इज़रायल के प्रधानमंत्री नफ़्ताली बेनेट की मानें तो ईरान ने यूनाइटेड नेशंस की एटॉमिक एजेंसी IAEA से काग़ज़ात चुराए. फिर उनमें फेरबदल कर अपना दामन साफ़ रखने की कोशिश की. जांच से बचता रहा. लेकिन ये छलावा तभी तक चला, जब तक कि ये दस्तावेज़ इज़रायल के हाथ नहीं लग गए. 31 मई को बेनेट के ऑफ़िस की तरफ़ से एक वीडियो जारी किया गया. इसमें बेनेट ने ईरान पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने अपने हाथ में ईरान से गायब किए गए दस्तावेज़ भी दिखाए. आज हम जानेंगे, सीक्रेट फ़ाइल्स की पूरी कहानी क्या है? ये फ़ाइलें इज़रायल के हाथ कैसे लग गईं? और, आगे क्या होने वाला है?