पीरियड्स के ठीक पहले क्यों निकल आते हैं लाल दाने?
जिनको छूने पर दर्द भी होता है.
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याद है आपको, जब शुरू-शुरू में चेहरे पर मुंहासे आने शुरू हुए थे? घर पे डांट पड़ती थी कि हाथ मत लगाओ, फ़ैल जाएंगे. उन्हें फोड़ो मत, चेहरे पर निशान रह जाएगा? फिर बाद में धीरे-धीरे चेहरा साफ़ हो गया था. लेकिन हम में से कुछ लोगों की ये मुंहासों वाली दिक्कत हर महीने लौट आती है. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो ये ज़रूर पढ़ लीजिए.
जब पीरियड आने की उम्र होती है, तो चेहरे पर पिम्पल (मुंहासे) आने शुरू हो जाते हैं. इसे टीनएज एक्ने (Acne) कहा जाता है. इसके पीछे की मुख्य वजह होती है शरीर में हॉर्मोन्स का बढ़ना. समय के साथ हॉर्मोन्स का स्तर शरीर में नॉर्मल होता जाता है और शरीर को भी उसकी आदत हो जाती है. तो मुंहासे कम हो जाते हैं.
अधिकतर मुंहासों के निशान समय के साथ हल्के पड़ते जाते हैं. लेकिन जिनको बहुत ज्यादा एक्ने की समस्या हो, उनके निशान काफी लंबे समय तक बने रहते हैं. इनसे निजात पाने के लिए स्किन स्पेशलिस्ट को दिखाना ज़रूरी होता है. (सांकेतिक तस्वीर: पिक्साबे)
लेकिन लड़कियों के साथ एक दिक्कत अक्सर बनी रहती है. पीरियड्स आने के कुछ दिन पहले चेहरे पर मुंहासे आने शुरू हो जाते हैं. ये मुंहासे कई बार सिर्फ लाल दानों जैसे भी दिखते हैं, लेकिन जलन और हल्का-हल्का दर्द इनमें भी होता रहता है. इनको मेनस्ट्रुअल एक्ने कहा जाता है.
आर्काइव्स ऑफ डर्माटॉलॉजी में छपी एक स्टडी के अनुसार, 63 फीसद औरतों को मेनस्ट्रुअल एक्ने की दिक्कत झेलनी पड़ती हैं. ये वो औरतें/लड़कियां हैं जिनको आमतौर पर भी एक्ने की समस्या रहती है, लेकिन पीरियड्स के पहले बढ़ जाती है.
पिम्पल (मुंहासे) बनते कैसे हैं?
आपकी स्किन के ऊपर रोमछिद्र होते हैं. यानी छोटे-छोटे छेद जिनसे रोंये निकलते हैं. उनके नीचे सीबम ग्लैंड (ग्रंथियां) होते हैं. ये ग्रंथियां सीबम नाम का पदार्थ निकालती हैं जो आपकी त्वचा को चिकना और मुलायम रखता है. जब हॉर्मोन ऊपर-नीचे होते हैं तो कई बार इन ग्रंथियों से ज्यादा सीबम निकल जाता है. इससे रोमछिद्र ब्लॉक हो जाते हैं, उसमें कई बार बैक्टेरिया भी ट्रैप हो जाते. इस वजह से वहां मुंहासे हो जाते हैं.
मेनस्ट्रुअल एक्ने आम तौर पर चेहरे के निचले हिस्से में और गर्दन पर होता है. (सांकेतिक तस्वीर: Getty images)
पीरियड्स और मुंहासों का क्या लेना देना फिर?
मेनस्ट्रुअल साइकल आम तौर पर 28 दिन की होती है. इस दौरान अलग-अलग हफ़्तों में आपके हॉर्मोन लेवल ऊपर नीचे होते हैं. जो मुख्य हॉर्मोन हैं वो हैं एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन. पीरियड्स से पहले इस्ट्रोजन कम होता है, और टेस्टोस्टेरोन बढ़ जाता है. टेस्टोस्टेरोन नाम का हॉर्मोन पुरुषों में ज्यादा होता है. लेकिन औरतों के शरीर में भी बनता है. जब एस्ट्रोजन कम होता है तो टेस्टोस्टेरोन की मात्रा तुलनात्मक रूप से बढ़ जाती है. प्रोजेस्टेरोन की भी मात्रा बढ़ती है. इस वजह से आपके सीबम बनाने वाली ग्रंथि में सीबम बनना बढ़ जाता है. और लीजिए, मुंहासे बढ़ जाते हैं. पीरियड के पहले.
इससे छुटकारा कैसे पाएं?
इंटरनेट के भरोसे मत बैठिए. सबसे पहले किसी अच्छे स्किन स्पेशलिस्ट से संपर्क कीजिए. वो आपकी स्किन टाइप देखेंगे. हॉर्मोन लेवल चेक करेंगे. उस हिसाब से आपको सलाह देंगे. तब तक कुछ चीज़ें हैं आपकी स्किन की सेहत के लिए जिनका ध्यान आप रख सकती हैं.
# ढेर सारा पानी पिएं. दिन में कम से कम दो लीटर तो ज़रूर ही पिएं.
# सैलिसाइलिक एसिड (Salicyclic Acid) जिन स्किन केयर प्रोडक्ट्स में हों, उनका इस्तेमाल अपने स्किन स्पेशलिस्ट की सलाह के साथ करें. ये स्किन का ख्याल रखने में अहम भूमिका निभाने वाले इन्ग्रीडिएंट्स में से एक है.
# हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं. इनसे ना सिर्फ स्किन क्लियर होने में मदद मिलेगी बल्कि शरीर में आयरन भी बढ़ेगा.
# प्रोसेस किया हुआ खाना कम करिए. सफ़ेद चीनी कहानी कम करिए. जंक फ़ूड इत्यादि सेहत के लिए ठीक वैसे भी नहीं होता. उसे जितना हो सके, कम करिए.
अगर सब्जियां खाने में आपको परेशानी है तो आप दो तीन हरी पत्तेदार सब्जियों का जूस निकाल कर भी पी सकती हैं. लेकिन खाना बेहतर इसलिए होता क्योंकि इस तरह आपको उनका फाइबर भी मिल जाएगा. (सांकेतिक तस्वीर: पिक्साबे)
अगर हॉर्मोन्स की दिक्कत ज्यादा है तो हो सकता है कुछ रेयर केसेज में डॉक्टर ओरल पिल लेने की भी सलाह दें. ये पिल्स आम तौर पर कॉन्ट्रासेप्टिव यानी गर्भ निरोधक के रूप में इस्तेमाल की जाती हैं. इससे हॉर्मोन रेगुलेट हो जाते हैं. जब हॉर्मोन रेगुलेट होते, तो उनकी वजह से होने वाले मुंहासे भी कंट्रोल होने की संभावना होती है. लेकिन कोई भी इस तरह की पिल अपने डॉक्टर की सलाह के बिना ना लें.
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