पति की मौत के 15 महीने बाद पैदा हुई बेटी, शव से स्पर्म निकाल कर किया था गर्भधारण, जानें क्या है PSR?
पॉस्च्युमस स्पर्म रिट्रीवल (PSR) एक ऐसा मेडिकल प्रोसीजर है जिसमें ब्रेन डेड घोषित किए जा चुके या मौत के करीब पहुंच चुके शख्स के शरीर से शुक्राणु निकाल कर इकट्ठा किए जाते हैं.
ऑस्ट्रेलिया की एक महिला ने अपने पति की मौत के डेढ़ साल बाद उसके बच्चे को जन्म दिया है. खबर कई लोगों को अजीब लग सकती है लेकिन सच है. मामला मेडिकल साइंस से जुड़ा है और बहुत दिलचस्प है. यहां बात हो रही है ऑस्ट्रेलियाई मॉडल एलिडी पुलिन की. उनके पति और वर्ल्ड चैंपियन एथलीट एलेक्स पुलिन की 4 साल पहले मौत हो गई थी. एलेक्स पुलिन ओलिंपिक लेवल के स्नोबोर्डर थे. जुलाई 2020 में वह मछली पकड़ने गए थे. उस दौरान पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई. एलेक्स सिर्फ 32 साल के थे.
एलिडी एक पॉडकास्ट भी चलाती हैं. इसी के एक एपिसोड में उन्होंने सालों बाद अपने पति की मौत और उनकी बेटी के जन्म के बारे में बात की है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हादसे से पहले एलिडी और उनके बच्चे के लिए प्रयास कर रहे थे. लेकिन पति की असमय मौत ने एलिडी के सपनों को झकझोर दिया. लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी. एलिडी ने posthumous sperm retrieval (पीएसआर) यानी मौत के बाद शुक्राणु पुनर्प्राप्ति का विकल्प तलाशा.
क्या है Posthumous Sperm Retrieval?पॉस्च्युमस स्पर्म रिट्रीवल (PSR) एक ऐसा मेडिकल प्रोसीजर है जिसमें ब्रेन डेड घोषित किए जा चुके या मौत के करीब पहुंच चुके शख्स के शरीर से शुक्राणु निकाल कर इकट्ठा किए जाते हैं. PSR के तहत किसी मरते हुए या ऐसे व्यक्ति की डेडबॉडी से स्पर्म निकाले जाते हैं, जिसकी मौत कुछ घंटों/दिन पहले हुई हो. ये काम इन्जेक्शन, इलेक्ट्रोइजेक्युलेशन या अंडकोष की सर्जरी करके किया जाता है.
इस स्पर्म को फ्रीज करके रखा जाता है. बाद में उसकी पत्नी या परिवार के लोग बच्चे पैदा करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. सहमति के स्तर पर ये एक जटिल काम है. तकनीकी तौर पर इसे नैतिक माना जाए या नहीं, ये बहस का विषय है. PSR प्रोसीजर को लेकर पूछा जाता है कि क्या मरने वाले शख्स से इसकी अनुमति ली गई थी, क्या ऐसा करके उसके शव के साथ अनैतिक व्यवहार तो नहीं किया गया, वगैरा-वगैरा.
मेडिकल जानकारों के बीच PSR को लेकर आम सहमति नहीं है, क्योंकि कई लोग और मेडिकल विशेषज्ञ इसे सैद्धांतिक तौर पर सही नहीं मानते हैं और इसकी वैधता को लेकर सवाल उठाते हैं. भारत में मृत व्यक्ति की बॉडी से शुक्राणु निकाले को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं है.
बहरहाल, PSR की प्रक्रिया से एलीडी पुलिन को गुजरना पड़ा. मृत पति के शरीर से शुक्राणु निकालने के छह महीने बाद उनका आईवीएफ उपचार शुरू किया गया. इंट्रासाइटोप्लाज्मिक स्पर्म इंजेक्शन (ICSI), आईवीएफ का एक विशेष प्रकार है. इसमें एक शुक्राणु को सीधे अंडे में इंजेक्ट किया जाता है. इसी उन्नत प्रजनन तकनीक ने एलीडी पुलिन को पति की मौत के 15 महीने बाद अक्टूबर 2021 में अपनी बेटी को जन्म देने में मदद की.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में डॉ. प्रियंका सुहाग ने बताया कि हाल के वर्षों में इस तकनीक के उपयोग में वृद्धि देखी गई है. इसका मुख्य कारण भारत में हो रहे सामाजिक बदलाव और प्रजनन तकनीक में प्रगति है.
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