'JDU चाहती थी नीतीश उपराष्ट्रपति बनें', सुशील मोदी के दावे पर नीतीश बोले- 'वो काहे नहीं बन रहे'
सुशील मोदी के हमलों पर नीतीश कुमार ने ये भी कहा- 'इतनी चिंता थी तो बिहार से क्यों चले गए.'
बिहार में सरकार बदल गई है. अब दौर है आरोप-प्रत्यारोपों का. BJP और JDU एक दूसरे पर नए पुराने हमले बोल रहे हैं. इस बीच बिहार की राजनीति से दूर चल रहे सुशील मोदी का एक बयान चर्चा में आ गया है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है. कहा है,
JDU के कई नेता BJP के पास आए थे और उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बना दीजिए और आप बिहार में शासन कीजिए. लेकिन BJP ने JDU की ये मांग नहीं मानी क्योंकि BJP का अपना उम्मीदवार था. और यही वजह है कि नीतीश कुमार ने धोखा दिया है.
सुशील मोदी ने नीतीश पर और भी काफी कुछ कहा. खबर के मुताबिक उन्होंने कहा,
BJP ने नीतीश को 5 बार सीएम बनाया. नीतीश और BJP का 17 साल का साथ था, जिसे नीतीश ने तोड़ दिया. 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को पीएम मोदी के नाम पर वोट मिला था, उनके नाम पर नहीं.
इसके अलावा सुशील मोदी ने दावा किया कि तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी है, वो कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को कभी भी धोखा दे सकते हैं.
इधर सुशील मोदी के हमलों पर नीतीश कुमार से जब पूछा गया तो उनका जवाब सुनने लायक था. खबरों के मुताबिक नीतीश ने कहा,
‘वे काहे नहीं बने रहे. वे बने रहते तो इसकी नौबत ही नहीं आती.’
दरअसल, सुशील मोदी को नीतीश कुमार का काफी करीबी माना जाता है. BJP के सहयोग वाली नीतीश सरकार में सुशील मोदी डिप्टी सीएम भी रहे. उन्हें BJP और JDU के बीच एक ब्रिज के तौर पर देखा जाता है. सुशील मोदी को जब बिहार की राजनीति से हटाकर राज्यसभा भेजा जा रहा था तो नीतीश ऐसा नहीं चाहते थे कि ऐसा किया जाए. लेकिन BJP नहीं मानी.
बहरहाल, बुधवार 10 अगस्त को नीतीश कुमार ने 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. उनके साथ तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली है.
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