झारखंड की राजधानी रांची. इसके तहत आने वाली एक तहसील के ग्रामीण इलाके में एक महिला का शव मिला. 3 जनवरी यानी रविवार के दिन. शव में से सिर गायब था. ये डेड बॉडी मिलने के बाद से ही इलाके में तनाव पसरा हुआ है और कई जगहों पर प्रदर्शन भी हुआ है. रिपोर्ट्स हैं कि कुछ लोगों ने सीएम हेमंत सोरेन के काफिले पर भी हमला किया था. हालांकि पुलिस का कहना है कि वो मामले की जांच कर रही है.
क्या है पूरा मामला?
‘इंडिया टुडे’ से जुड़े पत्रकार आकाश कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, गांववाले रविवार को जब शौच के लिए झाड़ियों के पास पहुंचे, तब उन्हें महिला का सिर कटा शव मिला. तुरंत पुलिस थाने में जानकारी दी गई. रांची ग्रामीण SP (सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस) नौशाद आलम का कहना है,
“3 जनवरी को डेड बॉडी मिलने की जानकारी हमें मिली, हम वहां पहुंचे. युवती की ही डेड बॉडी थी. सिर नहीं था. देखने से ऐसा लग रहा है कि कहीं दूसरी जगह हत्या करके डेड बॉडी को यहां लाकर डाला गया होगा, फिर गर्दन को काटकर हटा दिया होगा. शरीर पर कपड़े तो कम थे. बहुत सारे पॉइंट्स हैं, बहुत सारी चीज़ें हैं. हमने रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में भेजा है पोस्टमार्टम के लिए. ये भी देख रहे हैं कि कहीं रेप का मामला तो नहीं. डॉक्टर की जो फाइंडिंग्स आएंगी, उस हिसाब से आगे की कार्रवाई होगी.”
SP नौशाद आलम ने ‘दी लल्लनटॉप’ को बताया कि महिला के शव की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. उसके सिर को भी खोजा जा रहा है. साथ ही पुलिस ने एक ऐलान भी कर रखा है. ये कि जो भी व्यक्ति शव के बारे में पुलिस को जानकारी देगा, या आरोपी के बारे में, या गायब हुए सिर के बारे में पुलिस को बताएगा, उसे 25 हज़ार रुपए दिए जाएंगे. और उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी. अभी इस मामले में मेडिकल रिपोर्ट आई नहीं है. पुलिस का कहना है कि बिना मेडिकल रिपोर्ट के रेप वाले सवाल पर अभी कोई जवाब नहीं दिया जा सकता. पुलिस ने हत्या के मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
रांची में लोगों ने CM हेमंत सोरेन के काफिले पर हमला किया!
इस घटना पर BJP ने हेमंत सोरेन पर सवाल खड़े किए हैं. ‘इंडिया टुडे’ के सत्यजीत कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, BJP ने इस घटना को ‘निर्भया केस से भी ज्यादा भयावह’ कहा है. वहीं घटना से गुस्साए कुछ लोगों ने सोमवार यानी 4 जनवरी को सड़क पर विरोध प्रदर्शन भी किया था. आकाश कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, रांची के किशोरगंज इलाके में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर पथराव किया गया था. सड़क पर भी जमकर हंगामा हुआ था. पुलिस की बैरिकेडिंग भी हटा दी गई थी. रिपोर्ट्स हैं कि घटना में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. विरोध में सीएम का पुतला भी जलाया गया. हालांकि पुलिस ने फिर किसी तरह से घटना को कंट्रोल में किया.

इस झड़प और हमले के मामले में पुलिस ने करीब 12 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. झारखंड के DGP एमवी राव इस विरोध प्रदर्शन से काफी खफा नज़र आए. उन्होंने काफिले पर हुए हमले को सीएम के खिलाफ साजिश बताया है. मीडिया से DGP ने कहा,
“जो गुंडागर्दी हुई है, उसे बिल्कुल स्वीकार नहीं किया जाएगा. कठोरता से निपटा जाएगा. एक को भी नहीं छोड़ा जाएगा. दोबारा अगर कानून हाथ में लेने की कोशिश करेंगे, तो उसी जगह पर हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे. आप देखिएगा कितनी कठोरता से हम पेश आएंगे, कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाएगी. कानून को खिलौना समझने वालों के साथ ऐसे पेश आएंगे हम लोग कि वो ज़िंदगी भर याद रखेंगे. बहुत लोगों की गिरफ्तारी हुई है. हमारे पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, एक इंस्पेक्टर को ऑलमोस्ट मार दिया था. इनके पीछे मौजूद ताकतों को बताना चाहूंगा कि हम लोग बिल्कुल आयरन हैंड से कुचलेंगे. ये साजिश थी, पूर्ण रूप से साजिश थी.”
रांची में 4 जनवरी को हुए हंगामे के कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं.
वीडियो देखें: महिला ने पहले चाकू मारकर अपने पति की हत्या की, फिर फेसबुक पर पूरी कहानी बताई