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NCW को 2021 में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध की 31,000 शिकायतें मिली, आधे मामले UP से

शिकायतों की संख्या 2014 के बाद से सबसे ज़्यादा.

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शिकायतों की यह संख्या 2014 के बाद से सबसे ज़्यादा है (तस्वीर - ट्विटर)
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2 जनवरी 2022 (Updated: 2 जनवरी 2022, 13:51 IST)
Updated: 2 जनवरी 2022 13:51 IST
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राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) को साल 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 30 हजार से ज्यादा शिकायतें मिलीं. 2020 में आयोग को 23,722 शिकायतें मिली थीं. वहीं 2021 में 30,864 शिकायतें मिलीं. यानी 2020 की तुलना में 2021 में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध से जुड़ी 30% ज्यादा शिकायतें मिलीं. इन शिकायतों में से  11,013 सम्मान के साथ जीने के अधिकार से जुड़ी हुई हैं. इसके बाद घरेलू हिंसा से संबंधित 6,633 और दहेज उत्पीड़न से संबंधित 4,589 शिकायतें हैं.

सबसे ज्यादा शिकायतें UP से

सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की सबसे अधिक 15,828 शिकायतें दर्ज की गईं जो कि कुल शिकायतों का आधा से ज्यादा है. यूपी के बाद दिल्ली में 3,336, महाराष्ट्र में 1,504, हरियाणा में 1,460 और बिहार में 1,456 शिकायतें दर्ज की गईं.

हर महीने 3,100 से ज़्यादा शिकायतें

शिकायतों की यह संख्या 2014 के बाद से सबसे ज़्यादा है. 2014 में आयोग को 33,906 शिकायतें मिली थीं. NCW के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई से सितंबर 2021 तक, हर महीने 3,100 से अधिक शिकायतें मिलीं. आख़िरी बार 3,000 से अधिक शिकायतें नवंबर, 2018 में मिली थीं, जब भारत का #MeToo आंदोलन अपने चरम पर था. NCW प्रमुख रेखा शर्मा ने पहले कहा था कि शिकायतों में वृद्धि हुई है, क्योंकि आयोग लोगों को जागरूक कर रहा है. रेखी शर्मा ने कहा,
"आयोग ने हमेशा महिलाओं की मदद के लिए नई पहल शुरू की है. इसी को ध्यान में रखते हुए, हमने ज़रूरतमंद महिलाओं के लिए 24-घंटे हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया है, जहां वे शिकायत भी दर्ज करा सकती हैं."
आकांक्षा फाउंडेशन एक NGO है जो साइबर सुरक्षा से संबंधित जानकारियों का प्रसार करने की दिशा में काम करता है. इसकी संस्थापक आकांक्षा श्रीवास्तव ने कहा कि जब शिकायतें बढ़ती हैं तो यह अच्छा संकेत है, क्योंकि इसका मतलब है कि ज़्यादा से ज़्यादा महिलाएं बोलने का साहस कर रही हैं और वे जानती हैं कि कहां रिपोर्ट करना है. आकांक्षा ने न्यूज़ एजेंसी PTI से कहा,
“लोग अब आगे आ रहे हैं. पहले महिलाएं अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आ रही थीं... उन्हें नहीं पता था कि वे जो कुछ झेल रही हैं वह उत्पीड़न है, लेकिन अब वे रिपोर्ट करने के लिए आगे आ रही हैं, जो अच्छी बात है."
ग़ौरतलब है कि महिलाओं की गरिमा के उल्लंघन या मोलेस्टेशन संबंधित 1,819 शिकायतें आयोग को मिली हैं. इसके अलावा बलात्कार और बलात्कार के प्रयास की 1,675 शिकायतें, महिलाओं के प्रति पुलिस की उदासीनता की 1,537 और साइबर अपराधों की 858 शिकायतें मिली हैं.

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