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कानून को गोली मारिए, रेप रोकने के ये छह तरीक़े अपनाइए!

खिलते हैं फूल, उड़ती है धूल. रेप-वेप नहीं होता, लड़कों से हो जाती है भूल.

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Karnataka MLA Ramesh Kumar (Extreme Right) ने कहा कि जब रेप होना तय हो तो औरतों को लेटकर एन्जॉय करना चाहिए. और किन तरीकों से रेप से बचा जा सकता है?
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17 दिसंबर 2021 (Updated: 17 दिसंबर 2021, 12:32 IST)
Updated: 17 दिसंबर 2021 12:32 IST
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खिलते हैं फूल, उड़ती है धूल
और रेप वेप कुछ नहीं होता, बस लड़कों से हो जाती है भूल
एक दिन ऐसा नहीं होता जब मैं रेप की कोई खबर न पढ़ूं या न सुनूं. रोज़ एक न एक बार ऐसा होता है कि मैं पूछती हूं कि भई इतने रेप क्यों होते हैं, ये रेपिस्ट आते कहां से हैं, ये कैसी सोच वाले लोग होते हैं... बेसिकली मैं अपने दिमाग को जबरन का प्रेशर देती हूं, ये सोचकर कि पुलिस काम क्यों नहीं करती, सरकार रेप को लेकर और कड़े कानून क्यों नहीं बनाती. बेवकूफ मैं, ये नहीं देख पाती कि हमारे जिम्मेदार नेता और बाबा लोग रेप को लेकर कितनी गंभीरता से सोचते हैं. संसद, सत्संग और विधानसभाओं तक रेप रोकने को लेकर कितनी ज़रूरी बातें कही जाती हैं, ज्ञान के ऐसे-ऐसे मोती जिन्हें कोई लड़की अपने जीवन में अपना ले तो उसका रेप होना तो दूर, कोई पुरुष उस लड़की की तरफ बुरी नज़र से देखेगा भी नहीं.
दरअसल, कर्नाटक विधानसभा का सेशन चल रहा था. रेप से जुड़े किसी मामले पर चर्चा चल रही थी. कांग्रेस विधायक रमेश कुमार बोले- 'जब रेप होना तय ही है तो आराम से लेटो और मज़े लो.' मतलब, कोई आपका शरीर नोच रहा है, तो छटपटाकर अपनी चोट और तकलीफ को क्यों बढ़ाना, उससे अच्छा तो ये होगा न कि आप रेप को सेक्स समझकर एन्जॉय कर लो. कितनी गहरी बात कही मंत्री जी ने. बालिके! रेपिस्ट तो आपके लिए परमानंद की प्राप्ति का रास्ता है, उसे स्वीकार करो. Six ways to avoid rape रेप से बचने का ये इकलौता मार्ग नहीं है. रिश्ते लगाने वाली एक वेबसाइट की टैगलाइन है- और भी हैं रास्ते... जीवनसाथी पाने के. इसी तरह और भी हैं रास्ते, रेपिस्ट्स को दूर भगाने के. क्या हैं वो? चलिए जानते हैं.
पहला तरीका- अगर कोई आपका रेप करने आए तो उसे राखी बांधकर उसे भैया बोल दो. उसका हृदय परिवर्तन हो जाएगा. वो रेप करने की बजाए खुद आपको आपके घर तक छोड़कर आएगा.
Rakhi रेपिस्ट को भैया बोलकर उसे राखी बांध दो.

वाह ! कितना सिंपल तरीका था ये रेप और कई केसेस में तो मौत से भी बचने का.
दूसरा तरीका- जींस पहनना छोड़ दो. जींस या शॉर्ट्स टाइप की चीज़ें क्यों पहननी हैं? एक तो ये पश्चिमी सभ्यता का परिचायक हैं. ऊपर से अगर आपकी जांघ मोटी हुई तो जींस में आपके पैरों का कट दिखता है, ज्यादा टाइट जींस पहन ली तो आपके जननांगों का उभार तक उस पर दिखने लगता है. पुरुष तो ये सब देखकर उकसावे में आएंगे ही.
तीसरा तरीका- घर से निकलना बंद! और शाम-रात को तो बिल्कुल नहीं. न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी. न लड़कियां घर से निकलेंगी, न उनका रेप होगा. रही बात घरों के अंदर या दिन में होने वाले रेप्स की तो वो तो अभी भी कितनी कम होती हैं.
Night Out Woman रात में घर से बाहर निकलने वाली लड़कियां खुली तिजोरी होती हैं!

चौथा तरीका- चाऊमीन खाना एकदम बंद कर दो. प्रतिष्ठित वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी की मेडिकल साइंस के पेपर में पढ़ाया जाता है कि चाऊमीन खाने से शरीर में हॉर्मोनल इम्बैलेंस होता है. उसकी वजह से रेप और सेक्स करने की इच्छा जागृत होती है. इसलिए चाऊमीन खुद तो खाना ही नहीं है, आपके आसपास अगर कोई पुरुष चाऊमीन खा रहा हो, तो उसे भी रोकना है. उसका चाऊमीन खाना भी आपके लिए उतना ही खतरनाक है.
पांचवां तरीका- लड़कों को तिरछी नज़रों से देखना बंद कर दो. आपकी आंखें देखकर वो सारी दुनिया भूल जाते हैं, चलने लगता है तो बस रेप का स्लाइड शो. और हां, तिरछी नज़र या आंख मारने वाले स्माइली भी लड़कों को भेजना आज से एकदम बंद. केवल काम की बात, रेप की इच्छा रखने वाले पुरुष मासूम होते हैं, आपकी इमोजी का गलत मतलब उन्होंने निकाल लिया तो आपको ही आफत हो जाएगी.
Eyes 1850812 960 720 हनी सिंह का 'आईज़ हिप्नोटाइज़ तेरी करदी ऐ मैनू' वाला गाना तो आपने सुना ही होगा.

छठा तरीका- अपनी लक्ष्मण रेखा नहीं लांघनी है. अपनी संस्कृति और संस्कारों के दायरे में रहिए. कपड़े भी उसी हिसाब के पहनिए, पश्चिम के प्रभाव में आएंगे तो रेप तो होगा ही. क्योंकि रेप एक विदेशी कॉन्सेप्ट है. भारत में रेप नहीं होता था .
तो अगर आप महिला हैं या फिर महिला हितैषी हैं तो मेक श्योर कि आप उन्हें ये ज्ञान की बातें ज़रूर बताएं. वैसे रेप को लेकर ज्ञानवर्धक बातें इतने पर नहीं रुकतीं कि कैसे रेप रोका जा सकता है. तमाम कोशिशों के बाद अगर रेप हो ही जाए तो? तो उसके लिए कुछ तरीके हैं जिन्हें अपनाकर आप रेपिस्ट को माफ भी कर सकती हैं.
एक तरीका ये है कि आप ये स्वीकार कर लो कि लड़कों से गलती हो जाती है.
और दूसरा तरीका ये है कि चाहे रेप हो या सहमति से हुआ सेक्स, जननांग और शरीर स्त्री और पुरुष दोनों के इस्तेमाल होते हैं. तो सज़ा केवल लड़कों को नहीं मिलनी चाहिए. दोनों को बराबर सज़ा मिलनी चाहिए. जब खुद को सज़ा देने की बारी आएगी, तो आप खुद रेपिस्ट को सज़ा दिलाने की मांग करना बंद कर देंगी.
Denim Woman टाइट जींस से झांकते नितंब देखकर रेपिस्ट खुद को रोक नहीं पाते.

तो बहनों, सौ बात की एक बात ये कि रेप होता आया है, रेप होता रहेगा. पुलिस, कानून, कोर्ट, सरकार और संविधान की धाराओं पर सवाल उठाना बंद करो. रेप से बचना और रेप की शिकार होना तुम्हारे हाथ में है. तुमको संभलकर रहना है. क्योंकि रेप करने वाले पुरुष नादान हैं, उनसे गलती हो जाती है. तुम्हारे कपड़े उन्हें बरगला देते हैं, तुम्हारी नज़रें उन्हें बहका देती हैं, तुम्हारा रात में निकलना उनके लिए आमंत्रण होता है, तुम्हारी टाइट जींस से झांकते नितंब देखकर वो खुद को रोक नहीं पाते.
रेप की जब भी कोई खबर आती है, तो किसी ठोस एक्शन की बजाए हमें अपने नेताओं से सुनने को मिलते हैं इस तरह के गैरज़िम्मेदार बयान. ये नेता जो रेप के लिए भी रेपिस्ट की जगह विक्टिम को ज़िम्मेदार ठहराते हैं, उनका काम हमने आसान कर दिया है. उन्हें बार-बार ऐसे सुझाव देने से बचाने के लिए हमने सबकुछ एक बार में बता दिया है. जनहित में जारी टाइप. हमें उम्मीद है कि अगली बार जब रेप की कोई घटना हमारी अंतरात्मा को झकझोरेगी तो नेता विक्टिम शेमिंग करने की बजाए कोई जिम्मेदार बात कहेंगे. रेपिस्ट को उसकी हरकत के लिए जिम्मेदार ठहराएंगे. कड़े कानून, कड़ी सज़ा, फास्टट्रैक सुनवाई की बात करेंगे. और हमें उम्मीद देंगे कि हमारे जनप्रतिनिधि संवेदनशील हैं और रेप जैसे गंभीर मामलों पर सजग होकर, समझदारीभरी कोई बात कह सकते हैं. और कायदे का कुछ न सूझे तो चुप भी रह सकते हैं.
हमने शुरुआत कर्नाटक के विधायक के बयान से की थी. जाते-जाते हम आपको उस वीडियो के साथ छोड़ जाएंगे. मैं चाहती हूं कि रेप के उस चुटकुले पर स्पीकर महोदय को जो हंसी आई है, नज़र न लग जाए उन्हें. और हमारे भारत के वो पुरुष जो मर्दानगी के ज़हर से भरे हुए हैं वो भी इसे देखें और कामना करें कि इस हंसी को नज़र न लगे.

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