26 अगस्त 2016 (Updated: 26 अगस्त 2016, 08:15 AM IST) कॉमेंट्स
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व्हाट्सऐप और फेसबुक मिलकर आपकी प्राइवेसी की बैंड बजाने जा रहे हैं. आप जो आधी रात तक मोबाइल चार्जिंग में ठांसकर दोस्तों, दुश्मनों, रिश्तेदारों और 'उनसे' बतियाते हैं न. वो कतई सुरक्षित बातचीत नहीं रह जाएगी. काहे कि व्हाट्सऐप की 'पापा कंपनी' है फेसबुक. उसके फाउंडर जैन कुम ने उसको बेच दिया था न.
तो अब कंपनी का लेटेस्ट फंडा ये है कि फेसबुक व्हाट्सऐप से इन्फो शेयर करेगी. किसी का मोबाइल नंबर भी. इसके पीछे व्हाट्सऐप वाले लॉजिक ये दे रहे हैं कि इससे आपकी हेल्प होगी. उस इन्फॉर्मेशन के बेस पर फेसबुक आपको ज्यादा करीबी फ्रेंड्स सजेस्ट कर पाएगा.
अमा घंटा. जिसको सर्च करना होगा हम खुद कर लेंगे. तुम काहे हमारा डेटा हर ऐरे गैरे नत्थू खैरे को बांटने बैठे हो. बड़े मंगल का प्रसाद है क्या? कि भंडारा खोल रखा है यहां. मियां जैन कुम, तुमने तो बड़ा सा ब्लॉग लिखा था अपनी कंपनी बेचते वक्त. "आपकी प्राइवेसी का रेस्पेक्ट करना हमारे DNA में है."
खतम हो गया वो DNA! आ गए न हमारे मैसेजेस का सौदा करने पर! इनका कहना ये भी है कि ये इन्फॉर्मेशन निकालने से पहले हमारे पास मैसेज आएगा. जैस बैंक और एयरलाइंस से आता है. उस पर हां करने के बाद ही ये काम होगा. माने अगर गलती से तुमने रिप्लाई कर दिया तो तुम्हारे मेले बाबू ने खाना खाया, मेला शोना से लेकर सच्चे हिंदू/मुस्लिम हो तो शेयर करो, ये फोटो वैष्णो देवी से चला है, 'और बताओ' वाले सभी मैसेज पूरी दुनिया पढ़ रही होगी.