कंबोडिया-थाईलैंड में गोलाबारी जारी, 32 की मौत, ये मुस्लिम देश सीजफायर की कोशिश में लगा
Thailand-Cambodia Border Clashes: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद को लेकर चल रहे संघर्ष में अब तक दोनों तरफ मरने वालों की संख्या 32 पहुंच चुकी है. सुरक्षा परिषद ने एक इमरजेंसी बैठक की. जिसमें कंबोडिया ने जंग को रुकवाने की मांग की है. इस दौरान थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लड़ाई रोकने एक मुस्लिम देश भी आगे आया है. अब आगे क्या होने वाला है?

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद गहराता जा रहा है. 24 जुलाई को इस विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. अब तक दोनों पक्षों में मरने वालों की संख्या 32 पहुंच चुकी है. इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र में कंबोडिया ने थाईलैंड के साथ तत्काल सीजफायर की मांग की है.
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार, 24 जुलाई को तनाव तब और बढ़ गया, जब थाईलैंड और कंबोडिया ने एक-दूसरे के क्षेत्र पर सीधे हमले किए. और एक-दूसरे पर पहले गोलीबारी करने का आरोप लगाया. विवाद के केंद्र में 11वीं शताब्दी का एक हिंदू मंदिर है, जिसे थाईलैंड में प्रीह विहियर के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर पर कंबोडिया और थाईलैंड दोनों लंबे समय से दावा करते रहे हैं. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने 1962 में मंदिर को कंबोडिया को सौंप दिया, लेकिन थाईलैंड ने आसपास की भूमि पर अपना दावा जारी रखा.
लेकिन अब क्यों जंग शुरू हुई?इस विवादित सीमाई क्षेत्र में 23 जुलाई को बारूदी सुरंग विस्फोट में पांच थाई सैनिकों के घायल होने के बाद ये तनाव लड़ाई में बदल गया. कंबोडियाई राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता माली सोचेता ने बताया कि कम से कम 50 कम्बोडियाई नागरिक और 20 से अधिक सैनिक घायल हुए हैं. वहीं, थाईलैंड में पिछले दो दिनों की लड़ाई में कुछ बच्चों समेत 13 नागरिकों और छह सैनिकों के मारे जाने की खबर है. कंबोडियाई हमलों में 29 थाई सैनिक और 30 नागरिक भी घायल हुए हैं.
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मलेशिया की भूमिका अब महत्वपूर्णUN सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार देर रात बंद दरवाजों के पीछे एक इमरजेंसी बैठक की. जिसमें कंबोडिया ने जंग को रुकवाने की मांग की है. कंबोडिया के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत चिया केओ ने कहा,
कंबोडिया ने बिना शर्त तत्काल सीजफायर की मांग की है और हम चाहते हैं कि विवाद का शांतिपूर्ण तरह से समाधान निकाला जाए.
वहीं, थाइलैंड ने भी बातचीत करने के दिशा में संकेत दिए हैं. थाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता निकोर्न्डेज बालनकुरा ने कहा कि बैंकॉक बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन मलेशिया की सहायता से. उन्होंने कहा,
अगर कंबोडिया इस मामले को कूटनीतिक माध्यमों से, द्विपक्षीय रूप से, या मलेशिया के माध्यम से भी सुलझाना चाहे, तो हम इसके लिए तैयार हैं. लेकिन अभी तक हमें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
इस समय मुस्लिम बहुसंख्यक देश मलेशिया दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) का अध्यक्ष है, जिसके थाईलैंड और कंबोडिया दोनों सदस्य हैं.
उधर, मलेशिया ने दोनों देशों से संघर्ष समाप्त करने का आह्वान किया और मध्यस्थता की पेशकश की. आसियान के अध्यक्ष और मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से बात की है और उनसे शांतिपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया है. सरकारी समाचार एजेंसी बरनामा के अनुसार अनवर इब्राहिम ने कहा, ‘मैंने अपने विदेश मंत्री से थाईलैंड और कंबोडिया के विदेश मंत्रालयों के साथ संपर्क बनाए रखने को कहा है. और जितना संभव हो सकेगा, मैं लड़ाई रोकने के लिए खुद भी दोनों देशों से बातचीत जारी रखूंगा.’
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