
-इसलिए साफ़-सुथरी जगह से फिलर्स लेना ज़रूरी है
-डॉक्टर्स से सलाह लें कि फिलर्स चेहरे पर कहां-कहां दिए जाएंगे और उसका क्या-क्या असर होगा
-फिलर्स अच्छे रिजल्ट देते हैं पर ये सब कुछ नहीं कर सकते
-कुछ पेशेंट्स को अलग ट्रीटमेंट की ज़रुरत पड़ेगी
-ज़रूरी नहीं कि फिलर्स लेने से आप युवा दिखने लगें
-फिलर्स लेने से पहले आपके चेहरे का एनालिसिस होना चाहिए
फिलर्स क्या होते हैं, कैसे काम करते हैं, इसको लेने का क्या नुकसान हो सकता है, ये सब आपने सुन लिया. अगर आप फिलर्स लेने के बारे में सोच रहे हैं तो डॉक्टर और क्लिनिक का चयन बेहद सोच-समझकर करें.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
वीडियो: सेहत: क्यों सेंट की ख़ुशबू से सिर चकराता है और तबियत ख़राब होती है?