शेफाली वर्मा. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बीच चर्चा का विषय बनीं इंडियन क्रिकेटर. इंग्लैंड की महिलाओं के खिलाफ चल रहे इकलौते टेस्ट मैच में शेफाली ने कमाल की बैटिंग की है. दोनों पारियों में हाफ सेंचुरी मारने वाली शेफाली की बैटिंग देख लोगों को विरेंदर सहवाग याद आ रहे हैं. और अपने पहले टेस्ट में सेंचुरी मारने से चूकने वाली शेफाली के खेलने का तरीका भी काफी कुछ सहवाग जैसा ही है.
पहली पारी में 96 के स्कोर पर बाउंड्री मारने के चक्कर में आउट हुई शेफाली दूसरी पारी में भी उसी अंदाज में खेलीं. उन्होंने सिर्फ 83 गेंदों पर 63 रन बनाए. हालांकि इस पारी में उनकी बैटिंग के साथ उनके आउट होने का तरीका भी दर्शनीय था.
दरअसल शेफाली 77 गेंदों पर 57 रन बनाकर खेल रही थीं. और तभी इंग्लैंड ने अपनी स्पिनर सोफी एकलेस्टन को गेंद थमा दी. सोफी ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद शेफाली के साथ की अपनी प्रतिद्वंद्विता पर बात भी की थी. उन्होंने कहा था,
‘जब शेफाली बैटिंग करती है तो हर बार मैं ये जंग जीतना चाहती हूं, जाहिर तौर पर मैं नहीं चाहती कि वह मेरे खिलाफ अच्छा करे. मैं हमेशा ही उसके खिलाफ खेलने में मिलने वाले कंपटिशन के लिए उत्साहित रहती हूं. मैं हर बार ही शेफाली से छक्का खाने से पहले उसे आउट करना चाहती हूं.’
शेफाली को आउट करने का लक्ष्य लेकर बोलिंग पर आई सोफी के लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही. सोफी की पहली ही गेंद को शेफाली ने उनके सर के ऊपर से बाउंड्री के बाहर तैरा दिया. हालांकि इसके बाद सोफी ने अच्छी वापसी करते हुए अगली चार गेंदें डॉट रखीं. ओवर की आखिरी गेंद. किसी भी बल्लेबाज के लिए खूबसूरत तोहफे जैसी ये गेंद इतनी सुंदर फुलटॉस थी कि शेफाली इसे जहां चाहतीं वहां उड़ा सकती थीं.
What a catch from Katherine Brunt to dismiss Shafali Verma! 🙌 #ENGvIND pic.twitter.com/zFfvhp0GHH
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) June 19, 2021
उन्होंने कोशिश भी की. लेकिन ये कोशिश सफल नहीं हुई. शेफाली का शॉट लॉन्ग ऑन की ओर हवा में टिक गया और कैथरीन ब्रंट ने लंबी दौड़ के बाद बेहतरीन डाइव मार कैच पकड़ लिया. शेफाली के इस शॉट में ना तो पॉवर थी और ना ही टाइमिंग और इसका खामियाजा उन्होंने अपना विकेट गंवाकर भुगता.
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