जब अपने दोस्त के कहने पर शशि थरूर ने सलमान खान की फिल्म छोड़ दी
जानिए उन पांच पॉलिटिशियंस के बारे में, जो राजनीति में आने के बाद सिनेमा की ओर चले गए.
Advertisement

एक ओर शशि थरूर और दूसरी तरफ फिल्म 'एक था टाइगर' के एक सीन में सलमान खान.
टाइम्स को दिए इंटरव्यू में शशि थरूर ने बताया कि करीब 10 साल पहले उन्हें सलमान खान की फिल्म 'एक था टाइगर' में काम करने का मौका मिला था. सलमान खान-कटरीना कैफ स्टारर इस फिल्म में शशि को विदेश मंत्री का रोल ऑफर किया गया था. शशि इस रोल को करने के लिए काफी कंविस्ड भी थे क्योंकि ये कोई बहुत टफ रोल नहीं था. साथ ही फिल्म के मेकर्स ने शशि की ये शर्त भी मान ली थी कि वो किसी और की लिखी लाइन स्क्रीन पर नहीं बोलेंगे. अपनी लाइन खुद लिखेंगे. इस्तांबुल में एक दिन की शूटिंग करनी थी. और उस सीन को फिल्म में एक से ज़्यादा बार दिखाया जाना था.

शशि थरूर अपनी फर्राटेदार और कम लोगों को समझ आने वाली अंग्रेज़ी के चलते भी खूब चर्चा में रहते हैं.
शशि थरूर ने बताया कि उन्होंने ये फिल्म अपने एक दोस्त के कहने पर नहीं की. तब राज्य विदेश मंत्री रहे थरूर बताते हैं कि इस ऑफर के बारे में उन्होंने अपने दोस्त-साथियों से चर्चा की. इस पर उनके एक दोस्त ने कहा-
'If you want to be the foreign minister, do not play the foreign minister.'मतलब अगर विदेश मंत्री बनना चाहते हो, तो विदेश मंत्री का रोल मत करो. शशि ने अपने दोस्त की सलाह का सम्मान करते हुए ये रोल ठुकरा दिया. बाद में उस फिल्म में विदेश मंत्री का किरदार अशोक अवस्थी नाम के एक एक्टर ने निभाया था.

सलमान खान, कटरीना कैफ, गिरिश कर्नाड और रणवीर शौरी स्टारर फिल्म 'एक था टाइगर' का पोस्टर.
इंडिया में ऐसे बहुत कम मामले देखने को मिले हैं, जब किसी नेता ने राजनीति से शुरुआत करके फिल्मों की ओर रुख किया है. शशि थरूर के बहाने हम आपको पांच और ऐसे भारतीय नेताओं के बारे में बताएंगे, जो कुछ मिनट के लिए ही सही लेकिन किसी फिल्म में नज़र आए.
1) अमर सिंह- पूर्व समाजवादी पार्टी नेता और एक समय में बच्चन परिवार के खासे करीबी. अमर सिंह ने 2011 में आई देव आनंद की आखिरी फिल्म 'चार्जशीट' में पहली बार एक्टिंग की. उस फिल्म में अमर सिंह ने होम मिनिस्टर का रोल किया था. इसके बाद उन्होंने 2013 में आई शैलेंद्र पांडे की फिल्म 'जेडी' (JD) में भी काम किया था. और इसमें भी उनका कैरेक्टर एक नेता का ही था.

फिल्म 'जेडी' के एक सीन में एक्टर अमर सिंह, जिन्होंने फिल्म में नेता की भूमिका निभाई थी.
2) बृंदा करात- पूर्व राज्य सभा सांसद और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की नेता. बृंदा ने 2005 में आई फिल्म से 'अमु' से एक्टिंग के क्षेत्र में कदम रखा था. ये फिल्म बृंदा की भांजी शोनाली बोस ने डायरेक्ट की थी. फिल्म में बृंदा ने लॉस एंजेलिस में रहने वाली सिविल राइट्स एक्टिविस्ट केया रॉय का रोल किया था.

1984 सिख दंगों पर बेस्ड फिल्म 'अमु' के एक सीन में कोंकणा सेन शर्मा के साथ बृंदा करात.
3) सुहासिनी अली- एक और कम्युनिस्ट पार्टी नेता, जिन्होंने अपना पहला चुनाव 1989 आम चुनावों में लड़ा था. सुहासिनी ने फिल्म डायरेक्टर मुजफ्फर अली की 1981 में आई फिल्म 'उमराव जान' के लिए कॉस्ट्यूम डिज़ाइन किया था. लेकिन बतौर एक्टर फिल्मों में वो आईं 2001 में आई शाहरुख खान की फिल्म 'अशोका' से. एकाध हॉलीवुड फिल्म में काम करने के बाद वो बृंदा के साथ 'अमु' में भी नज़र आई थीं.

फिल्म 'अशोका' के एक सीन में शाहरुख खान के साथ सुहासिनी अली. सुहासिनी ने फिल्म में महारानी धर्मा का रोल किया था.
4) उमर अबदुल्ला- जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर ने 2008 में आई अपूर्व लखिया की फिल्म 'मिशन इस्तांबुल' में काम किया था. सुनील शेट्टी, विवेक ओबेरॉय, जाएद खान और श्रिया सरन स्टारर इस फिल्म में उन्होंने अपना ही रोल प्ले किया था. उस फिल्म में उमर ने आतंकवादी गतिविधियों की वजह से कश्मीर में आ रही दिक्कतों के बारे में बात की थी.

फिल्म 'मिशन इस्तांबुल' में अपने ही रोल में श्रिया सरन को इंटरव्यू देते उमर अब्दुल्ला.
5) बीना काक- बीना ने 1985 में कांग्रेस पार्टी की सीट पर राजस्थान विधान सभा चुनावों में हिस्सा लिया. और सुमेरपुर सीट से जीतकर एमएलए बन गई. 2003 के चुनावों में उनकी हार के बाद सलमान खान ने उन्हें अपनी फिल्म 'मैंने प्यार क्यों किया' में एक रोल ऑफर किया. जो बीना एक्सेप्ट कर लिया. इसके बाद से वो 'गॉड तुस्सी ग्रेट हो', 'नन्हे जैसरमेर' और 'सलाम-ए-इश्क' जैसी फिल्मों मे काम कर चुकी हैं.

फिल्म 'मैैंने प्यार क्यों किया' के सीन में सलमान खान के साथ बीना काक. बीना ने फिल्म में सलमान के कैरेक्टर की मां का रोल किया था.
वीडियो देखें: इंडियन सुपरस्टार्स की वो फिल्में जो कोरियन फिल्मों की हूबहू कॉपी थीं