आजम खां के भतीजे समेत 3 कांग्रेस विधायक अब बसपा में
सपा का एक MLA भी गया. 4 मुस्लिम विधायकों के बहाने बसपा ने साधे ये दो निशाने.
Advertisement

फोटो - thelallantop
यूपी में चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएंगे, नेताओं की पार्टियों में आवाजाही और तेज होगी.
तीन मुस्लिम विधायक कांग्रेस को बाय कहकर बसपा में चले गए. ये वो विधायक हैं जिन्हें राज्यसभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग की वजह से कांग्रेस ने सस्पेंड कर रखा था. इनमें सपा नेता आजम खान के भतीजे भी शामिल हैं. इसके अलावा एक सपा विधायक और एक पूर्व बीजेपी विधायक भी मायावती की पार्टी में शामिल हो गए. लखनऊ में बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने इस सबको पार्टी जॉइन कराई.
बसपा ने इसके जरिये दो निशाने साधे. एक तो ये संदेश दिया कि आने वाले इलेक्शन में बसपा मजबूत है. दूसरा वह दलित-ब्राह्मणों की सोशल इंजीनियरिंग के साथ मुस्लिम वोटों पर भी मजबूत दावेदारी पेश कर रही है.
जानें कौन हैं ये विधायक.
1. काजिम अली खान
रामपुर से हैं. नवाब काजिम अली खान. नवेद मियां के नाम से भी जाने जाते हैं. रामपुर के स्वार-टाडा सीट से MLA हैं . शिया मुसलमान हैं. बेगम नूरबानो के बेटे हैं, वो पांच बार कांग्रेस के टिकट पर रामपुर से चुनाव लड़ चुकी हैं और सांसद भी रह चुकी हैं. 1996 से MLA बनते चले आ रहे हैं. इन्होंने आजम खान से अपनी जान को खतरा बताया था. कांग्रेस से नाराज चल रहा इस नवाब काजिम अली ने अपने बेटे को पहले ही बसपा में भेज दिया था. नसीमुद्दीन सिद्दीकी काफी टाइम से ही नवाब को लपकने की फ़िराक में थे.
2. डॉ. मोहम्मद मुस्लिम
अमेठी जिले की तिलोई सीट से MLA हैं डॉ. मोहम्मद मुस्लिम. राहुल गांधी को रिपोर्ट करते थे. साल 2000 में उनके खिलाफ आगजनी का केस दर्ज हुआ था. 2015 में अरेस्ट किए गए थे.
3. दिलनवाज खान
बुलंद शहर की स्याना सीट से MLA हैं. इलेक्शन से पहले दिलनवाज़ खान के वालिद इम्तियाज खान की मौत हो गई थी. हमदर्दी वोटों में सिमटी और विधायक बन गए थे. ये आजम खान के भतीजे भी हैं. अभी हाल में ही लखनऊ में बसपा मुखिया मायावती की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिलनवाज मौजूद थे. उस बैठक में कांग्रेस के विधायक डॉ. मुस्लिम भी थे. तभी से इनके बसपा में जाने के कयास थे.
4. नवाजिश आलम
मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना सीट से MLA हैं. सपा के टिकट पर विधायक बने थे. लोकसभा चुनाव के दौरान सपा अंदरूनी कलह में उलझ गई. बिजनौर सीट से अनुराधा चौधरी का पत्ता साफ़ कर नवाजिश आलम को टिकट दे दिया था. 1991 में मुलायम सरकार में परिवहन राज्यमंत्री बनाए गए. 1999 में RLD के टिकट पर कैराना से सांसद बने. 2006 में सपा की ओर से राज्यसभा सदस्य बनाए गए.
यूपी में करीब 21 फ़ीसदी दलित, 18 फ़ीसदी मुस्लिम और 14 फ़ीसदी ब्राह्मण मतदाता हैं.