ट्विटर के CEO जैक डॉर्सी ने क्या वाकई किसान आंदोलन का सपोर्ट कर दिया है?
इसका रिहाना के ट्वीट से क्या लेना-देना है?
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किसान आंदोलन को लेकर प्रतिक्रिया देने वालों में अब ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी का नाम भी जोड़ा जा रहा है. (फोटो-ट्विटर)
किसान आंदोलन के समर्थन में रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग जैसे विदेशी सेलेब्रिटीज़ के ट्वीट्स पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई. ट्विटर जंग का मैदान बन गया. विदेश मंत्रालय को बयान देना पड़ा, पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग की शेयर की गई टूलकिट पर FIR भी दर्ज हो गई. सरकार ने एक खास हैशटैग चलाने वालों के अकाउंट सस्पेंड करने और फिर रीस्टोर करने को लेकर ट्विटर को पहले ही सख्त नोटिस भेज रखा है. इसी बीच ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी (Jack Dorsey) ने ऐसा काम कर दिया है, जिसे किसान आंदोलन पर उनके रिएक्शन की तरह देखा जा रहा है.
जैक डॉर्सी के लाइक्स का क्या मतलब?
असल में ट्विटर के सीईओ ने रिहाना के किसान समर्थक वाले स्टैंड को ट्वीट करने वाले यूजर के कई ट्वीट लाइक किए हैं. उन्होंने अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की पत्रकार कैरन अतिहा के ट्वीट लाइक किए. कैरन ने हाल ही में रिहाना की तारीफ में कई ट्वीट किए हैं. कैरन ने कहा कि उन्होंने भारत में कई महीनों से जारी किसानों के आंदोलन के हक में अपनी आवाज उठाई है. रिहाना ने कई आंदोलनों जैसे सूडान, नाइजीरिया और अब भारत के मसले पर अपनी बात कही है. इन्हीं कुछ ट्वीट्स को जैक डॉर्सी ने भी लाइक किया है. बता दें कि वॉशिंगटन पोस्ट की पत्रकार ने इससे पहले कहा था कि ट्विटर को भारत में चल रहे किसानों के आंदोलन पर स्पेशल इमोजी निकालनी चाहिए. जैसा कि अमेरिका के ब्लैक लाइफ मैटर्स के वक्त किया गया था. जैक डॉर्सी ने इस ट्वीट को भी लाइक किया.
सोशल मीडिया पर लोग जैक की इस एक्टिवीटी को किसान आंदोलन को समर्थन देने वाला बता रहे हैं. कुछ मीडिया आउटलेट ऐसी खबरें भी चल रहे हैं कि जैक ऐसा भारत विरोध के चलते ऐसा कर रहे हैं.
एक अमेरिकी पत्रकार ने जब ब्लैक लाइव्स मैटर वाले कैंपेन की तरह किसान आंदोलन के लिए भी खास इमोजी की डिमांड की तो ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी ने उस ट्वीट को लाइक कर दिया. (फोटो-ट्विटर)
ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी सामाजिक मुद्दों को लेकर कई बार ट्विटर पर अपना पक्ष रखते रहे हैं. हालांकि उन्होंने अभी तक किसान आंदोलन पर खुलकर कुछ नहीं कहा है. किसी मुद्दे पर राय देते हुए वक्त विवाद से बचने के लिए कई लोग अपने ट्विटर बायो में लिख देते हैं कि लाइक्स और रीट्वीट को उनकी सहमति न माना जाए. लेकिन जैक डॉर्सी के ट्विटर बायो में ये लाइन नहीं दिख रही है.

किसान आंदोलन को कई विदेशी सेलेब्रिटी जैसे रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग ने सपोर्ट किया है. फोटो - फेसबुक
रिहाना के अलावा क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की रिश्तेदार मीना हैरिस ने भी किसानों के हक में आवाज उठाई थी. इसके बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके किसान आंदोलन को एक आंतरिक मसला बताया, और बाहरी टिप्पणियों पर आपत्ति जताई. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत के खिलाफ एक प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है, जिसका विरोध जरूरी है. किसी को भी बिना जानकारी के कमेंट नहीं करना चाहिए.