एक्टर और पॉलिटिशियन कमल हासन ने शनिवार, दो जनवरी को एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने स्नेहा मोहनदास, जो फूड बुक इंडिया की फाउंडर है, उनके एक वीडियो को रीट्वीट करके हुए विवादित लाइन लिखी. इसके बाद से यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया. माफी मांगने के लिए कहने लगे. पहले जानिए स्नेहा मोहनदास के वीडियो के बारे में क्योंकि मामला वहीं से शुरू हुआ.
स्नेहा ने 33 सेकेंड का एक वीडियो शेयर किया. इसमें वो ननचक्कू (मेटल वेपन) से सेल्फ डिफेंस की प्रैक्टिस कर रही हैं. उन्होंने कैप्शन लिखा-
खुद को प्रोटेक्ट करने के लिए अपनी क्षमता में आत्मविश्वास महसूस करना, आपको कम डर और अधिक स्वतंत्रता के साथ जीने का अधिकार देता है. हैशटैग फ्री फ्रॉम डोमेस्टिक वॉयलेंस, हैशटैग सेल्फ डिफेंस
Dignity and equipoise are important to your protection and empowerment. With the above qualities, your self-defence can become non-violent. When non-violence meets violence, there is no combat; clearly the criminal is exposed. Your confidence can do more damage than pepper spray https://t.co/0frfUtciWZ
— Kamal Haasan (@ikamalhaasan) January 2, 2021
इसी को रीट्वीट करते हुए कमल हासन ने लिखा,
आपकी सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए गरिमा और उपकार महत्वपूर्ण हैं. इन गुणों के साथ आपका सेल्फ डिफेंस अहिंसात्मक हो सकता है. और जब अहिंसा, हिंसा से मिलती है, तो कोई मुकाबला नहीं होता. स्पष्ट तौर पर अपराधी ही एक्सपोज होता है. आपका विश्वास, आपके पेपर स्प्रे यानी मिर्ची स्प्रे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है.
कुछ यूजर्स का कहना है कि कमल हासन कह रहे हैं कि सेल्फ डिफेंस की जरूरत नहीं, महिला को खुद की रक्षा करने के लिए. ‘ विश्वास, गरिमा’ जैसे ‘अहिंसात्मक’ उपकरण होने चाहिए . फिर चाहे महिलाओं पर कितनी भी हिंसा हो, वो बिना ‘हिंसा’ किए खुद को प्रोटेक्ट करें.
कांग्रेस नेता लक्ष्मी रामचंद्र ने कहा-
आप क्या कह रहे हैं, सर? मैं अपने खुद को और परिवार को अपराधियों से बचाने के लिए कुछ भी करूंगी. गरिमा माय फुट!
वहीं, सोशल वर्कर धिव्या मारुन्थैया ने लिखा,
मेरे ख्याल से पुरुषों को इन सब मामलों में न तो मुंह खोलना चाहिए और न अपनी राय देनी चाहिए. और तो और इन सब बहसों का हिस्सा भी नहीं बनना चाहिए.
पत्रकार राधिका संथानम ने भी ट्वीट किया. कहा-
सच में, ये ट्वीट करना कितना मुश्किल है. 2021 में पुरुष कृपया ‘नो’ का मतलब समझें. दुनिया भले जल रही हो, पर महिला को यही बताया जाता है कि वो गरिमा बनाए रखे. बहुत निराशाजनक है ये.
एक यूजर ने लिखा
बस करो सर, ये उस महिला को बताएं, जिसका अपहरण हुआ, गैंगरेप हुआ और फिर उसे जिंदा जला दिया गया. वहां गरिमा उसकी रक्षा कैसे कर रही है? जो आप कह रहे हैं क्या उससे जरा भी अंदाजा है कि वो सभी महिला जिनके साथ हिंसक व्यवहार हुआ, वो गरिमा में नहीं थीं.
कमल हासन के इस ट्वीट के बाद एक्टर की जमकर आलोचना हो रही है.
तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. उसके प्रचार में लगे एक्टर ने महिला वोटर्स को लुभान के लिए घरेलू महिलाओं को मेहनताना देने का वादा किया है. कहा है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वो घरेलू महिलाओं को सैलरी देंगे. पर उसके पहले महिलाओं के प्रति इस तरह के बयान निराशाजनक हैं.
वीडियो देखें: कमल हासन ने कहा कि अगर उनकी पार्टी जीती, तो वो महिलाओं के लिए ये करेंगे