The Lallantop
Advertisement

नए साल पर वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़, 12 की मौत, अब तक क्या पता चला?

12 मृतकों में से आठ की पहचान हुई.

Advertisement
Img The Lallantop
Vaishno Devi मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़. (फोटो: PTI)
font-size
Small
Medium
Large
1 जनवरी 2022 (Updated: 1 जनवरी 2022, 06:02 IST)
Updated: 1 जनवरी 2022 06:02 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
नए साल की शुरुआत दुखी करने वाली खबर से हुई है. जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ मचने से 12 लोगों की जान चली गई, वहीं 13 अन्य घायल हैं. यह पूरा घटनाक्रम एक जनवरी, 2022 को तड़के तीन बजे हुआ. जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया,
"कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ के कारण 12 लोगों की मौत हो गई, 13 लोग घायल हो गए. शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक घटनाक्रम तड़के पौने तीन बजे का है. एक झगड़ा हो गया, जिसके बाद लोग एक दूसरे को धक्का देने लगे. फिर भगदड़ मच गई."
इंडिया टु़डे से जुड़े सुनील भट्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 12 मृतकों में से आठ की पहचान हो गई है. ये मृतक उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, घायलों को नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. इस बीच जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने मरने वालों के घरवालों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजा की घोषणा की है. वहीं घायलों को दो लाख रुपये देने की घोषणा की गई है. वहीं पीएमओ की तरफ से 2-2 लाख की घोषणा की गई है. प्रधानमंत्री ने भी घायलों को पचास हजार रुपये देने की घोषणा की है. वहीं वैष्णो देवी मंदिर बोर्ड की तरफ से मृतकों के परिजनों को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे. पुलिस ने किया लाठीचार्ज इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मंदिर में उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया. जिसके बाद ही भगदड़ मची. यह भी सामने आया है कि 25 हजार से भी अधिक लोगों को कटरा से मंदिर जाने की इजाजत दे दी गई. कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच श्रद्धालुओं की यात्रा पर्चियां तक चेक नहीं की गईं. जिसकी वजह से भीड़ इकट्ठा हो गई. इस बीच जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी के गठन का आदेश दे दिया है. इस कमेटी की अध्यक्षता जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव और एडीजीपी करेंगे. एक ट्वीट में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यह भी बताया कि उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दे दी है. इस घटनाक्रम के संबंध में इंडिया टुडे ने कई श्रद्धालुओं और चश्मदीदों से बात की. उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से ढंग के इंतजाम नहीं किए गए थे. ना ही यात्रियां पर्चियां चेक की गईं और ना ही पर्याप्त मेडिकल इंतजाम किए गए. इन श्रद्धालुओं और चश्मदीदों ने पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठाए. दूसरी तरफ, नेताओं ने इस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं जताई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया,
"माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ के कारण गई जानों से बेहद दुखी हूं. मैं मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट करता हूं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी, मंत्री जितेंद्र सिंह और नित्यानंद राय जी से बात की है और स्थिति का जायजा लिया है."
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया,
"माता वैष्णो देवी मंदिर में हुई दुखद दुर्घटना से हृदय अत्यंत व्यथित है. इस संबंध में मैंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी से बात की है. प्रशासन घायलों को उपचार पहुंचाने के लिए निरंतर कार्यरत है. इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं."
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने भी अपना दुख व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट किया,
"माता वैष्णो देवी मंदिर में हुई भगदड़ की दुर्घटना दुखद है. मृतकों के परिवारजनों को मेरी शोक संवेदनाएं. घायलों के जल्द स्वस्थ होन के की कामना."
इस घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर आम लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. एक तरफ लोग बदइंतजामी के प्रति नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं.

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

Advertisement

Advertisement

Advertisement