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मंकीपॉक्स से निपटने के लिए WHO ने पुरुषों को सेक्स पार्टनर कम करने की सलाह दी

WHO ने कहा है कि मंकीपॉक्स के ज्यादातर मामले उन पुरुषों में सामने आए हैं, जो पुरुषों के साथ सेक्स करते हैं. हालांकि, उसने जोर देकर कहा कि ये संक्रमण किसी को भी हो सकता है.

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Monkeypox
मंकीपॉक्स (फोटो: इंडिया टुडे)
28 जुलाई 2022 (Updated: 28 जुलाई 2022, 23:29 IST)
Updated: 28 जुलाई 2022 23:29 IST
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation- WHO) ने मंकीपॉक्स (Monkeypox) के जोखिम वाले पुरुषों को सलाह दी है कि वे फिलहाल के लिए अपने सेक्शुअल पार्टनर्स की संख्या सीमित करें. WHO के चीफ टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयेसस ने कहा है कि अब तक इस वायरस से सबसे ज्यादा वह पुरुष प्रभावित हुए हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाते हैं. समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक यूरोप और अमेरिका में मंकीपॉक्स के कई मामले ऐसे पुरुषों से जुड़े हैं. हालांकि इसके साथ ही टेड्रोस ने ये जोर देकर कहा कि वायरस से एक्सपोज होने पर किसी को भी मंकीपॉक्स हो सकता है.

WHO की ओर से कहा गया कि मंकीपॉक्स के ट्रांसमिशन को रोकने के कदम उठाए जाने चाहिए. इसके लिए स्वास्थ्य एजेंसी ने खुद के लिए और दूसरों के लिए ‘सेफ च्वॉइस’ की सलाह दी है. WHO के चीफ टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयेसस ने कहा,

जो पुरुष दूसरे पुरुष के साथ सेक्स करते हैं, वो फिलहाल के लिए सेक्शुअल पार्टनर्स की संख्या घटाएं, नए पार्टनर के साथ सेक्स पर दोबारा सोचें और किसी भी नए पार्टनर के साथ कॉन्टैक्ट डिटेल एक्सचेंज करें ताकि जरूरत पड़ने पर फॉलो-अप किया जा सके.

मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?

मंकीपॉक्स अफ्रीका के कुछ हिस्सों में एंडेमिक है (मतलब यहां इसके मामले सामने आते रहते हैं). यहां लोग संक्रमित चूहे या छोटे जानवरों के काटने से संक्रमित होते हैं. हालांकि इस बार उन देशों से भी मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं, जहां पहले ये बीमारी नहीं देखी जाती थी.

WHO के मुताबिक सेक्शुअल संपर्क के जरिए ट्रांसमिशन के अलावा मंकीपॉक्स घरों में करीबी संपर्क से फैल सकता है. मंकीपॉक्स मुख्य रूप से त्वचा से त्वचा के संपर्क के जरिए फैलता है. इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बर्तन और बिस्तर छूने से भी मंकीपॉक्स फैल सकता है.

मंकीपॉक्स के 18 हजार से अधिक मामले

WHO के चीफ टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयेसस ने कहा,

मैंने शनिवार (23 जुलाई) को दुनिया भर में मंकीपॉक्स के प्रकोप पर पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न घोषित किया. WHO को 78 देशों से मंकीपॉक्स के 18 हजार से अधिक मामले रिपोर्ट किए गए हैं. इसमें 70 फीसदी से ज्यादा मामले यूरोपियन क्षेत्र और 25 फीसदी मामले अमेरिका के क्षेत्रों से रिपोर्ट किए गए. अब तक, 5 मौतें हुई हैं. बीमारी से होने वाली दिक्कतों को मैनेज करने के लिए लगभग 10 फीसदी मामले अस्पताल में भर्ती होने के हैं. मंकीपॉक्स के प्रकोप को रोका जा सकता है, अगर इसके जोखिम को गंभीरता से लिया जाए. इसके ट्रांसमिशन को रोकने के कदम उठाए जाएं और कमजोर ग्रुप को प्रोटेक्ट किया जाए.

मंकीपॉक्स के खिलाफ वैक्सीनेशन पर WHO का स्टैंड

टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयेसस ने इस वक्त मंकीपॉक्स के खिलाफ मास वैक्सीनेशन की जरूरत से इनकार किया है. उन्होंने मंकीपॉक्स के मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों के लिए टारगेट वैक्सीनेशन की सिफारिश की है. इसके अलावा हेल्थ वर्कर्स, कुछ लैब वर्कर्स और कई सेक्शुअल पार्टनर्स वाले जैसे हाई रिस्क वाले लोगों के लिए भी वैक्सीनेशन की सलाह दी है. 

भारत में मंकीपॉक्स के मामले

भारत की बात करें, तो देश में अब तक मंकीपॉक्स के 4 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 3 मामले केरल से और 1 दिल्ली से है. वहीं दिल्ली में मंकीपॉक्स के एक और संदिग्ध केस की जानकारी मिली थी. हालांकि, राहत की बात है कि उस संदिग्ध मरीज की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है. इस मरीज को एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. इस संदिग्ध मरीज के साथ ही ये चिंता बढ़ गई थी कि क्या मंकीपॉक्स दिल्ली में फैलने लगा है. हालांकि, इंडिया टुडे के अमित भारद्वाज के मुताबिक एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आई है और मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है. इस मरीज का दिल्ली में मंकीपॉक्स के पहले मरीज से कोई संपर्क नहीं था.

वीडियो- मंकीपॉक्स के खिलाफ स्मॉलपॉक्स की वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर वैज्ञानिक उतावले क्यों हैं?

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