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बालासोर हादसे का मुआवजा भकोसने के लिए पति के मरने का दावा किया, पति को पता चला तो...

पुलिस ने तो महिला का झूठ सामने आने पर वॉर्निंग देकर छोड़ दिया था, लेकिन...

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Woman fake her husband death to get compensation of Balasore Train Accident
पति ने पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. (फोटो: आजतक)
7 जून 2023 (Updated: 7 जून 2023, 22:08 IST)
Updated: 7 जून 2023 22:08 IST
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ओडिशा रेल हादसे का मुआवजा पाने के लिए एक महिला ने अपने जिंदा पति को मृत बता दिया. फर्जी दस्तावेज तक दे दिए. लेकिन महिला का ये झूठ पकड़ा गया. मामला कटक जिले के मणिबांधा इलाके का है. यहां रहने वाली गीतांजलि दत्ता पहले उस हॉस्पिटल पहुंचीं, जहां रेल हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के शव शिनाख्त के लिए रखे गए थे.

आजतक के अजय कुमार नाथ की रिपोर्ट के मुताबिक गीतांजलि ने बालासोर के एक यात्री का फर्जी आधार कार्ड दिखाया था. दावा किया था कि उनके पति की रेल हादसे में मौत हो गई है. हालांकि, अपने पति को मृत घोषित कर मुआवजा पाने की कोशिश का खुलासा पुलिस ने वेरिफिकेशन में कर लिया. 

पत्नी के खिलाफ पति ने पुलिस में शिकायत की

न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक गीतांजलि का ये झूठ सामने आने के बाद पुलिस ने उन्हें वॉर्निंग देकर जाने दिया था. लेकिन इस बीच गीतांजली के पति विजय ने उनके खिलाफ मणिबांधा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.

रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि पति-पत्नी पिछले 13 साल से अलग रह रहे हैं. विजय ने अपनी पत्नी गीतांजलि के खिलाफ पब्लिक के पैसे हड़पने की कोशिश करने और उनकी फर्जी मौत की कहानी रचने के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

मणिबांधा थाने के प्रभारी बसंत कुमार सत्पथी ने कहा कि पुलिस ने गीतांजलि के पति को बाहानगा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा है क्योंकि हादसा वहीं हुआ था. ओडिशा के मुख्य सचिव पीके जेना ने रेलवे और ओडिशा पुलिस से शवों पर फर्जी दावा करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.

मृतकों के परिवार के लिए मुआवजे की घोषणा 

बता दें कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बालासोर ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों के परिवार के लिए 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. वहीं रेल मंत्रालय ने हादसे में मरने वालों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.

2 जून की शाम 7 बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इसी दौरान दूसरे ट्रैक से गुजर रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस कोरोमंडल के डिब्बों से टकरा गई. इस हादसे में कुल 288 लोगों की मौत हुई है.

वीडियो: ओडिशा रेल हादसे की वजह सिर्फ सिग्नल फेल नहीं', अधिकारी ने अब ये खुलासा कर दिया!

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