मुजफ्फरनगर वीडियो: परिवार पर समझौता करने और केस वापस लेने का दबाव कौन बना रहा है?
मुखिया नरेंद्र त्यागी ने कहा कि वे इस गांव में मीडिया का जमावड़ा नहीं चाहते.
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मुजफ्फरनगर के वायरल वीडियो (Muzaffarnagar viral video) केस में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कार्रवाई का आदेश दिया है. पुलिस ने आरोपी टीचर तृप्ता त्यागी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. इस बीच ख़बर है कि पीड़ित बच्चे के पिता के ऊपर समझौता करने और FIR खत्म कराने का दबाव बनाया जा रहा है. बता दें कि एक प्राइवेट स्कूल की टीचर वायरल वीडियो में एक मुस्लिम बच्चे को अन्य बच्चों से पिटवाती दिखी थीं. इस घटना को अल्पसंख्यकों के प्रति दुर्भावना बढ़ाने वाला बताया गया था.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुरा गांव के मुखिया नरेंद्र त्यागी ने कहा है कि वे नहीं चाहते कि वहां मीडिया वाले आएं. उन्होंने बच्चे के पिता से कहा है,
“अब ये ड्रामा बंद करो. हम इस गांव में मीडिया का जमावड़ा नहीं चाहते. मैं चाहता हूं कि तुम पुलिस स्टेशन जाओ और उनसे कहो कि तुम्हें FIR की जरूरत नहीं है. इसे (FIR) खत्म करवाओ...नहीं तो तुम्हें परिणाम भुगतना पड़ेगा.”
रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे के परिवार पर टीचर के खिलाफ केस खत्म करके समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है. आरोप है कि पुरा गांव के मुखिया नरेंद्र त्यागी और किसान नेता नरेश टिकैत ये दबाव बना रहे हैं.
बच्चे की पिटाई की घटना 24 अगस्त की बताई जा रही है. 25 अगस्त को वीडियो वायरल था. राजनीतिक पार्टियों ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है. शनिवार, 26 अगस्त से बच्चे के घर पर राजनीतिक पार्टियों और गांव के नेताओं का जमावड़ा लगने लगा था. राष्ट्रीय लोक दल (RLD), भीम आर्मी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM बच्चे के परिवार के समर्थन में आईं. वहीं गांव के कुछ स्थानीय नेता इस केस में समझौता करने का दबाव बनाने लगे.
किसान नेता नरेश टिकैत ने भी एक "शांति बैठक" आयोजित की और पीड़ित बच्चे के पिता से समझौता करके FIR वापस लेने की सलाह दी. वहीं, बच्चे के पिता ने अपने बच्चे को तृप्ता त्यागी के स्कूल भेजने से मना किया है. उन्होंने कहा,
“मैं अब अपने बेटे को वहां नहीं भेज सकता. वीडियो ने मुझे और मेरी पत्नी को डरा दिया. हम एक और स्कूल ढूंढेंगे और देखेंगे कि हम आगे क्या कर सकते हैं.''
बता दें, इस केस में अब तक आरोपी टीचर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. पुलिस का कहना है कि तृप्ता को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है क्योंकि केस की धाराएं जमानती हैं. पहले फोरेंसिक टीमें वीडियो की जांच करेंगी और उसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
(ये स्टोरी हमारे साथी अनुराग अनंत ने की है)
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