बीते कुछ दिनों से आप एक चीज नोटिस कर रहे होंगे. किसी भी दोस्त-रिश्तेदार को फोनकरिए तो पता चलेगा कि तबीयत खराब है. किसी तो तेज बुखार है तो किसी के गले से आवाज़बड़ी मुश्किल से निकल रही है. हालांकि इन सबमें एक लक्षण बड़ा ही कॉमन दिखा. भयानकखांसी. कोई-कोई तो दो तीन हफ्ते से खांस ही रहा है. वो भी बलगम के साथ. जब मामलेबढ़ने लगे तो सबका ध्यान गया. खबरें भी छपीं. डॉक्टरों ने सतर्क रहने को भी कहा.फिर चर्चा शुरू हुई फ्लू और इंफ्लुएंजा वायरस की. और फिर पिक्चर में आयाइन्फ्लुएंजा वायरस का टाइप H3N2. ये वायरस थोड़ा इसलिए भी डरा रहा है क्योंकि सरकारके बताए गए आंकड़ों के मुताबिक इस H3N2 वायरस के चलते अब तक देशभर में 9 मौतें होचुकी हैं.