The Lallantop
Advertisement

डायनासोरों के फुटप्रिंट्स के पास इंसानों के बनाए चित्र, नई स्टडी में जुरासिक फैन्स के लिए बहुत कुछ

ये निशान क्रेटिशियस काल के डायनासोरों के बताए जा रहे हैं. जो साढ़े 6 करोड़ साल पहले खत्म हो चुके हैं.

Advertisement
Dinosaurs
ब्राजील में की गई एक स्टडी में मिले डायनासोर और इंसानों के निशान. (Photo: Generative Ai by Rahul Gupta/India Today)
font-size
Small
Medium
Large
12 अप्रैल 2024 (Updated: 12 अप्रैल 2024, 23:11 IST)
Updated: 12 अप्रैल 2024 23:11 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

जुरासिक मूवीज के चलते कई लोगों में डायनासोर को लेकर बड़ी दिलचस्पी रहती है. डायनासोर के खिलौने, रेंगने वाला डायनासोर, दौड़ने वाला डायनासोर, उड़ने वाला डायानासोर. ऐसा लगता है कि इनको डायनासोर के साथ ही रहना है. लेकिन वो तो संभव है नहीं. क्योंकि हमारे अस्तित्व के प्रारंभ से भी बहुत-बहुत पहले डायनासोर इस दुनिया से विलुप्त हो चुके हैं. करोड़ों सालों बाद अब उनके सिर्फ निशान मिलते हैं. जिनसे ये पता चलता है कि डायनासोर थे तो. ब्राजील में ऐसे ही निशान मिले हैं. लेकिन इन निशानों के साथ इंसानों के बनाए कुछ चित्र भी मिले हैं. एक नई स्टडी में ये जानकारी दी गई है जिसने दुनियाभर के डायनासोर और जुरासिक प्रेमियों का ध्यान खींचा है.

CNN पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक एक स्टडी में पाया गया है कि ब्राजील की कुछ चट्टानों पर डायनासोर के पैरों के निशान मिले हैं. पर इन निशानों से ज्यादा गौर करने वाली बात ये है कि उन्हीं चट्टानों पर डायनासोर के निशानों की बगल में इंसानों ने भी कुछ चित्र बनाए थे. यानी संकेत मिलता है कि डायनासोर के जमाने में इंसान भले ना रहे हों, लेकिन अनगिनत सदियों बाद जब वो वजूद में आए तो इन विशालकाय जानवरों के निशानों में उनकी दिलचस्पी जरूर थी.

शोध के दौरान ड्रोन में रिकॉर्ड हुए चित्र. (Credit- Leonardo Troiano)

ये निशान ब्राजील के कृषि प्रधान राज्य पाराइबा में सेरोटे डो लेट्रेइरो नाम की जगह पर मिले हैं. शोधकर्ताओं ने पहली बार इन निशानों को 1975 में देखा था. लेकिन इस बार ड्रोन की मदद से सर्वेक्षण किया गया तब डायनासोर के पैरों के निशान के बारे में पता चला. ये निशान क्रेटिशियस काल के डायनासोरों के बताए जा रहे हैं जो साढ़े 6 करोड़ साल पहले खत्म हो चुके हैं.

ब्रासीलिया में इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल हिस्टोरिक एंड आर्टिस्टिक हेरिटेज के पुरातत्वविद् और रिसर्च के सह-लेखक लियोनार्डो ट्रोइयानो ने कहा, 

“लोग आमतौर पर सोचते हैं कि तब के लोग अपने परिवेश के बारे में नहीं जानते थे या उनमें किसी प्रकार की वैज्ञानिक दृष्टिकोण या जिज्ञासा नहीं थी. लेकिन यह सच नहीं है. फिलहाल जो रिसर्च में मिला है उससे बिल्कुल स्पष्ट है कि उस समय के लोगों को भी पदचिह्नों में रुचि थी. हम ये भले ना जान पाए कि वे डायनासोर के बारे में जानते थे या नहीं. लेकिन यह स्पष्ट है कि वे पदचिह्नों के बारे में उत्सुक थे.”

इस तरह के निशानों को पेट्रोग्लिफ़ कहते हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि ये पेट्रोग्लिफ़ कितने समय पहले बनाए गए थे. लेकिन मार्च में प्रकाशित जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रेडियोकार्बन डेटिंग से क्षेत्र में दफन स्थल 9,400 से 2,620 साल पुराने पाए गए हैं.

ट्रोइयानो कहते हैं,

"ब्राजील का यह क्षेत्र ऑस्ट्रेलिया के आउटबैक जैसा है. यह वास्तव में गर्म है और यहां छाया मिलने का कोई जरिया नहीं है. इसलिए वहां खड़े होकर चट्टान को तराशना आसान नहीं है. इसके लिए बहुत मेहनत की गई होगी. यानी उन्होंने यह स्थान चुना तो ये कहा जा सकता है कि वे बहुत समझ-बूझकर काम कर रहे थे.

यहां गौर करने वाली बात ये भी है कि चित्र शैली में अंतर हैं. जिससे पता चलता है कि इनमें कई कलाकारों ने हाथ लगाया है. कुछ की आकृतियां पौधों की याद दिलाती हैं. जबकि अन्य की आकृतियां ज्योमेट्री की आकृतियों से मिलती-जुलती हैं, जिनमें वर्ग, आयत और वृत्त शामिल हैं. ट्रोइआनो ने कहा, मंडलियों के अंदर क्रॉस या रेखाएं हैं, जो सितारों की तरह दिखती हैं. हालांकि, इन निशानों का क्या मतलब है यह एक रहस्य बना हुआ है.

वीडियो: धरती से डायनासोर कैसे खत्म हो गए, हम बताते हैं!

thumbnail

Advertisement

Advertisement