The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • with sign of 38 Shivsena MLA eknath shinde said anything happend to MLAs Uddhav, Pawar, Sanjay Raut will be responsible

'बागी विधायकों को कुछ हुआ तो ठाकरे-पवार जिम्मेदार' 38 विधायकों के साइन वाला शिंदे का लेटर

शिंदे ने संजय राउत पर गंभीर आरोप लगाए हैं राउत ने कहा है कि जो विधायक महाराष्ट्र छोड़ गए हैं, उन्हें वापस नहीं आने देंगे. और आएंगे तो रहने नहीं देंगे.

Advertisement
Shinde-uddhav
बाएं से दाहिने. एकनाथ शिंदे और सीएम उद्धव ठाकरे. (Aajtak)
pic
सौरभ
25 जून 2022 (Updated: 28 जून 2022, 12:12 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

उद्धव की शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक से पहले एकनाथ शिंदे ने एक और लेटर बम फोड़ा है.  खास बात ये है कि इस लेटर में शिवसेना के 38 विधायकों के दस्तखत हैं. और चिट्ठी में लिखा है कि अगर बागी विधायकों या उनके परिवारों को कुछ होता है तो इसके लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, शरद पवार, संजय राउत और महाविकास अघाड़ी के नेता जिम्मेदार होंगे. 

एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर ये लेटर जारी किया. शिंदे ने अपने ट्वीट में कहा है कि, 

मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के आदेश के बाद शिवसेना विधायकों की सुरक्षा वापस ले ली गई है. उनकी और उनके परिवारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है.

इस चिट्ठी में शिंदे ने सरकार, शिवसेना और शिवसेना, NCP और कांग्रेस के गठबंधन महाविकास अघाड़ी पर कई आरोप लगाएं हैं. एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों का आरोप है कि विधायक पद पर होते हुए भी सरकार ने बदले की भावना से उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा वापस ले ली है. जो कि अवैध है. विधायकों ने आरोप लगाया है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकी उन्हें कांग्रेस और NCP के साथ गठबंधन करने की मांग को स्वीकार करने के लिए झुकाया जा सके.

एकनाथ शिंदे की इस चिट्ठी में लिखा है कि विधायक सुरक्षा की मांग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें खतरा है. और इसी खतरे और महाविकास अघाड़ी के नेताओं की वजह से ही विधायकों को महाराष्ट्र छोड़ना पड़ गया है.

चिट्ठी में आरोप लगाया गया है कि एक तरफ विधायकों और उनके परिवारों को खतरा है दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी के नेता अपने अपने कार्यकर्ताओं को उनके खिलाफ हिंसा के लिए भड़का रहे हैं. चिट्ठी में सीधे तौर पर संजय राउत पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. आरोप है कि संजय राउत ने 23 जून को कहा था कि जो विधायक महाराष्ट्र छोड़ गए हैं, उन्हें वापस नहीं आने देंगे. और आएंगे तो रहने नहीं देंगे. चिट्ठी में संजय राउत के एक इंटरव्यू का हिस्सा भी लिखा गया है. जिसके मुताबिक संजय राउत ने कहा था-

सभी विधायकों को विधानसभा में आना चाहिए. उसके बाद हम देखेंगे. जो विधायक गए हैं, उनके लिए महाराष्ट्र वापस आना और यहां रहना आसान नहीं होगा.

चिट्ठी में शिंदे और उनके समर्थक विधायकों ने आरोप लगाए हैं कि संजय राउत के इसी बयान के बाद जैसे ही विधायकों की सुरक्षा वापस ली गई, शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने दो विधायकों के दफ्तर में तोड़फोड़ कर दी.

चिट्ठी में बिना नाम लिए पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का भी चिक्र किया गया है. बागी विधायकों का कहना है कि पंजाब में भी ऐसे ही कई चर्चित लोगों की सुरक्षा वापस ली गई, जिसके बाद वो गैंग्स्टर्स के निशाने पर आए.

इस लेटर को चार लोगों के नाम लिखा गया है. सीएम उद्धव ठाकरे, राज्य के गृहमंत्री दिलीप पाटिल, महाराष्ट्र के डीजीपी रजनीश सेठ और महाराष्ट्र में अलग अलग जिलों के सभी पुलिस कमिश्नर के नाम ये चिट्ठी जारी की गई है.

इस बीच आज उद्धव ठाकरे शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रहे हैं. बैठक से पहले कयास लगाए जा रहे हैं कि उद्धव, एकनाथ शिंदे पर बैठक में एक्शन ले सकते हैं. दूसरी तरफ शिंदे ने भी आगे की रणनीति के लिए गुवाहाटी के होटल में बागी विधायकों की 2 बजे मीटिंग बुलाई है. 

Advertisement