अक्षय कुमार बता चुके हैं कि कैसे वो बंबई में बच्चों को कराटे सिखाते थे और दिल्लीसे कुंदन की जूलरी जैसे सामान लाकर बेचते थे. ये उनके बैंकॉक में पांच साल कराटेसीखकर आने के बाद के दिनों के संघर्ष की बात है. वे महीने के पांच-छह हजार रुपये कईधंधों के बाद कमा पाते थे. उनके एक स्टूडेंट के पिता मॉडल कॉर्डिनेटर थे. उन्होंनेअक्षय से कहा कि वे मॉडल क्यों नहीं बनते और उनको एक फर्नीचर ब्रांड के लिए मॉडलिंगका काम भी दिलवाया.