Sheikh Hasina के घर में घुसे लोग, जमकर खाया, नाव चलाई, बेड पर कूदे, जो मिला लूटकर चले गए!
Sheikh Hasina Residence Loot: प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास पर धावा बोल दिया. सैकड़ों लोग इमारत में तोड़फोड़ करते, चिकन, मछली और सब्ज़ियां लूटते हुए दिखाई दे रहे हैं.

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री Sheikh Hasina ने हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच 5 अगस्त को इस्तीफ़ा दे दिया है. सेना प्रमुख वकार-उज़-ज़मान ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि अब देश में अंतरिम सरकार बनेगी. बताया जा रहा है कि शेख़ हसीना ने इस्तीफ़ा देने के बाद देश भी छोड़ दिया है. इसी बीच प्रदर्शनकारियों (Bangladesh Unrest) ने प्रधानमंत्री आवास पर धावा बोल दिया. सैकड़ों लोग इमारत में तोड़फोड़ करते, चिकन, मछली और सब्ज़ियां लूटते (Shiekh Hasina Residence Loot) हुए दिखाई दे रहे हैं.
ढाका में प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शनकारियों के घुसने के कई फ़ोटोज़, वीडियोज़ सामने आए हैं. वीडियोज़ में दिख रहा है कि सैकड़ों लोगों के हाथों में लाठी डंडे हैं. लोग भाग रहे हैं. आवास में घुसते ही तोड़फोड़ कर रहे हैं. वहां कुर्सियां को तोड़ रहे हैं. कई लोग टेबल पर बैठकर खाना खा रहे हैं. कुछ लोग आगे बढ़कर सिक्योरिटी चेक गेट को पार करके अंदर घुस रहे हैं. एक कमरे से पैकेट्स निकालकर भाग रहे हैं. पैकेट्स में चिकन, मछली और सब्ज़ियां हैं. कई लोग नाव चला रहे हैं तो कई लोग रूम में घुसकर पंलग पर कूद रहे हैं. कई लोग कंबल लूटकर ले जा रहे है. किसी ने बर्तन उठाए हैं तो किसी ने मूर्ति. सामान के साथ तोड़फोड़ भी की गई है.
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सेना प्रमुख ने क्या-क्या कहा?सेना प्रमुख वकार-उज़-ज़मान ने लोगों से अपील की है कि हिंसा न करे. सेना पर भरोसा रखें. उन्होंने कहा,
"मैं पूरी जिम्मेदारी ले रहा हूं. हम एक अंतरिम सरकार बनाएंगे. देश को बहुत नुकसान हुआ है. अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है. कई लोग मारे गए हैं. अब हिंसा रोकने का समय आ गया है. मुझे उम्मीद है कि मेरे भाषण के बाद स्थिति में सुधार होगा."
उन्होंने कहा कि वह अंतरिम सरकार बनाने के लिए राष्ट्रपति से बात करेंगे और उन्होंने मुख्य विपक्षी दलों और नागरिक समाज के सदस्यों के साथ बातचीत की है.
शेख़ हसीना के इस्तीफे के बाद ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए,. जहां हजारों लोग सड़कों पर उतर आए. 4 अगस्त को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में कम से कम 98 लोगों की मौत हो गई. पिछले महीने में सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर अधिकारियों की कार्रवाई के कारण लगभग 300 लोग मारे गए. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि शुरुआत में सिविल सेवा नौकरी में आरक्षण के खिलाफ छात्र विरोध किया. उन्होंने हसीना के इस्तीफे की मांग की थी.
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