सुप्रीम कोर्ट में उत्तराखंड आग पर बहस चल रही थी, जज-वकील गाने क्यों गाने लगे?
Supreme Court ने उत्तराखंड सरकार से कहा कि बारिश या Cloud Seeding के भरोसे नहीं बैठा जा सकता और जल्दी ही इसके रोकथाम का उपाय किया जाना चाहिए.
उत्तराखंड आग मामले को लेकर 8 मई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान याचिकाकर्ता और वरिष्ठ एडवोकेट राजीव दत्ता ने उत्तराखंड सरकार को जमकर घेरा (Uttarakhand Fire Supreme Court). कोर्ट की तरफ से भी राज्य सरकार को फटकार पड़ी. सुनवाई के दौरान ही एडवोकेट दत्ता ने तंज कसते हुए एक अंग्रेजी गाने का जिक्र कर दिया. उनके जवाब में जस्टिस संदीप मेहता ने भी एक गाना सुना दिया.
सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने जस्टिस BR गवई और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच को अंतरिम स्टेटस रिपोर्ट पेश की. सरकार के वकील उपमहाधिवक्ता जतिंदर कुमार सेठी ने बताया कि नवंबर 2023 से अब तक जंगलों में आग लगने की 398 घटनाएं हो चुकी हैं और ये हर बार इंसानों ने लगाईं. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उत्तराखंड के जंगलों का सिर्फ 0.1% हिस्से में ही आग चपेट में आया है.
जतिंदर कुमार सेठी ने कहा कि उत्तराखंड के जंगलों में आग लगना कोई नई बात नहीं है और वन विभाग हर गर्मी में इसका सामना करता है. उन्होंने बताया कि आग के मामले में 350 आपराधिक केस दर्ज किए गए हैं जिनमें 62 लोगों के नाम शामिल हैं. कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है. दूसरी तरफ एडवोकेट राजीव दत्ता ने कहा कि राज्य सरकार जितना बता रही है समस्या उससे कहीं ज्यादा गंभीर है.
मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार से कहा कि बारिश या कृत्रिम बारिश (क्लाउड सीडिंग) के भरोसे नहीं बैठा जा सकता और जल्दी ही इसके रोकथाम का उपाय किया जाना चाहिए.
बहस के दौरान एडवोकेट राजीव दत्ता ने अमेरिकी सिंगर बिली जोएल के एलबम Storm Front से 1989 का हिट गाना सुनाया. राजीव दत्ता ने कहा,
एक लोकप्रिय गाना है- we didn't start the fire मतलब 'हमने आग शुरू नहीं की'.
इस पर जस्टिस संदीप मेहता ने जस्टिन टिंबरलेक के 2006 के एलबम FutureSex/LoveSounds से गाना सुनाया. बोले,
एक और गाना है- what goes around comes around मतलब 'जैसा करोगे वैसा ही भरोगे'.
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मामले में अगली सुनवाई 15 मई को होगी.
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