किसानों के समर्थन में धरना देने पर FIR, तेजस्वी ने नीतीश सरकार को खूब सुनाया
पटना के गांधी मैदान में समर्थकों के साथ धरना दिया था.

"डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है. दम है तो गिरफ़्तार करो,अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूंगा. किसानों के लिए FIR क्या अगर फंसी भी देना है तो दे दीजिए."
क्या है पूरा मामला तेजस्वी यादव पर आरोप है कि वो बिना पुलिस की इजाज़त के धरने पर बैठ गए थे. ये FIR तेजस्वी और उनके 18 नेताओं के अलावा 500 अज्ञात लोगों पर दर्ज़ की गई है. तेजस्वी के अलावा कांग्रेस नेता मदन मोहन झा सहित राजद के विधायक आलोक मेहता, रामानंद यादव, श्याम रजक, रमई राम, मृत्युंजय तिवारी जैसे बड़े नेताओं पर भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज़ किया है. पुलिस ने IPC और महामारी कानून की अलग-अलग कई धाराओं के तहत ये केस दर्ज़ किया है. तेजस्वी यादव ने अपने समर्थकों के साथ पटना के गांधी मैदान में किसानों के समर्थन में धरना दिया था. तेजस्वी ने इस दौरान अपने भाषण में कहा कि जो व्यक्ति कड़ी मेहनत करने वाले किसान के भले की नहीं सोच सकता है, वो कभी भी इंसान और इंसानियत में यक़ीन नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि किसान समस्त मानव जाति का पालनहार है. जो किसान का नहीं,वो देश का नहीं. तेजस्वी ने 5 दिसंबर को ही पटना पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत का निशाना साधते हुए नीतीश के ख़िलाफ़ ट्वीट किया-डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है। दम है तो गिरफ़्तार करो,अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूँगा।किसानों के लिए FIR क्या अगर फाँसी भी देना है तो दे दिजीए। https://t.co/3B30VF3asY
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 6, 2020
"गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे हैं उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति को क़ैद कर लिया ताकि गांधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गांधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सकें. नीतीश जी,वहां पहुंच रहा हूं. रोक सको तो रोक लीजिए"
हालांकि इससे पहले तेजस्वी यादव ने 4 दिसंबर 2020 को ट्वीट कर धरना प्रदर्शन के कार्यक्रम की जानकारी दी थी. उन्होंने ने ट्वीट किया था-गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे है उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गाँधी मैदान में गाँधी मूर्ति को क़ैद कर लिया ताकि गाँधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गाँधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सके।
नीतीश जी,वहाँ पहुँच रहा हूँ। रोक सको तो रोक लीजिए — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 5, 2020
"अगर नए कृषि विधेयक किसानों के पक्ष में है तो सरकार MSP को अनिवार्य रूप से लागू क्यों नहीं करती ? हम पूर्णत: किसानों के साथ खड़े हैं, आगे भी रहेंगे. किसानों को फसल का उचित दाम और न्याय दिलाने के लिए कल सुबह 10 बजे से गांधी मैदान, पटना में गांधी मूर्ति के सामने संकल्प लेंगे"
गांधी मैदान में कोरोना महामारी के कारण किसी भी तरह के प्रदर्शन और भीड़ इकट्ठा करने पर रोक है. प्रशासन का कहना है कि गांधी मैदान धरना प्रदर्शन करने के लिए निर्धारित जगह नहीं है. महामारी के कारण गांधी मैदान सुबह 6 बजे से 10बजे तक मॉर्निंग वॉक से आने वाले लोगों के लिए खोला जाता है उसके बाद बंद कर दिया जाता है.अगर नए कृषि विधेयक किसानों के पक्ष में है तो सरकार MSP को अनिवार्य रूप से लागू क्यों नहीं करती ?
हम पूर्णत: किसानों के साथ खड़े है, आगे भी रहेंगे। किसानों को फसल का उचित दाम और न्याय दिलाने के लिए कल सुबह 10 बजे से गाँधी मैदान, पटना में गांधी मूर्ति के सामने संकल्प लेंगे। — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 4, 2020