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CM पद पर अड़े थे, फिर राहुल गांधी के फोन के बाद पल भर में कैसे मान गए DK शिवकुमार?

राहुल गांधी से फोन पर हुई बातचीत के बारे में DK शिवकुमार ने खुद बताया है.

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Why DK Shivakumar agreed to Deputy CM post, know all the details
डीके शिवकुमार और राहुल गांधी (फोटो- आजतक/ट्विटर)
19 मई 2023 (Updated: 19 मई 2023, 09:45 IST)
Updated: 19 मई 2023 09:45 IST
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तीन दिनों के मंथन बाद आखिरकार कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगा दी. पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. 20 मई को सरकार का शपथ ग्रहण होगा और सिद्धारमैया के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. हालांकि, डीके शिवकुमार की चाहत थी कि मुख्यमंत्री का पद उन्हें मिले. वो लगभग अड़ गए थे. फिर उन्हें किस तरह मनाया गया?

कैसे माने डीके शिवकुमार?

इस सवाल का जवाब खुद डीके शिवकुमार ने दिया. कई राउंड की मीटिंग्स, राहुल गांधी की कॉल और सोनिया गांधी का इस मसले पर विचार. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीके शिवकुमार ने बताया कि बैठकों के कई दौर के बाद आखिरकार राहुल गांधी ने उन्हें फोन किया और साथ काम करने की बात कही. डीके ने कहा,

“सब ठीक है, सब ठीक होगा, सब अच्छा होगा. हमने एक लाइन में तय किया कि आलाकमान जो भी फैसला करेगा, हम उसे मानेंगे. आखिरकार राहुल गांधी ने मुझे फोन किया और कहा कि आप सब को एक साथ करना है.”

डीके शिवकुमार ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें फोन कर अपना फैसला बताया. उन्होंने कहा कि जो भी फॉर्मूला तैयार किया गया है, हम सभी ने उसे स्वीकार किया है.

राहुल गांधी से मिले

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिद्धारमैया अपने CM पद की दावेदारी करने के लिए 15 मई को दिल्ली पहुंचे थे. वहीं, डीके शिवकुमार 16 मई को दिल्ली पहुंचे थे. दोनों ने 16 मई के दिन ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से अलग-अलग मुलाकात कर अपनी बात रखी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर खरगे, केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला से बात की. इसके बाद 17 मई को दोनों ने राहुल गांधी से मुलाकात की.

डीके शिवकुमार इस मामले पर सोनिया गांधी की राय चाहते थे. क्योंकि सोनिया गांधी ने ही उन्हें राज्य पार्टी यूनिट का अध्यक्ष बनाया था. डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया दोनों ने सोनिया गांधी से भी बात की. सोनिया ने उनसे राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से बात करने को कहा.

आखिरकार फैसला 18 मई को केसी वेणुगोपाल के घर हुई बैठक में लिया गया. डीके को ये आश्वासन दिया गया है कि दो साल बाद सिद्धारमैया कुर्सी से उतरेंगे और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. बताया जाता है कि ये बात सोनिया गांधी ने भी कही है और खरगे ने भी. कहा जा रहा है कि डीके को ये आश्वासन भी दिया गया कि सरकार कोई भी बड़ा फैसला उपमुख्यमंत्री की रज़ामंदी के बगैर नहीं लेगी.

वीडियो: कर्नाटक डिप्टी सीएम के ऐलान के बाद डीके शिवकुमार ने क्यों कहा-मैं बॉस सिस्टम में काम नहीं करता

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