संजय दत्त के 'जेल सलाम' के पीछे का राज़
वो जब जेल से बाहर निकले तो धरती माता के पैर छुए. जेल को सलाम किया. इसके पीछे एक किस्सा है.
आशुतोष चचा
27 फ़रवरी 2016 (Updated: 27 फ़रवरी 2016, 12:05 PM IST)
पब्लिक इमोशनल थी. फैन रोंआसे थे. अक्खा बॉलीवुड पलक पांवड़े बिछाए था. संजय दत्त रिहा हुए. तिरंगा हाथ में लेकर जेल से निकले. पलट कर जेल को सैल्यूट किया. धरती माता के पैर छुए. तिरंगा चूम कर हाथ हिलाते हुए आ गए अपनो के बीच.
लोगों ने ये देखा तो सेंटिया गए. हीरो आखिर हीरो होता है. यही लल्लन भ बता रहा है. कि हीरो आखिर हीरो होता है. वह जेल में रहने की एक्टिंग करता है. जेल से निकलने की भी करता है. कैसा फील होगा तुमको अगर पता चले कि संजय दत्त ने रिहाई के दौरान जो स्टंट किए वो सब स्क्रिप्टेड थे. एक फिल्म का शूट था.

दरअसल विधु विनोद चोपड़ा बना रहे हैं एक बायोपिक. संजय दत्त की जिंदगी पर. उसमें हीरो होंगे रणबीर कपूर. लेकिन कहानी में ये जेलयात्रा केस नहीं होगा तो होगा क्या. तो ये सब काम जो किया संजय ने, वो सब एक स्क्रिप्ट का हिस्सा है. उनका सीन भी है इस फिल्म में. और उसके लिए बाकायदा शूटिंग हो रही थी. येरवादा जेल के बाहर कई कैमरे इस अनफॉरगेटेबल मूमेंट कैप्चर करने में लगे थे. वो पूरा हिस्सा फिल्म में डाला जाएगा. जिसको हम यहां संजय की सज्जनता मान कर फैल गए थे.