यूपी: सपा नेता ने बुलडोजर का विरोध किया, BJP वालों ने पुलिस के सामने पीटा!
बताया जाता है कि कानपुर के सपा नेता फतेह बहादुर गिल जिस विवादित प्लॉट से कथित अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे थे, उसे स्पीकर सतीश महाना के ही एक रिश्तेदार ने खरीदा है

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अवैध अतिक्रमण पर योगी सरकार की कार्रवाई फिर शुरू हो गई है. खबर है कि कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) के बाद से शहर में कई जगहों पर अवैध निर्माण हटाए जा रहे हैं. सोमवार, 13 जून को कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) कानपुर के लाल बंगला इलाके में स्थित एक कथित अवैध अतिक्रमण को हटाने पहुंचा. इस दौरान वहां समाजवादी पार्टी (samajwadi party) के एक नेता पहुंच गए. आरोप है कि सपा नेता की BJP कार्यकर्ताओं से कहासुनी हो गई और बात इतनी बढ़ गई कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई कर दी.
केडीए की कार्रवाई गैरकानूनी?आजतक के रिपोर्टर रंजय सिंह के मुताबिक सोमवार को जब लाल बंगला इलाके में बुलडोजर पहुंचा तो वहां सपा नेता फ़तेह बहादुर गिल पहुंच गए. गिल ने आरोप लगाया कि केडीए अवैध अतिक्रमण के नाम पर एकतरफा कार्रवाई कर रहा है और अतिक्रमण हटाने का विरोध किया.
आरोप है कि इसके बाद वहां मौजूद बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने गिल के साथ मारपीट की. आरोप यह भी है कि इसके बाद कानपुर पुलिस ने फतेह बहादुर गिल के साथ जोर-जबरदस्ती की और उन्हें जबरन गाड़ी में बिठाने की कोशिश की.
केडीए की टीम जिस प्लॉट से अतिक्रमण हटाने गई थी, वहां रहने वाली एक महिला प्रीति मिश्रा ने बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा,
हमको गलत ढंग से हटाया जा रहा था, फतेह बहादुर गिल आए तो बीजेपी वालों ने मारना शुरू कर दिया, पुलिस के सामने हम लोगों को पीटा गया.
वहीं, फतेह बहादुर गिल का भी कहना है कि पुलिस की मौजूदगी में उन्हें मारा गया है.
पुलिस ने क्या बताया?कानपुर में सपा नेता की पिटाई पर एसीपी मृगांक शेखर ने जानकारी देते हुए बताया,
विधानसभा अध्यक्ष के रिश्तेदार का प्लॉटदो पक्षों में विवाद हुआ है. एक पक्ष अपनी जमीन पर कब्जा ले रहा था तो सपा नेता वहां पर आ गए. पुलिस ने मामला शांत कराया है. सपा नेता तहरीर देंगे तो उसके आधार पर FIR की जाएगी.
बता दें कि फतेह बहादुर गिल ने मौजूदा स्पीकर सतीश महाना के खिलाफ चुनाव लड़ा था. खबर है कि जिस जमीन पर कब्जा हटाने के लिए बुलडोजर पहुंचा वो स्पीकर सतीश महाना के ही एक रिश्तेदार मन्नू महाना ने खरीदा था. यह विवादित प्लॉट है. दो महीने पहले भी प्रशासन ने इसे खाली कराने की कोशिश की थी, उस समय भी बवाल हुआ था और सपा नेता फतेह बहादुर गिल धरने पर बैठ गए थे.
कानपुर हिंसा को लेकर पुलिस कमिश्नर ने क्या नई बात बताई?