चिट्ठी लिखी थी कंपनी में ही काम करने वाले कुछ लोगों ने, जो खुद को एथिकलएम्प्लाइज यानी कि नैतिक कर्मचारी कहते हैं. इन लोगों ने चिट्ठी में अपना नाम जाहिरनहीं किया था, लेकिन कंपनी के सीईओ सलिल पारेख और कंपनी के सीएफओ निलांजन रॉय परगंभीर आरोप लगाए थे.