मानो ये भी एक किस्म की एक प्रतिस्पर्धा हो. कि कौन कितने निचले स्तर पर जाकर बातें कर सकता है. एक बार फिर इस प्रतिस्पर्धा के एक सिरे पर एक्ट्रेस कंगना रनौत हैं. लेकिन इस बारी शुरुआत उन्होंने नहीं की. शुरुआत तो की सुखदेव पांसे ने. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हैं. सोशल मीडिया पर इनका एक वीडियो वायरल है. इसमें कंगना रनौत को ये “नाचने-गाने वाली” कह रहे हैं. बात ही ऐसी कही कि अब जमकर आलोचना हो रही है. पहले आप ये वीडियो सुनिए-
Congress workers were baton-charged by Police when they were opposing shooting of an upcoming film of Kangana Ranaut in Sarni, Betul. Cases were registered against them. The MLA and others were submitting the memorandum to the District Collector in connection with this incident.
— ANI (@ANI) February 20, 2021
इसमें सुखदेव पांसे कह रहे हैं
लोकतंत्र में अगर हमारे कांग्रेस कार्यकर्ता शांतिपूर्ण ढंग से किसानों की इज्ज़त, आन-बान-शान (के लिए खड़े हैं) और (वहीं) अपमान के रूप में कंगना जैसी नाचने गाने वाली एक महिला हमारे किसानों के स्वाभिमान के साथ ठेस पहुंचा रही. उस स्वाभिमान की रक्षा के लिए कांग्रेस खड़ी है, तो पुलिस उनके ऊपर लाठीचार्ज करने पर तुली है.
ये लोकतंत्र है, हमारा अधिकार है विरोध करने का. पुलिस कठपुतली नहीं बने. सरकारें आती-जाती रहती हैं. लेकिन किसी एक महिला के चक्कर में पुलिस ने हमारे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर बहुत ज़्यादा लाठीचार्ज किया है, इसकी हम घोर निंदा करते हैं और आपके माध्यम से हम चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच हो जाए और झूठे प्रकरण वापस हों और कुल पुलिस, जिन्होंने लाठीचार्ज किया, उन पर FIR हो. और जब तक जांच ना पूरी हो जाए, तब तक हमारे उन लोगों को गिरफ्तार न किया जाए. ये आपसे निवेदन है.
अब कंगना का नाम बीच में कहां से आया वो जानिए-
दरअसल, मध्य प्रदेश के सरणी में कंगना रनौत अपनी अगली फिल्म धाकड़ की शूटिंग कर रही हैं. इसी का विरोध कांग्रेस कार्यकर्ता कर रहे थे. वह शूटिंग स्पॉट की तरफ मार्च करने की प्लानिंग में भी थे. जिन्हें रोकने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी किया और लाठीचार्ज कर दिया. कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने केस दर्ज किया और इसके बदले में विधायक और अन्य लोगों ने इस पूरे मामले का ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा है और जांच की मांग की है.
शूटिंग का विरोध क्यों कर रहे थे?
कंगना रनौत ने किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के लिए किसानों को आतंकवादी कह डाला था. रिहाना के ट्वीट पर कंगना रनौत ने जवाब देते हुए कहा था-
इसके बारे में कोई भी बात इसलिए नहीं कर रहा है क्योंकि ये किसान नहीं हैं बल्कि आतंकवादी हैं जो भारत को बांटना चाहते हैं. जिससे चीन हमारे देश पर कब्जा क लें और US जैसे चाइनीज़ कॉलोनी बना दें. तुम शांत बैठो बेवकूफहम लोग अपने देश को बेवकूफ नहीं, जो अपने देश को बेच दें.
अब कांग्रेस तब से ही कंगना से माफी मांगने के लिए कह रहे हैं. और यही कारण था कि वो उनकी शूटिंग के सेट की तरफ मार्च निकाल रहे थे. उनका विरोध कर रहे थे.
इन सबके बीच कंगना ने क्या कहा?
सुखदेव पांसे की घटिया बात का जवाब कंगना ने भी दिया. उतने ही घटिया तरीके से. लिखा-
ये जो भी बेवकूफ है, बता दूं कि मैं कोई दीपिका, कटरीना या आलिया नहीं हूं. मैं अकेली हूं, जिसने आइटम नंबर्स को करने से मना कर दिया था. खान-कुमार जैसे बड़े कलाकारों के साथ बॉलीवुड में काम करने से मना कर दिया था, जिसने पूरे बुलीवुडिया (बॉलीवुडिया से वर्डप्ले करते हुए) गैंग के पुरुषों और महिलाओं को मेरे खिलाफ कर दिया. मैं एक राजपूत महिला हूं. मैं नाचती नहीं, हड्डियां तोड़ती हूं.
ये पहली दफा नहीं है, जब कंगना ने किसी नेता को सरेआम बेवकूफ कह दिया हो. इसके पहले राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चंद्र मीणा को जवाब में कुछ ऐसा ही कहा था. विधायक ने कंगना की योग्यता पर कुछ ट्वीट किया, तो कंगना फायर होते हुए बोलीं कि .मैं तो खुद को एक एवरेज इंसान मानती हूं लेकिन कई बेवकूफों के बीच सोशल मीडिया पर मैं लीड करने के लिए बेस्ट हूं. लेकिन कांग्रेस नेता ने कंगना को जो कहा है, वो भी किसी स्थिति में स्वीकार्य नहीं हो सकता.
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