इंटरनैशनल ख़बरों का डेली बुलेटिन - दुनियादारी. आज बात एक सिविल वॉर की होगी. ठीकदस साल पहले शुरू हुआ झगड़ा, जो अभी भी दिशाहीन मोड़ पर खड़ा है. देश पीछे की तरफ़जा रहा है. ग़रीबी, भूखमरी, पलायन आदि के आंकड़े आगे. ये सिविल वॉर किसी पुरानेमुहल्ले में लगे बिजली के तारों की तरह उलझा हुआ है. पांच लाख से अधिक मौतें. लाखोंअपंग. बर्बाद शहर. असंख्य शरणार्थी. और, इन सबसे बेखबर एक लंपट सत्ताधीश. ये सब चलकहां रहा है? इसके आगे का रास्ता क्या है और सबसे ज़रूरी चीज़, इसमें एक स्कूल जातेबच्चे और दीवार पर लिखी एक पंक्ति की क्या भूमिका थी? सब विस्तार से बताते हैं.