90 का दशक अभी शुरू हुआ था. मुजफ्फरनगर में एक दवाखाना हुआ करता था. शंकर दवाखाना.दवाखाने का दावा था कि शराब छुड़ा देंगे. यहीं एक लड़का काम करता था. दवाओं कीपुड़िया बनाता. काम कंपाउंडर का था, लेकिन लोग उसे डॉक्टर कहते थे. लड़का थोड़ादबंग था. देखें वीडियो.