वो बच्चा खिड़की पर बैठकर कुत्तों जैसी हरकतें करता था. कभी कुत्तों की तरह चलता था तो कभी उनकी तरह भौंकने की कोशिश करता था. स्कूल में भी उस बच्चे ने कई छात्रों को काटने की कोशिश की थी. और वो जिस बिल्डिंग में रहता था, वहां के लोग उसे अपने ही घर में 22 कुत्तों के साथ बंधक बना देखते थे. इतना ही जानने में आपको बहुत अजीब लग रहा होगा. पूरी कहानी जानेंगे तो दंग रह जाएंगे. एक एनजीओ की मदद से ये मामला सबके सामने आया है.
मां-बाप ने ही बच्चे को कुत्ते के साथ बंधक बनाया
हैरान करने वाली ये खबर महाराष्ट्र के पुणे (Pune) शहर की है. आजतक से जुड़े पत्रकार पंकज खेलकर की रिपोर्ट के मुताबिक यहां के कोंढवा इलाके की कृष्णाई बिल्डिंग में एक दंपती ने अपने 11 साल के बेटे को पिछले दो सालों से कुत्तों के साथ बांध रखा था. दो-तीन कुत्ते नहीं, 22 कुत्तों के साथ.
बच्चे के माता-पिता का नाम संजय लोधरिया और शीतल लोधरिया है. खबर के मुताबिक दोनों सुबह घर से निकल जाते थे. उनका बेटा एक बाथरूम-किचन वाले छोटे से फ्लैट में 22 कुत्तों के साथ अकेला बंधा रहता था. 11 साल के एक बच्चे के साथ ये क्रूरता करीब दो सालों तक चली.
बिल्डिंग में रहने वाले लोगों के मुताबिक लड़के के माता-पिता सड़क से आवारा कुत्ते उठाकर अपने फ्लैट पर ले आते थे. वे तो सुबह निकल जाते थे. लेकिन बच्चा दिनभर खिड़की पर बैठा रहता और उस फ्लैट से कुत्तों के भौंकने की आवाज़ आती रहती. इससे बच्चे की मानसिक हालत ऐसी हो गई कि कुछ समय बाद वो खुद भी कुत्तों जैसा व्यवहार करने लगा. खिड़की पर कुत्तों की तरह चलता और भौंकने की कोशिश भी करता.
कोरोना संकट की वजह से बच्चा करीब दो सालों से स्कूल भी नहीं जा पा रहा था. हालांकि कुछ दिनों पहले उसने स्कूल जाना शुरू किया. लेकिन वहां उसने कई छात्रों को काटने की कोशिश की.
इसी फ्लैट में बच्चे को बंधक बनाया था.(फोटो:आज तक)
मामला पुलिस तक कैसे पहुंचा?
22 कुत्तों के साथ बंधक बने बच्चे की बिगड़ती हालत देख उस बिल्डिंग के लोगों ने एक एनजीओ को फोन कर इसकी जानकारी दी. एनजीओ की डायरेक्टर अनुराधा सहस्त्रबुद्धे जब वहां पहुंचीं तो उन्होंने देखा कि कई आवारा कुत्तों के साथ वो लड़का अकेला था. फ्लैट में काफी गंदगी भी थी और एक कुत्ता तो मरा पड़ा था.
इसके बाद मामला पुणे के कोंढवा थाने पहुंचा और आरोपी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों पर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 23 और 28 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले पर सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सरदार पाटिल ने कहा,
‘’पति-पत्नी दोनों सड़क से कुत्ते उठाकर अपने घर ले आते थे. लेकिन उनकी कोई केयर नहीं करते थे. कुत्तों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ था. उनकी साफ सफाई नहीं होती थी और उनको खाना तक ठीक से नहीं देते थे. ऐसे कुत्तों के बीच उनका 11 साल का लड़का रहता था. एक छोटे से फ्लैट में कुत्तों के साथ उनका बच्चा बंद था. दो साल तक कुत्तों के साथ बंद रहने की वजह से वो अजीब सा बिहेव कर रहा है. लड़के के माता-पिता ने कुत्ते पालने के लिए सोसायटी या कॉर्पोरेशन से परमिशन भी नहीं ली थी. अब हमने कॉर्पोरेशन से कहा है कि वो उन कुत्तों का वैक्सीनेशन करके उनका रिहैबिलिटेशन करें.’’
फ्लैट में मौजूद कुत्ते (फोटो:आज तक)
फिलहाल आरोपी माता-पिता को जमानत मिल गई है. लेकिन बच्चे की हालत अभी नॉर्मल नहीं हुई है. पुलिस के मुताबिक बच्चा बहुत कम बात कर रहा है. उसकी सही देखभाल के लिए उसे चाइल्ड वेलफेयर सेंटर भेज दिया गया है.
वीडियो पालतू कुत्ते ने किया बच्चे पर हमला, वायरल वीडियो पर पुलिस ने क्या बताया?
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